Virus का full form क्या होता है? Virus full form in Hindi

Computer Virus Full Form In Hindi

Virus Ka Full Form Kya Hai? Computer Virus Full Form In Hindi – अगर आप जानना चाहते हैं कि “वायरस (Virus)” का full name क्या होता है और What Is Virus In Hindi तो यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें। 

हम इस लेख में आपको बताएंगे कि Virus का full form क्या होता है, वायरस क्या होता है, वायरस कितने प्रकार के होते हैं, और वायरस कैसे आता है। हम आपको यह भी बताएंगे कि वायरस कंप्यूटर को कैसे नुकसान पहुंचाता है और कैसे पता करें कि कंप्यूटर में वायरस है या नहीं। साथ ही, हम आपको बताएंगे कि आप अपने कंप्यूटर या फ़ोन से वायरस को कैसे हटा सकते हैं।

वायरस का फुल फॉर्म क्या होता है? Virus full form in Hindi

“VIRUS” का full form “Vital Information resource Under Siege” होता है, इसका हिंदी उच्चारण “विटल इनफॉरमेशन रिसोर्सेस अंडर सीज” होता है। इसका हिंदी भाषा में अनुवाद “घेराबंदी के तहत महत्वपूर्ण सूचना संसाधन” होता है।

VVital
IInformation
RResources
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SSiege
Computer Virus Full Form

Virus Full Form in Hindi

ऊपर दी गई जानकारी को पढ़ने के बाद अब तक आपको पता चल गया होगा कि Virus Ka Full Form “Vital Information resource Under Siege” होता है, Vital Information resource Under Siege का हिंदी भाषा में मतलब होता है “घेराबंदी के तहत महत्वपूर्ण सूचना संसाधन”

तो दोस्तों ऊपर दी गई जानकारी को पढ़ने के बाद अब आप जान गए होंगे कि वायरस का फुल फॉर्म क्या है, अब हम जानेंगे कि वास्तव में वायरस क्या है?

वायरस क्या है? What is a virus in Hindi

वायरस (Virus) एक प्रकार का लघु जीव (Miniature) होता है जो जीवों, पौधों या कंप्यूटर सॉफ़्टवेयर में हो सकता है और यह आपकी डिजिटल रूप से संग्रहीत जानकारी को नुकसान पहुंचाने की क्षमता रखता है।

वायरस आज कंप्यूटर और मोबाइल के लिए एक बड़ी समस्या बन गया है। यह जिस सिस्टम, मोबाइल, कंप्यूटर में प्रवेश करता है उसके प्रोग्राम, डेटा फाइल्स को नष्ट कर देता है और सिस्टम की गति को भी धीमा कर देता है।

जीवों में वायरस (Viruses in organisms): 

जैविक रूप से, वायरस छोटे होते हैं और उन्हें अपने जीवन के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है, जैसे मनुष्य, पौधे या अन्य लघु जीव। वे अपने माध्यम से अपना जीवन चक्र चलाते हैं और अपने मानव या पौधों जैसे मेजबान को संक्रमित करके प्रजनन करते हैं।

कंप्यूटर में वायरस (Virus in Computer): 

डिजिटल दुनिया में कंप्यूटर वायरस मनुष्य द्वारा निर्मित एक प्रकार का शरारती सॉफ्टवेयर (प्रोग्राम) होता है जो कंप्यूटर सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकता है। ये गलत तरीके से कंप्यूटर में प्रवेश करते हैं और आपके डेटा, फ़ाइलों या कंप्यूटर प्रोग्राम को नुकसान पहुंचा सकते हैं, या आपके सिस्टम पर नियंत्रण कर सकते हैं।

Computer virus का मुख्य उद्देश्य जानकारी चुराना, उपयोगकर्ता को नुकसान पहुंचाना या कंप्यूटर के nervous system को प्रभावित करना है। इसलिए, आपके सिस्टम को वायरस से सुरक्षित रखने के लिए Antivirus Software का उपयोग करना और इंटरनेट पर सतर्क रहना महत्वपूर्ण है।

कंप्यूटर वायरस क्या होता है? What is computer virus in Hindi

Computer Virus और Biology Virus एक समान तरीके से काम करते हैं। जैसे बायोलॉजी वायरस मानव शरीर में प्रवेश करके उसे बीमार करते हैं और फिर मानव शरीर के सामान्य कार्य को बंद करते हैं, ठीक उसी तरीके से कंप्यूटर वायरस कंप्यूटर में प्रवेश करके उसे प्रभावित करते हैं और फिर कंप्यूटर के सामान्य कार्य को धीरे-धीरे बंद कर देते हैं।

कंप्यूटर वायरस एक प्रकार का program होता है जो हमारी अनुमति के बिना हमारे कंप्यूटर में आ जाता है और हमारे Computer system को नुकसान पहुंचाता है। Computer virus की एक खास बात यह है कि यह धीरे-धीरे अपने आप बढ़ता रहता है और हमारे पूरे कंप्यूटर को अपनी चपेट में ले लेता है।

कंप्यूटर वायरस का मुख्य उद्देश्य आपके computer system को नुकसान पहुंचाना होता है, जैसे:

  • डेटा अपहरण (Data hijacking): कंप्यूटर वायरस आपकी डेटा फ़ाइलों को हाईजैक कर सकते हैं, जिससे आपकी महत्वपूर्ण जानकारी खो सकती है।
  • फ़ाइलों को नष्ट करना (Destroying files): कंप्यूटर वायरस आपकी फ़ाइलों को नष्ट कर सकते हैं, आपके डिजिटल कागजात और दस्तावेज़ों को बर्बाद कर सकते हैं।
  • कंप्यूटर क्रैश (Computer Crash): कुछ वायरस आपके कंप्यूटर को क्रैश करने का प्रयास करते हैं, जिससे कंप्यूटर सिस्टम काम नहीं करता है।
  • गोपनीयता की चोरी (Privacy theft): कुछ वायरस आपकी गोपनीयता का उल्लंघन करके आपकी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे बैंक खाते की जानकारी या पासवर्ड चुरा सकते हैं।

कंप्यूटर वायरस से हर साल दुनिया भर में अरबों डॉलर का नुकसान होता है। कंप्यूटर वायरस से बचाव के लिए programmers ने विभिन्न प्रकार के antiviru बनाए हैं।

कंप्यूटर वायरस कैसे काम करता है? Computer virus work in Hindi

कंप्यूटर वायरस का काम कंप्यूटर के authorized program और data को प्रभावित करना होता है। Computer virus आपके computer system में प्रवेश करने के लिए एक रोगाणु (जैसे infected email attachment, malicious website या transmission) का उपयोग करते हैं।

एक बार जब वायरस आपके कंप्यूटर में प्रवेश कर जाता है, तो यह अपने कार्यों को शुरू करने के लिए अपने activation code का उपयोग करता है। फिर वायरस स्वयं को copy करने का प्रयास करता है और अन्य computer files और programs में प्रवेश करने का प्रयास कर सकता है। यह तरीका वायरस के प्रसार को बढ़ावा देता है।

वायरस अपने कार्यों को पूरा करता है, जैसे फ़ाइलों को हाईजैक करना, गोपनीयता डेटा चुराना, कंप्यूटर को नष्ट करना, या अन्य अवैध गतिविधियों को लागू करना। वायरस पुनः प्रवेश करने और फैलने का प्रयास करता है, जिससे यह अधिक कंप्यूटरों को संक्रमित कर सकता है।

कंप्यूटर वायरस का मुख्य उद्देश्य आपके कंप्यूटर को प्रभावित करना और आपके डेटा और सिस्टम को नुकसान पहुंचाना होता है, जिससे वायरल प्रकार के वायरस के निर्माण को बढ़ावा मिलता है।

कंप्यूटर वायरस के प्रकार – Types of computer viruses in Hindi

कंप्यूटर वायरस कई प्रकार के होते हैं, और उन्हें उनके दायरे और कार्यों के आधार पर विभिन्न तरीकों से विभाजित किया जा सकता है। कंप्यूटर वायरस के कुछ प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैं:

1) मैलवेयर (Malware): Malware एक व्यापक शब्द है जिसमें computer viruses, Trojan horses, spyware और कंप्यूटर के लिए हानिकारक अन्य software शामिल हैं। इनका मकसद computer system को नुकसान पहुंचाना होता है।

2) वर्म (Worms): Worm स्वयं को फैलाने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं और एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में फैल सकते हैं। वे स्वचालित रूप से फैलते हैं और कंप्यूटर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

3) ट्रोजन हॉर्स (Trojan Horse): ट्रोजन हॉर्स computer program होते हैं जो आपके कंप्यूटर पर support या आवश्यक फ़ाइलों की तरह दिखते हैं, लेकिन वास्तव में नुकसान पहुंचा सकते हैं और आपके सिस्टम को नियंत्रित कर सकते हैं।

4) स्पाइवेयर (Spyware): Spyware आपके कंप्यूटर पर जानकारी चुराने का काम करता है, जैसे आपकी browsing history, passwords और personal information एकत्र करना।

5) रैनसमवेयर (Ransomware): Ransomware आपके कंप्यूटर को hijacking के एक रूप में प्रस्तुत करता है जिसमें वे समझौता करने और फिर आपकी फ़ाइलों को जारी करने के लिए फिरौती (Ransom) की मांग करते हैं। फिरौती चुकाए बिना आप अपनी फ़ाइलें खो देते हैं।

6) एडवेयर (Adware): विज्ञापन (Advertisements) प्रदर्शित करने के उद्देश्य से आपके कंप्यूटर पर Adware स्थापित किया जाता है, लेकिन वे अत्यधिक विज्ञापन का कारण बन सकते हैं और आपके उपयोगकर्ता अनुभव को बाधित कर सकते हैं।

7) बॉट (Bot): Bot कंप्यूटर प्रोग्राम होते हैं जिनका उपयोग Distributed Denial of Service (DDoS) हमलों और अन्य cyberattacks को अंजाम देने के लिए किया जा सकता है।

8) रूटकिट (Rootkit): Rootkit को nerves system में प्रवेश करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है और इसका उपयोग उनके कार्यों को छिपाने और नकारात्मक प्रभाव डालने के लिए किया जाता है।

कुछ अन्य प्रकार के कंप्यूटर वायरस:

  • Boot sector viruses
  • Program viruses
  • Multipartite viruses
  • Stealth viruses
  • Macro viruses
  • Polymorphic viruses
  • Active X viruses
  • Browser hijacker
  • Resident viruses
  • File infector viruses

ये कंप्यूटर वायरस के कुछ प्रमुख प्रकार हैं, और भी कई प्रकार के कंप्यूटर वायरस हो सकते हैं, जिनमें हर समय नए वायरस और संशोधन होते रहते हैं।

कंप्यूटर में वायरस कैसे आता है? Computer viruses in Hindi

दरअसल, कंप्यूटर में वायरस दो तरह से आता है, एक ऑनलाइन और दूसरा ऑफलाइन। किसी कंप्यूटर में वायरस कैसे प्रवेश करता है, इसके कई संभावित स्रोत और तरीके हो सकते हैं। ये निम्नलिखित हैं:

1) इंटरनेट से डाउनलोड: इंटरनेट से जानकारी, सॉफ़्टवेयर या फ़ाइलों के साथ वायरस आपके कंप्यूटर पर आ सकते हैं। जब आप किसी अविश्वसनीय या अनधिकृत स्रोतों से कुछ डाउनलोड करते हैं, तो आपका कम्प्यूटर वायरस से संक्रमित हो सकता है।

2) स्पैम ईमेल और फ़िशिंग: स्पैम ईमेल के साथ वायरस भी आ सकते हैं, जिसमें जालसाज़ आपको हानिकारक लिंक या अटैचमेंट पर क्लिक करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। वायरस आपके ईमेल खाते के माध्यम से virus messages को खोलकर आपके कंप्यूटर में प्रवेश कर सकते हैं।

3) कुछ अविश्वसनीय वेबसाइटें: कुछ अविश्वसनीय वेबसाइटों के माध्यम से भी कंप्यूटर पर वायरस फैल सकते हैं। ये वेबसाइटें अपने कारनामों से आपके कंप्यूटर को संक्रमित कर सकती हैं, जैसे आपको डाउनलोड बटन क्लिक करने के लिए झांसा देना या फ़्लैश प्लेयर अपडेट डाउनलोड करने के लिए झांसा देना।

4) अदृश्य उपकरणों से: वायरस अदृश्य उपकरणों, जैसे infected USB flash drive, external hard disk या diskette के माध्यम से भी कंप्यूटर में प्रवेश कर सकते हैं।

5) सॉफ़्टवेयर डाउनलोड: जब आप अपने कंप्यूटर पर सॉफ़्टवेयर डाउनलोड और इंस्टॉल करते हैं, यदि आप सॉफ़्टवेयर के स्रोत को सत्यापित (verify) नहीं करते हैं, तो आपके सिस्टम में वायरस आ सकता है।

6) फ़ाइल स्थानांतरण: जब आप फ़ाइलों या प्रोग्रामों को एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में स्थानांतरित करते हैं, तो इस तरह से वायरस भी पेश किए जा सकते हैं, विशेष रूप से peer-to-peer (P2P) file sharing के माध्यम से।

7) फ्लैश ड्राइव और अन्य स्टोरेज मीडिया: जब आप कंप्यूटर के बीच फ्लैश ड्राइव या अन्य स्टोरेज मीडिया साझा करते हैं, तो वायरस अंदर आ सकते हैं और फैल सकते हैं।

कैसे पता करें कि कंप्यूटर में वायरस है या नहीं?

आप अपने कंप्यूटर में वायरस की मौजूदगी की पहचान करने के लिए निम्नलिखित तरीकों का उपयोग कर सकते हैं:

एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल करना: अपने कंप्यूटर पर antivirus software इंस्टॉल करें और इसे नियमित रूप से update करें। एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर आपके कंप्यूटर को scan करके वायरस को पहचानने और remove करने में मदद करता है।

रैंसमवेयर संकेतों की पहचान करना: रैंसमवेयर के संकेतों को पहचानें, जैसे फ़ाइलों का ठीक से बैकअप न लेना, फ़ाइलों के नाम में अज्ञात परिवर्तन, या locker messages का प्रदर्शन।

कंप्यूटर संचालन में असामान्य गतिविधियाँ: कंप्यूटर संचालन में असामान्य गतिविधियों पर ध्यान दें, जैसे अचानक सिस्टम क्रैश होना, नेटवर्क ट्रैफ़िक की बढ़ी हुई मात्रा, या सिस्टम धीमा होना।

ऑनलाइन स्कैनिंग: online antivirus scanning services का उपयोग करके अपने कंप्यूटर को Scan करें। कुछ वेबसाइटें ऑनलाइन वायरस स्कैनिंग सेवाएँ प्रदान करती हैं जो आपके कंप्यूटर को Scan कर सकती हैं और वायरस का पता लगा सकती हैं।

अपडेट रखें: अपने operating system, browser और antivirus software को हमेशा अपडेट रखें। नवीनतम security updates वायरस से बचाने में मदद करते हैं।

वेरिफिकेशन: आप अपने कंप्यूटर के लिए verification scan का उपयोग करके वायरस को सत्यापित कर सकते हैं।

सिस्टम लॉग की जाँच करें: सिस्टम लॉग की जाँच करके आप असामान्य गतिविधियों की जाँच कर सकते हैं जो वायरस की मौजूदगी का संकेत दे सकती हैं।

वायरस से बचने के उपाय – Ways to avoid viruses in Hindi

अपने कंप्यूटर को वायरस से बचाने के लिए अपने कंप्यूटर पर antivirus software install करें। यह सॉफ्टवेयर वायरस को पहचानने और हटाने में मदद करता है। साथ ही अपने operating system, browser और antivirus software को नियमित रूप से update करें। नवीनतम security updates वायरस से बचाने में मदद करते हैं।

ईमेल और वेबसाइटों का सावधानी से उपयोग करें। spam emails से सावधान रहें और केवल certified sources से प्राप्त email attachments ही खोलें। अज्ञात या संदिग्ध वेबसाइटों से update information और सॉफ़्टवेयर डाउनलोड न करें।

जब आप कोई software file, document या अन्य फ़ाइल download करते हैं, तो पहले उसे एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर से स्कैन करें। Infected devices USB flash drive, external hard disk या diskette जैसे अदृश्य उपकरणों को अपने कंप्यूटर के साथ share न करें।

System logs की जांच करके आप असामान्य गतिविधियों की जांच कर सकते हैं जो वायरस की मौजूदगी का संकेत दे सकती हैं। आप अपने कंप्यूटर के लिए verification scan का उपयोग करके वायरस को सत्यापित कर सकते हैं।

Software या files केवल विश्वसनीय स्रोतों से ही डाउनलोड करें और गलती से भी updated या pirated software का उपयोग न करें। अच्छे से back up लें और अपने महत्वपूर्ण डेटा को सुरक्षित रखें। यदि कोई वायरस आपके कंप्यूटर को संक्रमित करता है, तो आप बैकअप के माध्यम से अपना डेटा पुनर्प्राप्त कर सकते हैं।

अपने कंप्यूटर और इंटरनेट के लिए मजबूत और स्पष्ट पासवर्ड का उपयोग करें और अपने पासवर्ड नियमित रूप से बदलें। यदि आप फ़ाइलें या डेटा साझा करते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप इसका उपयोग विश्वसनीय स्रोतों से कर रहे हैं।

संवेदनशीलता बनाए रखें और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत साइबर सुरक्षा (Cybersecurity) को रिपोर्ट करें। याद रखें, सुरक्षित ब्राउज़िंग और अच्छी संवेदनशीलता आपके निजी जानकारी की अच्छी तरह से सुरक्षा कर सकती है और आपके कंप्यूटर को वायरस से सुरक्षित रख सकती है।

कंप्यूटर से वायरस कैसे हटाएं? Remove virus from computer in Hindi

कंप्यूटर से वायरस हटाने के लिए इन steps को follow करें:

एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें: आपके कंप्यूटर पर एक अच्छा और latest antivirus software इंस्टॉल होना चाहिए। यदि आपके पास पहले से ही एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर है, तो इसे नियमित रूप से update करें।

सिस्टम स्कैन चलाएँ: अपने एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर के साथ full system scan चलाएँ। यह सिस्टम को स्कैन करता है, वायरस का पता लगाता है और उन्हें हटा देता है।

सॉफ़्टवेयर अपडेट करें: अपने कंप्यूटर के operating system, browser, और antivirus software को latest security update के साथ अपडेट रखें।

वायरस को क्वारंटाइन करें: एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर कई वायरस को क्वारंटाइन कर सकता है ताकि वे आपके कंप्यूटर को कोई नुकसान न पहुंचा सकें।

मैन्युअल रूप से हटाएं: यदि आपके पास एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर नहीं है, तो वायरस को मैन्युअल रूप से हटाने के लिए इन steps को follow करें:

अगर आपके कंप्यूटर में वायरस आ गया है तो सबसे पहले आपको अपने कंप्यूटर को safe mode में on करना होगा.

अब अगर आप नहीं जानते कि कंप्यूटर में safe mode कैसे on करें तो हम आपको बता दें कि जब आप अपने कंप्यूटर को on करते हैं तो Windows logo दिखने से पहले आपको F8 key दबानी होगी। इसके बाद आपका कंप्यूटर safe mode में start हो जाएगा। यह तरीका केवल Windows 7 तक ही काम करेगा।

अगर आप Windows 8 या 10 का इस्तेमाल करते हैं तो इसके लिए आपको Start Menu पर जाना होगा। इसके बाद power option पर click करें। इसके बाद आपके सामने Shut Down, Restart, Sleep के तीन options आएंगे, अब आपको Shift button के साथ Restart button पर click करना होगा।

इसके बाद आपके सामने Troubleshoot window का option आएगा, इसके बाद आपको Troubleshoot पर click करना होगा, फिर Advanced option पर click करना होगा, इसके बाद आपको Startup Settings पर click करना होगा, इसके बाद आपका कंप्यूटर safe mode में खुल जाएगा।

कंप्यूटर को safe mode में on करने के बाद सबसे पहले आपको control panel पर जाकर उस software या game को delete करना होगा। जिसके कारण आपके कंप्यूटर में वायरस आ गया है। इसके साथ आपको एक अच्छा एंटीवायरस install करना होगा और अपने कंप्यूटर को scan करना होगा, अब बाकी काम एंटीवायरस अपने आप कर लेगा।

रेबिल्डिंग (फ़ॉर्मेटिंग): यदि किसी वायरस ने कंप्यूटर को इतनी गंभीर रूप से infected कर दिया है कि उसे remove करना मुश्किल है, तो आपको अपने कंप्यूटर को फिर से फ़ॉर्मेटिंग करने पर विचार करना चाहिए। इसका मतलब है कि आपको अपने कंप्यूटर को वायरस से पूरी तरह मुक्त करने के लिए अपने कंप्यूटर को clean करने और operating system को फिर से reinstall करने की आवश्यकता हो सकती है। इस प्रक्रिया से पहले एक backup ले लें ताकि आप अपना महत्वपूर्ण डेटा save कर सकें।

प्रोफेशनल हेल्प: यदि आपको कुछ वायरस हटाने में समस्या आ रही है, तो सिस्टम के लिए पेशेवर व्यक्ति से तकनीकी मदद लें। कंप्यूटर विशेषज्ञों के पास मरम्मत के ऐसे समाधान हो सकते हैं जो आपके कंप्यूटर को virus free करने में मदद कर सकते हैं।

Virus removal की process आपके कंप्यूटर पर आधारित है और वायरस के प्रकार और स्थिति पर निर्भर करती है, इसलिए सभी steps का सावधानीपूर्वक और पूरी तरह से पालन करें।

FAQ: Computer Virus Full Form In Hindi

वायरस का full form क्या होता है?

वायरस का full form “Vital Information Resources Under Siege” होता है।

वायरस क्या है?

वायरस एक प्रकार का कंप्यूटर मैलवेयर है जो कंप्यूटर सिस्टम को संक्रमित और नुकसान पहुंचा सकता है।

एंटीवायरस क्या होता है?

एंटीवायरस एक प्रकार का सॉफ़्टवेयर होता है जिसे कंप्यूटर और डिजिटल उपकरणों को वायरस और मैलवेयर से बचाने के लिए डिज़ाइन किया जाता है। यह वायरस का पता लगाने, हटाने और उससे बचाव में मदद करता है।

सबसे पहला कंप्यूटर वायरस कब बनाया गया था?

पहला कंप्यूटर वायरस “Creeper” नामक एक वायरस था जिसे 1971 में बनाया गया था। इसका प्राथमिक उद्देश्य सिस्टम पर एक प्रकार का संदेश प्रदर्शित करना था, जिसमें “I’m the creeper, catch me if you can!” यह लिखा गया था। इसके बाद, “Reaper” नामक एक एंटीवायरस बनाया गया जिसे Creeper को हटाने के लिए डिज़ाइन किया गया था। इसने कंप्यूटर सुरक्षा के क्षेत्र में वायरस और एंटीवायरस की शुरुआत को चिह्नित किया।

निष्कर्ष (Conclusion):

आशा है आपको यह जानकारी (Virus ka full form kya hai? Virus full form in Hindi) पसंद आयी होगी। यदि आपको यह लेख (Virus computer full form in Hindi) उपयोगी लगा है, तो कृपया इस लेख को अपने दोस्तों के साथ साझा करें। और यदि आपके पास इस लेख (Virus ki full form Hindi me) से संबंधित कोई प्रश्न है, तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स का उपयोग कर सकते हैं। 

Virus Kya Hai? Full Form Of Virus In Hindi लेख के अंत तक बने रहने के लिए आपका बहुत धन्यवाद!!!

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