Traffic Rules in Hindi – आप सभी हमारे दैनिक जीवन में यातायात के महत्व से अच्छी तरह परिचित हैं। परिवहन (Transport) एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने या दैनिक गतिविधियों जैसे कार्यालय, स्कूल, बाजार आदि के लिए और सामानों की आवाजाही के लिए एक महत्वपूर्ण साधन है।
किसी भी देश की प्रगति में बेहतर परिवहन साधनों का बहुत बड़ा योगदान होता है। परिवहन द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाएं हमारे काम को बहुत सरल और आसान बनाती हैं। यही कारण है कि सभी देशों में यातायात की सुविधाओं के साथ-साथ उनके लिए कुछ नियम-कायदे (Road safety rules in Hindi) भी बनाए गए हैं, जिससे सभी प्रकार की सुविधाएं बिना किसी बाधा के सुचारू रूप से चलती रहें।
Traffic Rules Kya Hote Hai?
चूंकि यातायात (Traffic) हमारे दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, इसलिए सरकार द्वारा नागरिकों की सुरक्षा और सुविधा के लिए यातायात के कुछ महत्वपूर्ण नियम निर्धारित किए गए हैं। सरकार के परिवहन विभाग (Transport department) द्वारा यातायात के लिए निर्धारित नियमों को यातायात नियम या ट्रैफिक रूल्स (Traffic Rules in Hindi) कहते हैं।
आप सभी जानते हैं कि यदि आप यातायात नियमों का पालन नहीं करते हैं तो आपके साथ सड़क दुर्घटना हो सकती है या यातायात पुलिस द्वारा आप पर जुर्माना लगाया जा सकता है या आपको जेल भी जाना पड़ सकता है।
एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हम सभी का नैतिक दायित्व बनता है कि हम सभी यातायात नियमों (Yatayat ke Niyam in Hindi) की अच्छी तरह से जानकारी रखें और उनका सख्ती से पालन करें।
आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको भारत के महत्वपूर्ण यातायात नियमों (Traffic Rules in India in Hindi) से संबंधित पूरी जानकारी देने जा रहे हैं।
इस लेख के माध्यम से आपको सभी महत्वपूर्ण यातायात नियम, यातायात सिग्नल नियम एवं महत्वपूर्ण यातायात चिन्ह (Traffic Rules, Signal, Symbol, Sign Chart in Hindi) एवं अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की जा रही है।
इस महत्वपूर्ण जानकारी के साथ यातायात नियमों का पालन कर आप एक जिम्मेदार और शिक्षित नागरिक बनकर न केवल अपने जीवन और वाहनों की रक्षा कर सकते हैं, बल्कि ड्राइविंग लाइसेंस की परीक्षा (Driving license test) भी आसानी से पास कर सकते हैं।
ट्रैफिक नियमों (Traffic Rules in Hindi) का पालन करना क्यों जरूरी है?
मानव प्राचीन काल से ही एक स्थान से दूसरे स्थान पर आने-जाने और वस्तुओं की आवाजाही के लिए परिवहन के विभिन्न साधनों का उपयोग करता आ रहा है। प्रत्येक देश में यातायात के विकास और निरंतर वृद्धि को ध्यान में रखते हुए, सुचारू रूप से और सभी की सुविधा के लिए यातायात नियम (Traffic Rules) निर्धारित किए गए हैं।
हालांकि सुरक्षित परिवहन के लिए सरकार द्वारा बुनियादी यातायात नियम (Basic traffic rules) निर्धारित किए गए हैं, लेकिन अधिकांश नागरिक इन यातायात नियमों का पालन नहीं करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप हर दिन हमें सड़क दुर्घटनाओं में लोगों के हताहत होने की खबर सुनने को मिलती है, जिसमें कई बार लोग गंभीर रूप से घायल, चोटिल हो जाते हैं या कभी-कभी अपनी जान भी गंवा देते हैं।
यातायात नियमों का उल्लंघन कर आप न केवल अपनी जान और वाहनों को खतरे में डालते हैं बल्कि दूसरे नागरिकों की जान भी खतरे में डालते हैं। यह असामंजस्य अक्सर अन्य लोगों के लिए भी मुश्किलें पैदा करती है।
यातायात नियमों के उल्लंघन से सड़क दुर्घटनाओं की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है, साथ ही ट्रैफिक जाम के कारण समय की भी अनावश्यक बर्बादी होती है। वहीं दूसरी ओर यातायात नियमों का सख्ती से पालन कर रोजाना होने वाले सड़क हादसों को रोका जा सकता है। वहीं, यातायात नियमों का पालन कर न केवल यातायात सुचारू रूप से संचालित होती है, बल्कि नागरिकों को अनावश्यक ट्रैफिक जाम से भी निजात मिल सकती है।
यातायात पुलिस कर्मी (Traffic police) यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों का चालान भी काटते हैं। आवश्यक रूप से सभी वाहन चालकों को सभी यातायात नियमों और सभी प्रकार के यातायात संकेतों की जानकारी होनी चाहिए। यातायात के सभी नियमों का पालन कर आप हादसों से खुद को बचा सकते हैं।
प्रत्येक वाहन चालक चाहे तो कुछ प्रमुख एवं महत्वपूर्ण यातायात नियमों का पालन कर अपना व दूसरों का जीवन सुरक्षित रखने में अहम योगदान दे सकता है।
यातायात नियमों और साइन बोर्ड (India’s Traffic Rules Signs with meaning in Hindi) के बारे में सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं के अलावा उनका अर्थ भी आपको लेख के माध्यम से समझाया गया है।
भारत में यातायात के महत्वपूर्ण नियम (Important Traffic Rules In India)
भारत में यातायात नियम (Traffic Rules in India in Hindi) और यातायात नियमों का महत्व इस प्रकार है:-
वाहन पार्किंग का विशेष ध्यान रखें (Use vehicle parking)
प्रत्येक वाहन चालक के लिए यह अनिवार्य है कि वह अपने वाहन को वाहन पार्किंग (Vehicle parking) के लिए निर्धारित स्थान पर ही पार्क करे। इससे न केवल आपका वाहन सुरक्षित रहेगा बल्कि अन्य वाहन चालकों व पैदल राहगीरों (Pedestrians) को भी असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इसके अलावा अनियोजित तरीके से बिना पार्किंग के यहां-वहां खड़े वाहनों के कारण भी देश में जाम की समस्या उत्पन्न होती है, ऐसे में जाम से निजात पाने के लिए वाहन को निर्धारित पार्किंग में ही खड़ा करना आवश्यक है।
हमेशा निर्धारित लेन में ड्राइव करें (Always drive in the designated lane)
हमें हमेशा वाहन के अनुसार अपने निर्धारित लेन में ही वाहन चलाना चाहिए। यातायात के इस नियम का पालन करने से यातायात सुगमता से संचालित होती है।
हमेशा अपनी लेन में ही ड्राइव करें। यदि आप शॉर्टकट या जल्दबाजी में लेन बदलते हैं, तो इससे न केवल दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है बल्कि अन्य लोगों को भी नुकसान हो सकता है।
बेवजह लेन बदलने से आपके पीछे चलने वाले वाहन चालक भ्रमित हो सकते हैं और दुर्घटना की संभावना भी बढ़ जाती है। इसलिए हमेशा अपनी निर्धारित लेन में ही ड्राइव करें।
ओवरटेक करने से बचें (Avoid overtaking)
आगे बढ़ने के लिए अक्सर हम सड़क पर जल्दबाजी में दूसरे वाहनों को ओवरटेक करने की कोशिश करते हैं। लेकिन ऐसा व्यवहार करने से दुर्घटना होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। अनावश्यक तरिके से ओवरटेकिंग अधिकांश दुपहिया वाहनों के हादसों का कारण बनता है, ऐसे में ओवरटेक करने के बजाय दूरी बनाए रखना बेहतर विकल्प है।
याद रखें कि ओवरटेक हमेशा दाहिनी ओर से करना चाहिए और सामने वाले वाहन के चालक द्वारा ओवरटेक करने का संकेत देने के बाद ही ओवरटेक करना चाहिए।
नो एंट्री का विशेष ध्यान रखें (Don’t drive in No Entry)
जब भी सड़क निर्माण, सड़क मरम्मत, नाली निर्माण, पाइप लाइन बिछाने या अन्य किसी प्रकार का निर्माण कार्य चल रहा होता है तो ऐसे स्थानों पर संबंधित विभाग द्वारा “नो एंट्री (No Entry)” का बोर्ड लगा दिया जाता है।
इन चेतावनियों के बावजूद कई लोग इनकी अनदेखी कर इन जगहों पर वाहन ले जाते हैं, जो खतरनाक हो सकता है, इसलिए नो एंट्री बोर्ड का खास ख्याल रखें।
सीट बेल्ट व हेलमेट का प्रयोग अनिवार्य है (Use seat belt and helmet)
हमें हमेशा परिवहन विभाग और सरकार द्वारा वाहन चलाते समय सीट बेल्ट या हेलमेट पहनने की सलाह दी जाती है, लेकिन इन चेतावनियों के बावजूद लोग इन नियमों का पालन नहीं करते हैं।
वाहन चलाते समय सीट बेल्ट और हेलमेट का उपयोग महत्वपूर्ण सुरक्षा उपाय हैं और ये दुर्घटना की स्थिति में चोट लगने की संभावना को कई गुना कम कर देते हैं।
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जरूरत पड़ने पर ही हॉर्न बजाएं (Honk only when necessary)
कई लोग वाहन चलाते समय बेवजह हॉर्न बजाते रहते हैं। यह एक बुरी आदत है जो न केवल दूसरे वाहन चालकों का ध्यान भटकाती है बल्कि वाहन दुर्घटना की संभावना को भी बढ़ा देती है।
इसके अलावा बेवजह हार्न बजाने से भी ध्वनि प्रदूषण (Noise pollution) को बढ़ावा मिलता है ऐसे में आपको तभी हार्न बजाना चाहिए जब बहुत ज्यादा जरूरत हो।
गति को नियंत्रित रखें (Control the speed)
वैसे तो आप जानते ही हैं कि ओवर स्पीड में ड्राइविंग कितनी खतरनाक हो सकती है। निर्धारित सीमा से अधिक गति से वाहन चलाना भी सड़क हादसों का एक बड़ा कारण है।
हमारे देश में ज्यादातर सड़क दुर्घटनाएं ओवरस्पीड (Overspeed) के कारण होती हैं, इसीलिए आपको लगभग सभी छोटी-बड़ी सड़कों पर स्पीड लिमिट (Speed limit) से संबंधित साइनबोर्ड (Signboard) देखने को मिल जाएंगे।
ऐसे में जरूरी है कि हम हमेशा अपने वाहन की गति निर्धारित सीमा के अंदर ही रखें और ओवरस्पीड (Overspeed) और रश ड्राइविंग (Rash driving) से दूर रहें।
वाहन चलाते समय फोन पर बात न करें (Avoid phone while driving)
दोस्तों आपने अक्सर देखा होगा कि लोग कार, बाइक या कोई भी वाहन चलाते वक्त फोन कॉल आने पर फोन पर बात करने लगते हैं। जबकि यह हरकत गलत है और दुर्घटना को आमंत्रण देने जैसा है।
वाहन चलाते समय हो सके तो फोन को साइलेंट मोड पर रखें। अगर आप ऐसा नहीं कर सकते और कॉल आने पर फोन उठाना जरूरी हो तो सड़क के किनारे गाड़ी खड़ी कर दें और फिर फोन पर बात करें। यह आपके और दूसरों के सुरक्षा के लिए अच्छा होगा, अन्यथा वाहन चलाते समय ध्यान भटकने पर आप दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं।
नशे में धुत होकर वाहन न चलायें (Don’t drive drunk)
शराब के नशे में गाड़ी चलाना भारतीय मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार एक दंडनीय अपराध है।
आपातकालीन वाहन को जगह दें (Give place to emergency vehicle)
सड़क पर यातायात नियमों के साथ-साथ यह भी एक प्रकार का नियम माना जाता है जिसमें किसी भी प्रकार के आपातकालीन वाहन जैसे एंबुलेंस आदि को आगे निकलने के लिए जगह अवश्य देनी चाहिए। क्योंकि उस समय मरीज की हालत और खराब हो सकती है, जिससे अगर उसे रास्ता नहीं दिया गया तो वह समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाएगा, जिससे उसकी मौत भी हो सकती है, इसलिए आपातकालीन वाहन को जगह जरूर देनी चाहिए।
ड्राइविंग लाइसेंस अपने पास रखें (Keep Driving License with you)
इन सभी यातायात नियमों के अलावा, बुनियादी यातायात नियम यह है कि आपको हमेशा अपना ड्राइविंग लाइसेंस अपने पास रखकर ही वाहन चलाना चाहिए, इसके अलावा वाहन के सभी आवश्यक दस्तावेज अपने पास रखें।
भारत में “ट्रैफिक सिग्नल” के संकेत – Indian Traffic Rules in Hindi
यातायात के सुचारू संचालन और सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए सभी वाहन धारकों और नागरिकों को यातायात संकेतों (Traffic signals) का पालन करना आवश्यक है।
ट्रैफिक सिग्नल में मुख्यतः 3 प्रकार की लाइटों का प्रयोग किया जाता है, जिसका अर्थ इस प्रकार है:-
- लाल लाइट/बत्ती संकेत (The Red Light Signal) – ट्रैफिक सिग्नल में सबसे ऊपर लाल लाइट होती है, जिसे लाल बत्ती भी कहते हैं। जब भी ट्रैफिक सिग्नल लाल होता है तो इसका मतलब है कि आपको रुकना (Stop) है। लाल बत्ती देखते ही निर्धारित लाइन से पहले रुक जाना चाहिए। लाल बत्ती होने पर कभी भी सड़क पार करने की कोशिश न करें।
- पीली लाइट/बत्ती संकेत (The Yellow Light Signal) – ट्रैफिक सिग्नल में दूसरे नंबर की लाइट पीली लाइट होती है। लाल बत्ती बंद होने के बाद जब भी आप किसी ट्रैफिक सिग्नल पर पीली बत्ती देखते हैं, तो इसका मतलब है कि आप चलने के लिए तैयार रहें (Ready to go)।
- हरी लाइट/बत्ती संकेत (The Green Light Signal) – पीली बत्ती बंद होने पर ट्रैफिक सिग्नल पर हरी बत्ती दिखाई देती है। ट्रैफिक सिग्नल पर हरी बत्ती दिखने का मतलब है कि अब आप जिस दिशा में जाना चाहते आगे बढ़ सकते हैं (Go ahead)।
भारत में यातायात के चिन्ह – Traffic signs with names and images
आपने अपनी यात्रा के दौरान अक्सर सड़क के किनारे तरह-तरह के यातायात चिन्ह (Traffic sign) देखे होंगे। इन यातायात चिह्नों और प्रतीकों (Traffic Signs & Symbols) की सहायता से आप यातायात और परिवहन के बारे में विभिन्न प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
इसके अलावा ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट के समय भी आप Traffic Signs & Symbols in Hindi से जुड़े सवालों के जवाब देकर आसानी से ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं।
यातायात चिन्ह (Traffic Signs) | यातायात चिन्ह का नाम (Traffic Signs Name) | यातायात चिन्ह का अर्थ (Traffic Signs meaning in Hindi) |
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प्रवेश निषिद्ध (No Entry) | इस चिन्ह का अर्थ है कि गलत दिशा में वाहन चलाना दंडनीय अपराध है। | |
वन वे ट्रैफ़िक (One Way Traffic) | इस चिन्ह का अर्थ यह है कि आपको सड़क के केवल एक तरफ ही गाड़ी चलानी है। | |
वाहन प्रवेश निषेध (Vehicle Entry Prohibited) | इस यातायात चिन्ह का अर्थ है कि दोनों दिशाओं में वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से प्रतिबंधित है। | |
रुकना मना है (No Stopping) | इस चिन्ह का अर्थ है कि यहां वाहन को रोकना मना है। | |
नो-पार्किंग साइन (No-parking Sign) | इस चिन्ह का अर्थ है कि इस स्थान पर पार्किंग प्रतिबंधित है। | |
यू-टर्न निषेध (U-Turn Prohibited) | इस चिन्ह का अर्थ यू-टर्न लेने का निषेध है जिसका अर्थ है कि आप संबंधित स्थान से यू-टर्न नहीं ले सकते हैं। | |
नो लेफ्ट टर्न (No Left Turn Mark) | इस चिन्ह का अर्थ है कि आप संबंधित स्थान से बायीं तरफ नहीं मुड़ सकते है। | |
नो राईट टर्न (No Right Turn Mark) | इस चिन्ह का अर्थ है कि आप संबंधित स्थान से दायीं तरफ नहीं मुड़ सकते है। | |
नो-ओवरटेकिंग (No Overtaking) | यह चिन्ह बताता है कि इस क्षेत्र में ओवरटेकिंग नहीं करनी चाहिए। | |
भारी वाहन वर्जित (Heavy Vehicle Prohibited) | इस चिन्ह का अर्थ है कि इस क्षेत्र में भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित है। | |
सभी मोटर वाहन प्रतिबंधित (All motor vehicles prohibited) | इस प्रकार के चिन्ह का अर्थ है कि इस स्थान पर किसी भी प्रकार के मोटर वाहन को इस क्षेत्र के अंतर्गत आने की अनुमति नहीं है। | |
बैलगाड़ी, तांगा या हाथ गाड़ी वर्जित (Bullock cart, tanga or hand cart prohibited) | इस प्रकार के चिन्ह का अर्थ है कि इस मार्ग पर किसी भी प्रकार की हाथगाड़ी, बैलगाड़ी, तांगा या रिक्शा का चलना वर्जित है। | |
साइकिल वर्जित (Cycle- Prohibited) | इस चिन्ह का अर्थ है कि इस क्षेत्र में साइकिल चलाना प्रतिबंधित है। | |
नो-हॉर्न (No-Horn) | इस चिन्ह का अर्थ है कि आप इस क्षेत्र में हॉर्न का उपयोग नहीं कर सकते हैं। | |
खड़ी चढ़ाई (Steep Ascent) | इस चिन्ह का अर्थ है की आगे सड़क पर खड़ी चढ़ाई है। | |
ढ़लान (Steep descent) | इस चिन्ह का अर्थ है कि सड़क पर आगे एक खड़ी ढलान है। | |
स्कूल-साईन बोर्ड (School Sign Board) | इस चिन्ह का अर्थ है कि आगे एक स्कूल है इसलिए अपनी गति सीमा को नियंत्रित करें। | |
संकरा पुल (Narrow Bridge) | इस चिन्ह का प्रयोग तब किया जाता है जब सड़क पर कोई संकरा पुल हो। | |
संकरी सड़क(Narrow Road) | इस चिन्ह का अर्थ है कि आगे की सड़क संकरी है। | |
आगे पत्थर गिरने का भय है (Falling of Rocks) | इस चिन्ह का अर्थ है कि आगे पत्थर गिरने का खतरा है। यह चिन्ह अक्सर पहाड़ी रास्तों पर देखा जाता है। | |
आगे फिसलन है (Slippery Road Sign) | पाला पड़ने तथा अन्य कारणों से इस चिन्ह का प्रयोग पहाड़ी रास्तों पर किया जाता है, जिसका अर्थ है कि आगे फिसलन है। | |
पैदल चलना मना है (Pedestrians Prohibited) | इस चिन्ह का अर्थ है कि यहां पैदल चलना वर्जित है। | |
तीव्र मोड़ (Hairpin Turn) | इस चिन्ह का अर्थ है कि आगे एक तेज या अंधा मोड़ है। |
भारत में सड़क सुरक्षा संकेत (Road Safety Signs in India)
हमने मुख्य रूप से सड़क सुरक्षा संकेतों को 3 भागों में बांटा है। अनिवार्य, चेतावनी और सड़क सुरक्षा संकेतों के आधार पर सभी सड़क सुरक्षा संकेतों का विवरण इस प्रकार है:-
#1. अनिवार्य सड़क सुरक्षा संकेत (Important Road Safety Symbol)
सड़क सुरक्षा की दृष्टि से अनिवार्य सड़क सुरक्षा संकेत (Road Safety Symbol), जिनका पालन करना प्रत्येक नागरिक का अनिवार्य कर्तव्य है, अनिवार्य सड़क सुरक्षा संकेतों के अंतर्गत आते हैं। अनिवार्य सड़क सुरक्षा चिन्ह सड़क सुरक्षा (Road safety) की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। प्रमुख अनिवार्य सड़क सुरक्षा संकेत इस प्रकार हैं:-
#2. अनिवार्य सड़क चेतावनी संकेत (Important Road Warning Signs)
सड़क निर्माण कार्य के खतरे, ढलान, मोड़, निर्माण कार्य, फिसलन, भूस्खलन और सड़क पर पत्थर गिरने जैसे अनिवार्य सड़क चेतावनी संकेत के माध्यम से वाहन चालक सड़क की स्थिति का पता लगाकर अनिवार्य सुरक्षा का निरीक्षण कर सकता है। प्रमुख अनिवार्य सड़क चेतावनी संकेत इस प्रकार हैं:-
#3. अनिवार्य सड़क सूचक संकेत (Important Road Signs)
सड़क मार्ग पर पेट्रोल-पंप, अस्पताल, सार्वजनिक टेलीफोन बूथ, पार्किंग स्थल और खानपान आदि की सुविधा के बारे में जानकारी देने वाले संकेतों को अनिवार्य सड़क सूचक संकेत कहा जाता है। प्रमुख अनिवार्य सड़क संकेत इस प्रकार हैं:-
यातायात नियमों से संबंधित प्रश्न और उत्तर हिंदी में (FAQ)
Q – यातायात नियम क्या हैं?
A – सड़क परिवहन के सुचारू संचालन के लिए सरकार द्वारा निर्धारित नियमों को यातायात नियम कहा जाता है। सड़क सुरक्षा के लिए यातायात नियमों का पालन करना जरूरी होता है।
Q – ट्रैफिक नियमों के बारे में ऑनलाइन कैसे जानें?
A – परिवहन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://parivahan.gov.in/ पर जाकर आप यातायात संबंधी नियमों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
Q – ट्रैफिक नियमों का पालन करना क्यों जरूरी है?
A – सड़क यातायात के सुचारू प्रवाह, सड़क दुर्घटनाओं से सुरक्षा और अन्य नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हमें यातायात नियमों का पालन करना चाहिए।
Q – ट्रैफिक सिग्नल में लाल बत्ती (Red light) का क्या मतलब होता है?
A – ट्रैफिक सिग्नल में लाल बत्ती का मतलब है कि आपको वाहन को निर्धारित लाइन में रोकना होगा।
Q – ट्रैफिक सिग्नल में पीली बत्ती (Yellow light) क्या दर्शाती है?
A – ट्रैफिक सिग्नल में पीली बत्ती रेडी टू मूव का मतलब बताती है। ट्रैफिक सिग्नल में पीली बत्ती जलते ही आपको आगे बढ़ने के लिए तैयार हो जाना चाहिए।
Q – ट्रैफिक सिग्नल में हरी बत्ती (Green light) क्या दर्शाती है?
A – ट्रैफिक सिग्नल में हरी बत्ती आगे बढ़ने का मतलब बताती है, इसका मतलब है कि अब आप किसी भी दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।
Q – राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह क्यों मनाया जाता है?
A – लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह (National Road Safety Week) मनाया जाता है। इस दौरान लोगों को यातायात नियमों और यातायात नियमों का पालन करने के महत्व के बारे में जागरूक किया जाता है।
Q – राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह कब मनाया जाता है?
A – राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह प्रत्येक वर्ष जनवरी माह में 11 जनवरी से 17 जनवरी तक मनाया जाता है। इस दौरान यातायात नियमों के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
यहां हम आपसे अनुरोध करना चाहते हैं कि जब भी आप सड़क मार्ग से यात्रा करें तो कृपया यातायात नियमों का पालन करें, यह आपके और अन्य सह-यात्रियों की सुरक्षित यात्रा के लिए बहुत उपयोगी है।
दोस्तों यहां पर आपको Traffic Rules in Hindi, Signal, Symbol, Sign Chart (भारत में ट्रैफिक रूल्स की जानकारी) प्रदान की गयी है। अगर आप इससे संतुष्ट हैं तो इस लेख को अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ जरूर शेयर करें, या आप कोई अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं, और अपना सुझाव व्यक्त कर सकते हैं।
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