Trading Kya Hai In Hindi – आज के तकनीकी दौर में शेयर बाजार में निवेश (Investment) करना बहुत आम हो गया है। शेयर बाजार (Share Market) में कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाने वाले लोग मुख्य रूप से ट्रेडिंग (Trading) ही करते हैं। लेकिन शेयर बाजार में निवेश करने वाले ज्यादातर लोगों को ट्रेडिंग के बारे में सही जानकारी नहीं होती है।
ट्रेडिंग कई प्रकार की वित्तीय वस्तुओं पर किया जा सकता है। पिछले कुछ दशकों में मुख्य रूप से शेयर (Share) पर ट्रेडिंग करना काफी लोकप्रिय हुआ है। हालांकि मौजूदा समय में लोग स्टॉक (Stocks) में भी ट्रेडिंग कर रोजाना अच्छा पैसा कमा रहे हैं।
इसके पीछे का कारण बहुत साफ है, ट्रेडिंग की मदद से आप कम समय में ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। वर्तमान में ट्रेडिंग ही एकमात्र तरीका है जो लोगों को ऑनलाइन पैसा कमाने और कम समय में अधिक पैसा कमाने का सर्वोत्तम अवसर देता है।
आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि ट्रेडिंग क्या है? नए लोग ट्रेडिंग कैसे सीख सकते हैं?, ट्रेडिंग कैसे करते हैं?, ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं, शेयर बाजार में ट्रेडिंग करके पैसे कैसे कमाए? आदि सवालों के जवाब विस्तार से देने की कोशिश करेंगे।
ट्रेडिंग क्या होता है? (Trading Kya Hai)
आम तौर पर हम किसी भी व्यवसाय को करते समय ट्रेडिंग शब्द का शाब्दिक रूप से उपयोग करते हैं। ट्रेडिंग एक व्यापक शब्द है जो विभिन्न वित्तीय वस्तुओं जैसे स्टॉक, सामान्य निवेश, मुद्रा, वस्तुओं आदि की खरीद और बिक्री की गतिविधि को संदर्भित करता है।
Trading meaning in Hindi – यह बाजार में विभिन्न उत्पादों को खरीदने और बेचने का व्यवसाय है। ट्रेडिंग का उद्देश्य होता है कि किसी भी वस्तु को कम कीमत पर खरीद कर उसे अधिक कीमत पर लाभ के साथ बेचना ट्रेडिंग कहलाता है।
आसान भाषा में अगर ट्रेडिंग को समझा जाए तो किसी भी वस्तु को खरीदने के बाद जब उस वस्तु की कीमत बढ़ जाती है तो उसे उचित मूल्य पर बेचकर मुनाफा कमाना ट्रेडिंग कहलाता है।
जो लोग ट्रेडिंग करते हैं उन्हें Traders कहा जाता है। आशा है कि आप समझ गए होंगे कि Trading kya hoti hai?
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग क्या होता है? (Stock market trading in Hindi)
शेयर बाजार में भी खरीद-बिक्री का काम ट्रेडिंग के जरिए होता है। जिसमें किसी भी शेयर को कम कीमत पर खरीद लिया जाता है और कुछ समय बाद जब शेयर की कीमत बढ़ जाती है तो उसे अच्छी कीमत पर बेच दिया जाता है। शेयर बाजार में भी इस प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहा जाता है।
ट्रेडिंग के माध्यम से किसी भी कंपनी के शेयरों को कम समय में अधिक मुनाफे के साथ खरीदना और बेचना काफी आम हो गया है। लेकिन कई बार लोगों को कम समय में फायदा नहीं मिल पाता है।
शेयर बाजार की ट्रेडिंग की बात करें तो शेयर बाजार की ट्रेडिंग सुबह 9:15 बजे शुरू होती है। कहने का मतलब यह है कि शेयर बाजार 9:15 बजे खुलता है जो दोपहर 3:30 बजे तक सक्रिय रहता है। 3:30 के बाद आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग नहीं कर सकते क्योंकि शेयर बाजार बंद हो जाता है।
इस बीच कोई भी व्यक्ति अपनी सूझ-बूझ से खरीदे और बेचे जाने वाले सभी शेयरों के माध्यम से अच्छा लाभ कमा सकता है।
आज भारत समेत दुनिया भर में करोड़ों लोग रोजाना शेयरों में ट्रेडिंग कर अपना घर चलाते हैं और अच्छा पैसा भी कमा रहे हैं। इतना ही नहीं शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने वाले लोग भी आज दुनिया के अरबपतियों की लिस्ट (Billionaires List) में शामिल हैं।
शेयर बाजार की ट्रेडिंग में लोग विभिन्न प्रकार की तकनीकों और अनुभवों का उपयोग करके शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते हैं। क्योंकि यहां ट्रेडिंग के दौरान रिस्क बहुत ज्यादा होता है, जो आपको पल भर में कंगाल भी बना सकता है और इस रिस्क से बचने के लिए शेयर मार्केट में हर कोई अपने अपने अलग-अलग फॉर्मूले का इस्तेमाल करके ट्रेडिंग करता है।
वैसे तो ट्रेडिंग केवल लाभ पाने के लिए की जाती है, लेकिन अपनी सुविधा और जोखिम के आधार पर ट्रेडिंग करना अधिक लाभदायक माना जाता है क्योंकि किस समय आपको नुकसान होगा इसका पहले से अनुमान लगाना बहुत मुश्किल होता है।
शेयर बाजार में कितने प्रकार की ट्रेडिंग होती है? Types of trading in Hindi
शेयर बाजार में दो तरह की ट्रेडिंग होती है Short term trading और Long term trading।
शेयर बाजार (Stock market) में ट्रेडिंग के प्रकार की बात करें तो ऑप्शन के आधार पर कई तरह की ट्रेडिंग होती है जिसकी मदद से व्यक्ति शेयर बाजार में पैसा लगाता है और रोजाना पैसा कमाता है। शेयर बाजार में ट्रेडिंग को मुख्य रूप से चार भागों में बांटा गया है।
शेयर बाजार में ट्रेडिंग के प्रकार इस प्रकार हैं:
- Intraday Trading
- Scalping Trading
- Swing Trading
- Positional Trading
#1. Intraday Trading क्या है?
यह सामान्य और सबसे लोकप्रिय ट्रेडिंग में से एक है, जो शेयर बाजार के खुलने और बंद होने के बीच में की जाती है। इस ट्रेडिंग का समय सुबह 9:15 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक होता है।
इस समयावधि में आप शेयर बाजार में कोई भी शेयर खरीद या बेच सकते हैं। ट्रेडिंग करने में आपको 1 दिन का समय मिलता है यानि आपको 1 दिन में शेयर खरीदना और बेचना होता है।
इंट्राडे ट्रेडर्स का लक्ष्य बाजार के अल्पकालिक मूल्य उतार-चढ़ाव का फायदा उठाना होता है, जो अक्सर बाजार की अस्थिरता का फायदा उठाते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग उन लोगों में अधिक लोकप्रिय है जो बाजार से जल्दी मुनाफा कमाना चाहते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग जोखिम भरा हो सकता है क्योंकि ट्रेडर एक दिन में कई ट्रेड करते हैं। साथ ही, लंबे समय तक लाभ कमाने के लिए इंट्राडे ट्रेडर्स को बहुत अनुशासित होने की आवश्यकता होती है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में सफल होने के लिए, ट्रेडर्स को तकनीकी विश्लेषण और जोखिम प्रबंधन की अच्छी समझ होनी चाहिए।
#2. Scalping Trading क्या है?
Scalping Trading एक व्यापारिक रणनीति (Trading strategy) है जिसमें ट्रेडर छोटे समय सीमा में ट्रेड करते हुए छोटे प्रॉफिट कमाने का प्रयास करते हैं। इस प्रकार के ट्रेडिंग के माध्यम से शेयर बाजार के खुलने से लेकर बंद होने तक पूरे दिन व्यापार करने की अनुमति नहीं होती है।
यह ट्रेडिंग दिनभर में केवल 50 मिनट के लिए ही सक्रिय रहती है। यानी सुबह 9:15 बजे शेयर बाजार खुलने पर यह ट्रेडिंग शुरू होती है और सुबह 10:05 बजे यह ट्रेडिंग बंद हो जाती है।
इस प्रकार की ट्रेडिंग के माध्यम से आप शेयर खरीद और बेच सकते हैं और इस प्रकार की ट्रेडिंग से आप केवल 50 मिनट में जितना लाभ हो सकता है उतना लाभ कमा सकते हैं।
इस ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी का उद्देश्य अनुमानित कीमत के छोटे उतार-चढ़ावों का फायदा उठाना होता है। इस ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी में, ट्रेडर बाजार में आने वाले मामूली उतार-चढ़ावों को जानते हुए खरीदने या बेचने का फैसला करता है और अपने निवेश से थोड़े से प्रॉफिट का लक्ष्य रखता है।
इस ट्रेडिंग की कम समय सीमा से आप अनुमान लगा सकते हैं कि यह ट्रेडिंग प्रकार कितना जोखिम भरा है। इसलिए इस ट्रेडिंग को वही लोग कर सकते हैं, जिन्हें शेयर मार्केट की अच्छी जानकारी और नॉलेज हो।
#3. Swing Trading क्या है?
इस प्रकार की ट्रेडिंग पहले दो प्रकार के ट्रेडिंग से बिल्कुल अलग होती है। इस ट्रेडिंग के जरिए आप किसी भी एक दिन शेयर खरीद सकते हैं और जब चाहें उन्हें वापस बेच सकते हैं। यानी इसके लिए कोई निश्चित अवधि नहीं है, आप अपनी इच्छा के अनुसार शेयर अपने पास रख सकते हैं।
स्विंग ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी के जरिए आप दिनों या हफ्तों तक नहीं, बल्कि एक कुछ हफ्तों या महीनों के लिए ट्रेड करने में सक्षम होते है।
इस प्रकार की ट्रेडिंग से आपको शेयर को खरीदने और होल्ड करने का मौका मिलता है और जब उस शेयर या स्टॉक की कीमत बढ़ जाती है तो आप चाहें तो उसे बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
ज्यादातर लोग इसी ट्रेडिंग का इस्तेमाल करके शेयर बाजार में पैसा लगाते हैं क्योंकि कम समय में नुकसान होने की संभावना ज्यादा होती है। ऐसे में उनके लिए शेयर होल्ड करके रखना काफी सुरक्षित माना जा रहा है।
#4. Positional Trading क्या है?
इस ट्रेडिंग को सबसे लंबी अवधि की ट्रेडिंग माना जाता है। इस ट्रेडिंग के जरिए बहुत कम निवेश में अच्छा पैसा कमाया जा सकता है या यह भी कहा जा सकता है कि यह ट्रेडिंग कम जोखिम भरा भी है क्योंकि लंबे समय में आप उस स्टॉक की कीमत का अच्छे से विश्लेषण कर सकते हैं।
जब शेयर की कीमत बढ़ जाती है तो उसे बेचकर पैसा कमाया जा सकता है। शेयर बाजार में आए दिन उतार-चढ़ाव का असर रहता है, ऐसे में किसी भी स्टॉक को लंबे समय तक एनालाइज करने के बाद अच्छा मुनाफा देखकर आराम से बेचा जा सकता है।
Trading कैसे की जाती है?
ट्रेडिंग एक निवेश रणनीति (Investment strategy) है जिसमें एक व्यक्ति या संस्था वित्तीय वस्तु या संपत्ति को खरीदने या बेचने का काम करती है। ट्रेडिंग एक बहुत ही आसान प्रक्रिया है।
लगभग हर प्रकार के बिजनेस में ट्रेडिंग की प्रक्रिया का पालन किया जाता है। किसी भी वस्तु को कम कीमत पर खरीदकर लाभ के साथ अधिक कीमत पर बेचना ट्रेडिंग कहलाता है।
उदाहरण के तौर पर अगर शेयर बाजार में ट्रेडिंग की बात करें तो किसी एक शेर को सुबह 9:15 बजे ₹50 में खरीदना और कुछ समय बाद या 3:30 से पहले ₹70 में बेचना ट्रेडिंग कहलाता है।
इसमें एक व्यक्ति ₹50 में एक शेयर खरीदता है और उसे ₹70 में बेचता है, यानी उसे ₹20 प्रति शेयर का लाभ प्राप्त हुआ है। इस पूरी प्रक्रिया को करके लोग हर दिन शेयरों में ट्रेडिंग करते हैं और अच्छा मुनाफा कमाते हैं।
Trading करने के लिए जरूरी चीजें
शेयर बाजार में Trading करने के लिए व्यक्ति के पास एक डीमैट अकाउंट (Demat account) होना अनिवार्य है। डीमैट अकाउंट बनाने के लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है। आप अपना Demat account कंप्यूटर या अपने मोबाइल से online बना सकते हैं।
इसके लिए आपके आधार कार्ड में आपका मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड होना अनिवार्य है। उसके जरिए ही आप डीमैट अकाउंट खोल पाएंगे।
आज के समय में डीमैट अकाउंट खोलने के लिए कई प्लेटफॉर्म हैं। उदाहरण के लिए, Up stock और Grow जैसे Online Share Market Trading App मौजूद हैं, जिसके माध्यम से आप अपना डीमैट खाता खोल सकते हैं और फिर शेयर बाजार में ट्रेडिंग कर सकते हैं।
FAQ
Q – ट्रेडिंग का मतलब क्या होता है?
A – ट्रेडिंग को हिंदी में व्यापार कहा जाता है, जिसका अर्थ है कि किसी वस्तु को कम कीमत पर खरीदना और उसे अधिक कीमत पर बेचना, यानी लाभ के साथ बेचना, ट्रेडिंग कहलाता है।
Q – शेयर बाजार में कितने प्रकार की ट्रेडिंग होती है?
A – शेयर बाजार की ट्रेडिंग की बात करें तो शेयर बाजार में 4 तरह से ट्रेडिंग की जाती है।
Q – भारतीय शेयर बाजार (NSE) का ट्रेडिंग समय क्या होता है?
A – भारतीय शेयर बाजार (NSE) का समय सुबह 9:15 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक होता है।
निष्कर्ष:
आज के समय में शेयर बाजार में निवेश करना बहुत ही आम हो गया है, इसीलिए कई लोग शेयर बाजार में निवेश कर अच्छा पैसा कमा रहे हैं। बाजार में किसी भी शेयर या स्टॉक को खरीदना और बेचना ट्रेडिंग कहलाता है और उस ट्रेडिंग से ही हर व्यक्ति को लाभ मिलता है।
शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना जितना फायदेमंद माना जाता है उतना ही जोखिम भरा भी होता है क्योंकि इसमें नुकसान की संभावना भी बहुत ज्यादा होती है।
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