StatStatue of Unity Facts In Hindi – स्टैच्यू ऑफ यूनिटी वास्तव में भारतीय राजनेता और स्वतंत्रता कार्यकर्ता सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabh Bhai Patel) की एक विशाल प्रतिमा है. यह मूर्ति गुजरात के वडोदरा शहर से 100 किलोमीटर (62 मील) दक्षिण-पूर्व में नर्मदा नदी पर स्थित है.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी न केवल दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा (Tallest statue in the world) है बल्कि भारत के लिए गौरव का प्रतीक भी है.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity) अब देश-विदेश के पर्यटकों का पसंदीदा पर्यटन स्थल (Tourist spot) बन गया है और यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या भी दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है.
अगर आप भी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी टूरिज्म पर जाना चाहते हैं, तो पहले जान लें कि यह प्रतिमा इतनी खास क्यों है और इसकी विशेषताएं क्या हैं?
Amazing facts and information about “Statue of Unity” in Hindi, इस लेख में हम आपको इस मूर्ति के बारे में कुछ खास बातें और जानकारी देने जा रहे हैं, जिसे जानकर आपको भी गर्व होगा…
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी किसका प्रतिनिधित्व करती है? What does the Statue of Unity represent?
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी सरदार वल्लभभाई पटेल (1875-1950) के सम्मान में उनकी जीवन शैली को दर्शाती दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है.
सरदार पटेल अहिंसक भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के अग्रदूत और स्वतंत्र भारत के पहले उप प्रधान मंत्री (Deputy Prime Minister) और गृह मंत्री (Home Minister) थे.
स्वतंत्रता के बाद की 562 रियासतों को एक संयुक्त भारत बनाने के लिए एकजुट करने के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल का अत्यधिक सम्मान किया जाता है.
“लौह पुरुष (Iron Man)” के उपाधि से प्रसिद्ध सरदार वल्लभभाई पटेल का यह स्मारक उनके कुशल राजनीतिज्ञ और एकता के आदर्शों का भी प्रतीक है.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की संरचना और निर्माण – Structure and construction of Statue of Unity
“स्टैच्यू ऑफ यूनिटी” की प्रतिमा के निर्माण में लगभग 46 महीने लगे और पूरे प्रोजेक्ट पर कुल 2989 करोड़ रुपये खर्च किए गए.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण को दो भागों में बांटा गया था. पहले चरण में मूर्ति की नींव रखी जानी थी और दूसरे भाग में मूर्ति को खड़ा किया जाना था.
मूर्ति को बनाने में सबसे बड़ी चुनौती थी बाढ़, भूकंप, तेज हवा और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से इसकी रक्षा करना. ऐसे में इस मूर्ति को इस तरह से मजबूती से बनाया गया है कि यह 6.5 तीव्रता के भूकंप को झेल सके. इतना ही नहीं, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी 100 किमी प्रति सेकेंड तक की हवा की गति को भी झेलने में सक्षम है.
इस मूर्ति को इंजीनियरों ने मॉक-अप, 3डी, स्कैनिंग टेक्नोलॉजी और कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी के चार चरणों के जरिए पूरा किया है.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की प्रतिमा बनाने में 300 इंजीनियरों सहित 3,000 से अधिक श्रमिकों ने योगदान दिया था.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को बनाने में चार धातुओं का इस्तेमाल किया गया है. जिसमें तांबे के साथ जस्ता, सीसा और टिन भी शामिल है, इससे मूर्ति सालों तक जंग नहीं खाएगी. यह धूल, धूप, बारिश और जंग से प्रभावित नहीं होगी और सैकड़ों वर्षों तक खराब नहीं होगी.
मूर्ति के निर्माण में 85 प्रतिशत तांबे का प्रयोग किया गया है. इसके अलावा 5,700 मीट्रिक टन स्ट्रक्चरल स्टील और 18,500 मीट्रिक टन रीइन्फोर्समेंट बार का भी इस्तेमाल किया गया है. यह मूर्ति 70,000 मीट्रिक टन सीमेंट से बनी है.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का कांस्य कवर चीन की जियांग्शी टॉक्सिन कंपनी (JTQ) द्वारा बनाया गया है. प्रतिमा पर कांस्य आवरण (Bronze cover) की मोटाई 8 मिमी है.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की खासियत क्या है? What is the specialty of Statue of Unity?
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी वर्तमान में दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा (Tallest statue in the world) है. इस मूर्ति की ऊंचाई अमेरिका की “स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी” से लगभग दोगुनी यानी 182 मीटर (597 फीट) है. इस भव्य प्रतिमा का कुल वजन 1700 टन है.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में 153 मीटर की उंचाई पर एक दर्शक गैलरी (Viewing gallery) है जहां से लगभग 200 लोग सरदार सरोवर बांध, सतपुड़ा पर्वत और विंध्याचल पर्वत का विहंगम दृश्य देख सकते हैं.
इस मूर्ति की एक और विशेषता यह है कि इतनी विशाल संरचना होने के बावजूद स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण केवल 46 महीनों में किया गया है.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी 50 मीटर/सेकेंड (180 किमी/घंटा) हवा की गति और कंपन को सहन करने में सक्षम है. मूर्ति का निर्माण भूकंप प्रतिरोधी संरचना के साथ भूकंपीय क्षेत्र IV को ध्यान में रखते हुए किया गया है.
मूर्ति अपने आप में अनूठी है, इसके पैर की ऊंचाई 24.3 मीटर, हाथ की ऊंचाई 21.3 मीटर, कंधे की ऊंचाई 42.6 मीटर और चेहरे की ऊंचाई 21.3 मीटर है.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बारे में रोचक बातें – Amazing Facts About Statue of Unity in Hindi
#1. यह मूर्ति (Statue of Unity) न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में सबसे ऊंची प्रतिमा है, जिसकी कुल ऊंचाई 182 मीटर है.
#2. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को “स्टैच्यू ऑफ यूनिटी” नाम इस वजह से दिया गया है क्योंकि स्वतंत्रता के बाद सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारत के रूप में 560 से अधिक भारतीय रियासतों का गठन किया था.
#3. इस प्रतिमा के निर्माण के लिए गुजरात सरकार द्वारा एक विशेष प्रयोजन समिति का गठन किया गया था; जिसका नाम सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय एकता ट्रस्ट (SVPRET) था. इस कमेटी का काम मूर्ति के निर्माण कार्य की निगरानी करना था.
#4. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी प्रतिमा का उद्घाटन भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा 31 अक्टूबर 2018 को सरदार वल्लभभाई पटेल की 143 वीं वर्षगांठ पर किया गया था.
#5. उद्घाटन के साथ ही, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी ने दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है.
#6. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की लंबाई इतनी है कि इसे 7 किलोमीटर की दूरी से भी देखा जा सकता है.
#7. इस प्रतिमा की नींव 45 मीटर की गहराई पर रखी गई थी, इसलिए भूमि पूजन के लिए 15 मंज़िल ईमारत नीचे जाना पड़ा था.
#8. पर्यटकों के लिए मूर्ति तक पहुंचने के लिए पुल और नाव की भी व्यवस्था है.
#9. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी परियोजना की घोषणा पहली बार 7 अक्टूबर 2010 को की गई थी.
#10. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का पहला मॉडल कलाकार और मूर्तिकार राम वी सुतार (Ram V. Sutar) द्वारा डिजाइन किया गया था.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बारे में जानकारी – Interesting Facts About Statue of Unity in Hindi
#11. लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की इस प्रतिमा के लिए “लोहा दान” अभियान चलाया गया था. देश के कई हिस्सों से आम लोगों से लोहा चंदा के रूप में मांगा गया था, जिसे पिघलाकर मूर्ति बनाने में इस्तेमाल किया गया.
#12. प्रतिमा के कुर्ते पर बने बटनों का व्यास 1.1 मीटर है.
#13. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पैर के अंगूठे की ऊंचाई 3.6 मीटर है.
#14. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी प्रतिमा के पैरों में चार हाई-स्पीड लिफ्ट लगे हैं. प्रत्येक लिफ्ट केवल 30 सेकंड में 26 लोगों को ऊपर तक ले जा सकती है.
#15. इस मूर्ति को बनाने के लिए 12,000 पीतल के पैनलों का उपयोग किया गया है; जिनका वजन 1,850 टन है, पीतल के इन पैनलों को चीन से आयात किया गया है.
#16. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण में भारतीय मजदूरों के साथ-साथ चीनी मजदूरों ने भी काम किया है. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण में चीन के 200 कर्मचारी शामिल थे.
#17. एक संग्रहालय, एक 3-सितारा आवास सुविधा, एक फूड कोर्ट, एक स्मारक उद्यान और एक भव्य संग्रहालय स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का हिस्सा हैं.
#18. इस प्रतिमा के साथ ही 250 एकड़ में फूलों की घाटी (Valley of Flowers) बनाई गई है. फूलों की घाटी में सौ से अधिक प्रकार के फूलों के पौधे लगाए गए हैं.
#19. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के साथ ही यहां एक संग्रहालय भी है जहां सरदार वल्लभभाई पटेल की विभिन्न भूमिकाओं के बारे में जानकारी दी गई है.
#20. मूर्ति के ऊपरी हिस्से में एक हॉल भी है जिसमें एक बार में 200 लोग बैठ सकते हैं.
#21. परिसर में एक अलग सेल्फी प्वाइंट है जहां से प्रतिमा का अच्छा नजारा लिया जा सकता है और तस्वीरें भी क्लिक की जा सकती हैं.
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