Stars facts in hindi – दोस्तों जब आप रात को खुले आसमान में देखते हैं तो आपको अनगिनत टिमटिमाते तारे (Stars) दिखाई देते हैं. पृथ्वी से देखने पर तो ये सभी तारे बहुत छोटे-छोटे दिखाई देते हैं लेकिन वास्तव में ये बहुत बड़े होते हैं. इतने बड़े की आप इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते.
आपको यकीन नहीं होगा कि कई तारे तो हमारे ‘सूरज’ (Sun) से भी लाखों गुना बड़े हैं. ये सभी तारे हमारी पृथ्वी से लाखों प्रकाश वर्ष दूर हैं, इसलिए हमें तारे छोटे दिखाई देते हैं. ‘Star’ शब्द प्राचीन शास्त्रीय ग्रीक शब्द ‘Aster’ या ‘Astron’ से बना है – जिसका अर्थ है ‘A star’ (एक तारा).
आज हम आपको Interesting facts about stars में तारों से जुड़े कुछ ऐसे ही रोचक तथ्यों से अवगत कराएंगे, जिन्हें जानकर आपके होश उड़ जाएंगे.
आकाश में कितने तारे हैं? How many stars are there in the sky?
आकाश में केवल 9096 तारे ही खुली आंखों से देखे जा सकते हैं, इससे अधिक तारे देखने के लिए आपको दूरबीन का उपयोग करना होगा और लगभग ये सभी तारे सूर्य से बड़े और अधिक चमकदार होते हैं.
लेकिन हमारे मन में अक्सर यह सवाल उठता है कि आसमान में कितने तारे हैं?
दरअसल खगोल-विज्ञानीकों (Astronomers) का मानना है कि हमारी मिल्की वे आकाशगंगा में करीब 2 से 4 खरब तारे हैं और हबल ने ब्रह्मांड में अनुमानित ऐसी 100 अरब आकाशगंगाओं का खुलासा किया है. ब्रह्मांड में कुल मिलाकर इतने तारे हैं कि गिनती के लिए 1 के पीछे 24 शून्य जोड़ने पड़ जायेंगे हैं.
अगर आप 1 मिनट में 100 तारे भी गिनते हैं, तो भी आपको पूरी आकाशगंगा के तारों को गिनने में 2000 साल लगेंगे.
तारा किसे कहते है, तारा क्या है, तारे कैसे उत्पन्न होते हैं, एक तारे का जीवन चक्र कितना होता है? How stars are born?
हमारी आकाशगंगा में हर 18 दिन में एक नया तारा बनता है. सभी तारे अपने जीवन की शुरुआत ‘नेबुला’ (Nebulae) नामक धूल के बादल के रूप में करते हैं. तारे 70% हाइड्रोजन (Hydrogen) और 28% हीलियम (Helium) से बने होते हैं. तारों के अन्तर्भाग में हाइड्रोजन (Hydrogen) की सहायता से लगातार परमाणु प्रतिक्रिया (Nuclear Reaction) होती है, जिससे उन्हें इतनी ऊर्जा मिलती है कि वे सालों तक चमकते रहते हैं.
तारों का जीवन अरबों वर्ष होता है, लेकिन तारा जितना बड़ा होता है, उसकी आयु उतनी ही कम होती है. उदाहरण के लिए, ‘एटा कैरिने’ (Eta Carinae) नाम का एक तारा सूर्य से 150 गुना बड़ा है और 4 लाख गुना अधिक ऊर्जा का उत्सर्जन करता है, लेकिन इसकी आयु कुछ लाख वर्षों तक ही सिमित है, जब की सूर्य अभी भी करोड़ो वर्षों तक अस्तित्व में रहेगा.
यह तारा कभी भी सुपरनोवा (Supernova) में बदल सकता है. जब भी ऐसा होगा, यह सूर्य और चंद्रमा के बाद आकाश की सबसे चमकीली चीज होगी और दिन में भी दिखाई देगी. सुपरनोवा में बदलने से पहले तारे लाल दानव का रूप धारण कर लेते हैं और लाखों वर्षों तक इसी अवस्था में रहते हैं.
उसके बाद यह सफेद और फिर काला बौना रूप धारण करता है, फिर सुपरनोवा में बदल कर विस्फोट के कारण समाप्त हो जाता है. फिर गुरुत्वाकर्षण बल के कारण एक नए तारे ‘न्यूट्रॉन’ (Neutron) का जन्म होता है.
देखे जा सकने वाले न्यूट्रॉन तारे बहुत गर्म होते हैं और आमतौर पर इनकी सतह का तापमान लगभग 600000 K होता है.
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तारों का रंग और तापमान क्या होता है? What is the color and temperature of stars?
किसी तारे का रंग मुख्य रूप से उसके प्रभावी तापमान और द्रव्यमान पर निर्भर करता है. अर्थात तारे की सतह का तापमान उसके द्वारा उत्सर्जित प्रकाश के रंग को निर्धारित करता है. तारों का रंग लाल, सफेद और नीला हो सकता है.
लाल रंग के तारे सबसे ठंडे होते हैं, इनका तापमान 3500 केल्विन (3226 डिग्री सेल्सियस) से कम ही रहता है. सूर्य की तरह पीले-सफेद तारों का तापमान 6000 केल्विन (5726 डिग्री सेल्सियस) के आसपास होता है. सबसे गर्म नीले रंग के तारे होते हैं जिनका तापमान लगभग 12,000 केल्विन (11726 डिग्री सेल्सियस) तक होता है.
पृथ्वी के सबसे नजदीक का तारा कौन सा है? Which is the nearest star to earth?
पृथ्वी से सबसे निकटतम तारा वास्तव में हमारा अपना ‘सूर्य’ (Sun) है, जो 93,000,000 मील (150,000,000 किमी) दूर है. सूर्य के बाद जो अगला निकटतम तारा है वह ‘प्रॉक्सिमा सेंटॉरी’ (Proxima Centauri) है. ‘प्रॉक्सिमा सेंटॉरी’ पृथ्वी से 4.2465 प्रकाश वर्ष, यानी 3 नील 99 ख़रब 24 अरब 28 करोड़ 25 लाख किलोमीटर (39,924,282,594,290 किमी) की दूरी पर है.
पृथ्वी से सबसे दूर का तारा कौन सा है? Which is the farthest star from Earth?
दरअसल, खगोल विज्ञानी अभी तक सबसे दूर के तारे का पता नहीं लगा पाए हैं, लेकिन अंधेरी रात में खुली आंखों से दिखाई देने वाले सबसे दूर के तारों में से एक तारा ‘डेनेब’ (Deneb) है. ‘डेनेब’ बहुत दूर है, और बहुत चमकीला भी है. यह 19 पदम मील (19,000,000,000,000 मील) दूर से भी दिखाई देता है.
अंतरिक्ष में सबसे ठंडा ज्ञात तारा कौन सा है? What is the coldest known star in space?
नासा के वाइड-फील्ड इन्फ्रारेड सर्वे एक्सप्लोरर (WISE) और स्पिट्जर स्पेस टेलीस्कोप का उपयोग करते हुए विश्वविद्यालय के खगोल वैज्ञानिकों ने एक ‘भूरे रंग के बौने’ (brown dwarf) तारे की खोज की है जो अपनी तरह का सबसे ठंडा तारा प्रतीत होता है. इस तारे का नाम ‘WISE J085510’ रखा गया है.
इसका तापमान -48°C से -13°C तक रहता है. यह सूर्य से 7.2 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है, इस प्रकार यह सूर्य का चौथा सबसे निकटतम तारा है.
अंतरिक्ष में सबसे गर्म (उष्ण) ज्ञात तारा कौन सा है? Which is the hottest known star in space?
‘Wolf-Rayet star WR 102’ जो 210,000 K तापमान पर जाना जाता है अंतरिक्ष का सबसे गर्म तारा है. यह ब्रह्मांड में सबसे गर्म ज्ञात तारे ‘ब्लू हाइपरजायंट स्टार्स’ (Blue Hypergiant Stars) में से एक हैं. ये सूर्य के द्रव्यमान के 100 गुना से अधिक द्रव्यमान वाले तारे होते हैं.
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अंतरिक्ष में सबसे बड़ा विशाल ज्ञात तारा कौन सा है? Which is the largest known star in space?
ब्रह्मांड में सबसे बड़ा ज्ञात तारा ‘UY Scuti’ है, जो सूर्य से लगभग 1,700 गुना बड़ा त्रिज्या वाला एक अति विशालकाय तारा है. ‘UY Scuti’ का द्रव्यमान हमारे सूर्य के द्रव्यमान से केवल 30 गुना अधिक है. यह पृथ्वी से 9500 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है. तारा जितना बड़ा होगा, उसकी आयु उतनी ही कम होगी.
अंतरिक्ष में सबसे छोटा ज्ञात तारा कौन सा है? Which is the smallest known star in space?
अब तक का सबसे छोटा ज्ञात तारा ‘OGLE-TR-122b’ है, जो एक लाल बौना तारा है और यह दोहरी तारकीय प्रणाली का हिस्सा है. 0.12 सौर त्रिज्या के साथ यह लाल बौना तारा अब तक का सबसे छोटा तारा है जिसकी त्रिज्या को सटीक रूप से मापा गया है.
अंतरिक्ष में ज्ञात सबसे चमकीला तारा कौन सा है? Which is the brightest star known in space?
‘Sirius’, जिसे ‘Dog Star’ या ‘Sirius A’ के नाम से भी जाना जाता है, पृथ्वी के अंधेरे आकाश में दिखाई देने वाला सबसे चमकीला तारा है. इसे पृथ्वी से देखा जा सकता है और यह दोनों गोलार्द्धों से भी दिखाई देता है. इस तारे की चमक इतनी है कि कभी-कभी लोग इसे UFO समझ लेते हैं. यह सूर्य से 20 गुना अधिक चमकीला है.
अंतरिक्ष में सबसे पुराना ज्ञात तारा कौन सा है? Which is the oldest known star in space?
‘Methuselah’ तारा अंतरिक्ष में सबसे पुराना तारा है – वास्तव में यह ब्रह्मांड का सबसे पुराना तारा है और खगोलविदों द्वारा इसकी आयु का काफी सटीक अनुमान भी लगाया गया है. यह पृथ्वी से लगभग 200 प्रकाश वर्ष दूर है और 13.5 अरब वर्ष से अधिक पुराना होने का अनुमान है.
तारों की औसत आयु 1 से 10 अरब वर्ष तक होती है. लेकिन ‘Methuselah’ तारा 13.5 अरब साल पुराना है, यानी यह हमारे ब्रह्मांड से भी पुराना है.
ध्रुव तारा किसे कहते है? What is the pole star?
ध्रुव तारा, जिसे (उत्तरी गोलार्ध) उत्तर का तारा भी कहा जाता है, हमारे आकाश में एक स्थान पर लगभग स्थिर रहने के लिए प्रसिद्ध है. ध्रुव तारा, एक बहुत चमकीला तारा है जो आकाश में सीधे उत्तर की ओर देखने पर खगोलीय ध्रुव के सबसे निकट दिखाई देता है.
लोग सदियों से दिशा जानने के लिए उत्तरी ध्रुव तारे का उपयोग करते आ रहे हैं. लोगों का सोचना था की अन्य तारे अस्थिर है और अपनी जगह बदलते रहते हैं, लेकिन ध्रुव ताराआकाश में एक ही स्थान पर स्थिर है. लेकिन अब ये सब बातें और कहानियां बन गई हैं क्योंकि पिछले कुछ दशकों में यह सच सामने आया है कि ध्रुवतारा भी अपनी जगह पर स्थिर नहीं है.
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धूमकेतु क्या है? What is a comet?
‘धूमकेतु’ जिसे ‘पुच्छलतारा’ भी कहा जाता है दरअसल ब्रह्मांडीय बर्फ का विशाल गोला होता है जो जमी हुई गैसों, चट्टानों और धूल के कणों से बने होते हैं और सूर्य की परिक्रमा करते हैं. लेकिन जमे हुए अवस्था में होने पर, वे एक छोटे से शहर के आकार के होते हैं.
जब धूमकेतु की कक्षा इसे सूर्य के करीब लाती है, तो यह गर्म हो जाता है और अधिकांश ग्रहों की तुलना में ज्यादा चमकदार दिखाई देता है और धूल और गैसों को उगलता है जो इसके पूछने की तरह लगती हैं.
धूमकेतु की पूंछ अमोनिया, मीथेन, भाप और बर्फ के कणों से बनी होती है जो लाखों मील लंबी हो सकती है. धूमकेतु की पूंछ की दिशा हमेशा सूर्य से विपरीत होती है.
एक अनुमान के मुताबिक खगोलविदों द्वारा हर साल 9 नए धूमकेतु खोजे जाते हैं.
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अंतरिक्ष के तारे क्यों चमकते या टिमटिमाते हैं? Why do stars of space shine or twinkle?
सच तो यह है कि तारे कभी टिमटिमाते नहीं हैं. हमें बस ऐसा आभास होता है.
जब तारे क्षितिज के पास होते हैं, तब तारे से उत्सर्जित प्रकाश हमारे वायुमंडल में प्रसारित होता है और उसे कम और अधिक घनत्व वाली विभिन्न परतों से गुजरना पड़ता है. चूंकि वायु की गर्म और ठंडी परतें चलती रहती हैं, इसलिए प्रकाश का घुमाव भी बदल जाता है, इसलिए उनका प्रकाश कभी कम और कभी अधिक होता है जिससे तारे जगमगाते या टिमटिमाते प्रतीत होते हैं.
टूटता तारा क्या है? What is a shooting star?
अक्सर टूटते तारे को देखना शुभ माना जाता है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि तारों का टूटना एक भ्रम मात्र है. दरअसल तारे कभी टूटते नहीं हैं, यह बस हमारा दृश्यमान वहम है.
हम जिसे गिरते हुए देखते हैं वह वास्तव में उल्कापिंड (meteorites) होते हैं. टूटता तारा वास्तव में चट्टान या धूल से बना उल्कापिंड होता है जो अंतरिक्ष से पृथ्वी के वायुमंडल से टकराता है. यह इतनी तेजी से आगे बढ़ता है कि घर्षण के कारण यह गर्म हो जाता है और पृथ्वी के वायुमंडल में घूमते हुए चमकने लगता है.
तो फिर उल्कापिंड कहां गिरते हैं?
जैसे ही उल्कापिंड अंतरिक्ष से पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते हैं, तो अधिकांश उल्काएं जमीन पर पहुंचने से पहले ही वायुमंडल में जल जाती हैं, और वे जल कर राख हो जाते हैं. हालांकि, कभी-कभी कुछ उल्कापिंड इतने बड़े होते है कि पूर्ण नष्ट नहीं होते हैं और पृथ्वी की सतह तक पहुंच जाते हैं और वे ज्यादातर महासागरों में ही गिरते हैं.
तारों के बारे में अन्य रोचक तथ्य – Other interesting facts about stars
#1. तारा एक खगोलीय पिंड होता है जो लगातार प्रकाश में गर्मी का उत्सर्जन करता रहता है.
#2. तारे प्रकाश के स्रोत है, जैसे हमारा सूर्य प्रकाश का स्रोत है. इन तारों में हाइड्रोजन गैस होती है जो लगातार जलती रहती है. हाइड्रोजन के जलने से हीलियम गैस बनती है. यह क्रिया ऊर्जा उत्पन्न करती है जो तारे में प्रकाश का कारण है.
#3. तारों से आने वाली रोशनी जिसे हम टेलीस्कोप की मदद से देख सकते हैं, लाखों साल बाद पृथ्वी पर पहुंचती है.
#4. तारे का अपना प्रकाश होता है और इस प्रकाश का कारण अत्यधिक गर्म गैसें होती हैं. ग्रहों का अपना प्रकाश नहीं होता, वे तारों के प्रकाश के कारण प्रकाशमान दिखाई देते हैं.
#5. रंग के आधार पर तारे लाल, नारंगी, पीले, हरे, सफेद और नीले होते हैं. यह रंग बताता है कि तारे में कौन सा रासायनिक तत्व है. तारे का रंग सतह के तापमान से निर्धारित होता है.
#6. इन तारों को स्पेक्ट्रम (Spectrum) द्वारा विभाजित किया जा सकता है. किसी भी तारे से निकलने वाले प्रकाश का स्पेक्ट्रम उस तारे को नीले तारों से लेकर लाल तारों की श्रेणी में विभाजित करता है. हमारा सूर्य पीले तारों में आता है.
#7. कुछ तारे ठंडे भी होते हैं क्योंकि उनका द्रव्य द्रव के रूप में होता है जैसे भट्टी में लोहा पिघलता है. कुछ पुराने तारे ऐसे होते हैं जिनका द्रव्य का घनत्व अधिक होता है, इन तारों को ‘डेड स्टार’ (Dead Stars) या ‘डार्क स्टार’ (Dark Stars) कहा जाता है.
#8. खगोलविद तारों के बारे में यह जानकारी स्पेक्ट्रोस्कोप (Spectroscope) नामक उपकरण के माध्यम से निकालते हैं. स्पेक्ट्रोस्कोप सितारों द्वारा उत्सर्जित प्रकाश का अध्ययन करते हैं और यह पता लगाते हैं कि तारे में कौन सा पदार्थ है और वह कितना गर्म है.
#9. तारों में 70% हाइड्रोजन, 28% हीलियम, 1.5% कार्बन, नाइट्रोजन और नियॉन तथा 0.5 प्रतिशत लोहा तथा अन्य तत्व पाए जाते हैं.
#10. किसी तारे का जीवन चक्र आकाशगंगा में मौजूद हाइड्रोजन और हीलियम गैसों के घने बादलों के रूप में जमा होने से शुरू होता है.
#11. वायुमंडलीय अपवर्तन के कारण तारे टिमटिमाते हैं जो सूर्य के प्रकाश से चमकते हैं.
#12. हमारी आकाशगंगा का सूर्य भी चमकता है क्योंकि यह भी एक तारा है, लेकिन यह आकाश के तारों में सबसे चमकीला तारा नहीं है. यदि हम अन्य तारों से तुलना करें तो हमारा सूर्य मध्यम चमकीला है और ये तारे हमारे सूर्य से अधिक चमकते हैं.
#13. पृथ्वी के अंधेरे आकाश में सबसे चमकीला तारा ‘Sirius-A’ है, इसे कभी-कभी दिन में भी देखा जा सकता है.
#14. सभी तारे (ध्रुव तारे को छोड़कर) रात्रि के आकाश में पूर्व से पश्चिम की ओर गति करते हैं क्योंकि पृथ्वी स्वयं पश्चिम से पूर्व की ओर अपनी धुरी पर ही घूमती है.
#15. दुनिया के सबसे शक्तिशाली टेलीस्कोप का उपयोग करके 10000000000 तारों की तस्वीरें खींची गई हैं.
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