हम सभी को कुछ अस्वाभाविक आदतें होती हैं जिसे हम अपने दोस्तों, परिवार या सहकर्मियों के साथ साझा करना पसंद नहीं करते हैं. क्यों? क्योंकि हमें हमेशा इनके बारे में बताया जाता है कि ये आदतें बुरी और घीलोनी हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि ये “बुरी” आदतें जिन्हें आप दोहराने से हिचकिचाते हैं, वास्तव में आपके लिए कुछ हद तक फ़ायदेमंद भी होती है.
नहाते वक्त लघुशंक (पेशाब) करना
यदि आपको नहाते वक्त या शावर लेते समय लघुशंका करने की आदत है, तो आपको जानकर ख़ुशी होगी की यह एक अच्छी आदत है, क्योंकि पेशाब में अमोनिया और यूरिक एसिड होता है और अमोनिया आपके पैरों में फंगल संक्रमण होने से रोकता है. कुछ विशेषज्ञों के अनुसार, मानव मूत्र द्वारा सभी प्रकार के त्वचा रोगों का उपचार किया जा सकता है, भारत में इसे “शिवाम्बु चिकित्सा” कहा जाता है.
च्यूइंग गम चबाने की आदत
च्यूइंग गम चबाने से आपको कोई पोषक तत्व प्राप्त नहीं होते है, लेकिन फिर भी यह आदत आपके लिए अन्य तरीकों से फ़ायदेमंद हो सकती है. वैज्ञानिकों ने साबित किया है कि च्यूइंग गम चबाने की आदत से तनाव कम होता है, आपके कोर्टिसोल के स्तर में वृद्धि होती है, जो आपके हार्मोन्स को नियंत्रित रखता है, और यह आपके दिमाग को भी तेज करता है ताकि जब आप अध्ययन कर रहे हों या परीक्षण कर रहे हों तो आप बेहतर तरीके से ध्यान केंद्रित कर सकें.
कभी कभी नहाने से परहेज करना
आपकी त्वचा में प्राकृतिक बैक्टीरिया होते हैं जो कई संक्रमणों और त्वचा की जलन को रोकने में फ़ायदेमंद होते है. रोज नहाने से आपके बालों और त्वचा से कुछ प्राकृतिक तेलों का नाश होता है जो उन्हें संरक्षित और हाइड्रेटेड रखने के लिए आवश्यक होते हैं, इसके अलावा आपकी त्वचा को चमक देते हैं और झुर्रियों से भी बचाते है. गर्म पानी प्राकृतिक बैक्टीरिया और तेलों को नष्ट कर सकता है. रोज नहाना वास्तव में आवश्यक नहीं है, इसका मतलब है की आप कभी कभी नहाने से परहेज कर सकते है.
डकार देना
किसी सार्वजनिक जगह पर डकार देना असभ्यता का लक्षण माना जाता है, लेकिन वास्तव में डकार देना आपके स्वास्थ के लिए फ़ायदेमंद होता है. डकार पेट से मुंह के माध्यम से हवा को बाहर निकालने की क्रिया है. यह आमतौर पर पेट फूलने से होता है, खाने और पीने के दौरान निगलने वाली हवा से छुटकारा पाने के लिए डकार देना एक पूरी तरह से प्राकृतिक तरीका है. आपके पेट में उत्पादित हवा यानि गैस से आपके पेट में गैस्ट्रिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, यह अतिरिक्त गैस्ट्रिक एसिड आपके पेट और आंत में अल्सर का कारण बन सकता है, और सीने में दर्द भी हो सकता है.
कॉफी पिने की आदत
कॉफी से आपको एंटीऑक्सिडेंट प्रदान होते है जो अल्जाइमर, पार्किंसंस, यकृत के कैंसर और टाइप 2 मधुमेह से बचा सकता है, और आप को अवसाद/निराशा होने की संभावना 15 प्रतिशत कम होती हैं.
थूकने की आदत
जब आप व्यायाम या कोई मेहनती काम कर रहे होते हैं तब आपको सांस लेने में असुविधा हो सकती है, क्योंकि ऐसी अवस्था में आप मुंह से सांस लेते हैं. इसलिए अगर आपको वर्कआउट के बाद थूकने की इच्छा महसूस होती है, तो जरूर थूक देना चाहिए, इससे आपको सांस लेने में आसानी होगी.
गपशप करना
हममें से अधिकांश लोग आपस में गपशप करना काफी पसंद करते है, गपशप चाहे अपने बारे में या किसी अन्य व्यक्ति के बारे में हो, अच्छी खबर यह है कि गपशप करना वास्तव में हमारे लिए ज्ञानवर्धक हो सकता है. गपशप की बातें सुनने से न केवल हमें अपने आस-पास के लोगों के स्वभाव और बर्ताव के बारे में और जानने में मदद मिलती है, बल्कि आपके सहकर्मियों के साथ अच्छे संबंध बनाने और हंसने-हसाने के बहाने भी प्राप्त होते है. हंसने से फील गुड हार्मोन भी रिलीज़ होते हैं जो तनाव और चिंता को दूर करने में मदद करते हैं.
अपना आपा खोना
हम में से कई लोगों का मानना है कि हमें किसी भी हालात में अपना आपा नहीं खोना चाहिए. एक हद तक यह सच भी है, हालांकि शोध में पाया गया है कि अपना आपा खोना वास्तव में आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है. माना जाता है कि आपकी भावनाओं को तनाव के प्रभावों से कम करने के लिए लोग आपा खो देते हैं. जबकि एक स्वीडिश अध्ययन में पाया गया है कि जो लोग अपने क्रोध को अपने अंदर ही दबाये रखते हैं उन्हें दिल का दौरा पड़ने का खतरा दोगुना हो जाता है. यही वजह है की जब हम अपने किसी प्रिय व्यक्ति को तनाव में देखते है तो हम उसे दिल हल्का करने की सलाह देते है.
दिन में सपने देखना
हम में से कई लोगों को दिन में सपने देखने की आदत होती है, और ऐसे व्यक्ति को हमेशा आलसी और टालमटोल करने वाले के रूप में ही देखा जाता है; हालांकि, ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पाया है कि अपने दिमाग को भटकने देना वास्तव में आपकी समस्या को सुलझाने की क्षमताओं को बढ़ावा देने में मददतगार साबित हो सकता है. अध्ययन में पाया गया है कि दिन में सपने देखने वाले लोग समस्या-समाधान से जुड़े कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने में अधिक सक्रिय हो जाते हैं.
खाली समय गुजारना
यदि आप दिन में खाली समय बिताते है, तो अपने आप को दोषी मत मानिए. दरअसल दिनभर हर समय किसी काम में कार्यरत रहना असंभव है. कुछ समय निकाले और अपनी जिम्मेदारियों को नजरअंदाज करें – कृपया जितना हो सके उतना मुक्त रहें. ऐसा करने से आपके मस्तिष्क को वास्तव में आराम करने और स्वस्थ होने में समय मिलता है, और बाद में आपकी कार्यक्षमता में सुधार होता है.
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