शिमला मिर्च का नाम कैसे पड़ा? How did capsicum get its name?

शिमला मिर्च का नाम कैसे पड़ा? How did capsicum get its name?

Shimla Mirch in Hindi – क्या आपने कभी शिमला मिर्च (Capsicum) के बारे में सोचा है, की इस मिर्च का नाम “शिमला” मिर्च ही क्यों है? क्या आपने कभी सोचा है कि इस मिर्च का संबंध हिमाचल प्रदेश के शिमला से है या किसी और कारण से इसका नाम शिमला मिर्च पड़ा है?

अगर आप भी जानना चाहते हैं कि इस मिर्च का नाम शिमला मिर्च क्यों पड़ा और इसके नाम के पीछे की कहानी क्या है तो इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें (Shimla Mirch History in Hindi).

Shimla Mirch ka naam kaise pada? Why capsicum called Shimla Mirch?

शिमला मिर्च के नाम को लेकर लोगों में यह आम धारणा है कि शिमला (शहर) में इसकी खेती की जाती है, इसी वजह से इसका नाम शिमला मिर्च पड़ा. लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दे कि शिमला मिर्च (Capsicum) भारत का मूल उत्पाद नहीं है. 

मान्यता है की इसे 1885 से सबसे पहले ब्राजील से पुर्तगालियों द्वारा भारत लाया गया था. जबकि एक और मान्यता है कि शिमला मिर्च को अंग्रेजों द्वारा भारत लाया गया था.

ब्रिटिश राज के दौरान अंग्रेजों द्वारा जब भारत में इसे उगाने की बात चल रही थी, तब इसे सबसे पहले शिमला की पहाड़ियों में उगाया गया था और फिर सफलतापूर्वक इसकी फसल का उत्पादन भी लिया गया. 

शिमला की पहाड़ियों की मिट्टी और यहां के मौसम को इस सब्जी की खेती के लिए अनुकूल देखकर ही अंग्रेजों ने यहां इसके बीज बोए थे.

लोगों ने यहीं से यह धारणा बना ली कि यह फसल केवल शिमला में ही उगाई जाती है और तभी से इसका नाम “शिमला मिर्च (Shimla Mirch)” पड़ा और पहाड़ी क्षेत्र में उगाए जाने के कारण इसे “पहाड़ी मिर्च (Hill Pepper)” भी कहा जाने लगा.

पहले शिमला मिर्च केवल हरे रंग में ही उपलब्ध होती थी जबकि आज शिमला मिर्च लाल (Red capsicum) और पीले (Yellow capsicum) रंग में भी उपलब्ध है.

अब आप समझ ही गए होंगे कि इसका (Shimla mirch name origin) नाम शिमला मिर्च कैसे पड़ा.

क्या शिमला मिर्च सिर्फ शिमला में ही उगती है?

ऐसा नहीं है कि शिमला मिर्च की खेती केवल हिमाचल में ही होती है, बल्कि शिमला मिर्च की खेती भारत के अन्य हिस्सों में भी की जाती है. आपको बता दें कि देश के अन्य हिस्सों में लोग पॉलीहाउस से इसकी खेती कर रहे हैं और अब कुछ किसान खुले मौसम में भी अलग-अलग तरीकों से इसकी खेती कर रहे हैं. इस खेती से किसान अच्छी खासी कमाई भी कर रहे हैं.

शिमला मिर्च की उत्पत्ति कहां से है? Where does capsicum originate from?

शिमला मिर्च मूल रूप से दक्षिण अमेरिका की एक सब्जी (Vegetable) है. यह भी कहा जाता है कि लगभग तीन हजार वर्षों से वहां इसकी खेती की जा रही है. 

शिमला मिर्च (Capsicum) मूल रूप से मैक्सिको और दक्षिण अमेरिका में उगाई जाती थी और फिर यहां से यह स्पेन पहुंची और फिर यूरोप और एशिया में पहुंची.

शिमला मिर्च के बारे में हिंदी में जानकारी – Capsicum (Shimla Mirch) in hindi

शिमला मिर्च को अंग्रेजी में Capsicum या Bell pepper भी कहते हैं. शिमला मिर्च अन्य मिर्चों की तुलना में बहुत कम तीखी होती है, इसलिए इसे मीठी मिर्ची (Sweet pepper) भी कहा जाता है.

शिमला मिर्च का वानस्पतिक नाम Capsicum annuum है और यह Solanaceae family का सदस्य है.

शिमला मिर्च में कई तरह के Antioxidants जैसे Beta carotene, Vitamin B6 और Vitamin C बहुत अधिक मात्रा में पाए जाते हैं. शिमला मिर्च में Iron और Potassium जैसे Minerals भी पाए जाते हैं. इसलिए इसका सेवन बहुत ही पौष्टिक माना जाता है.

शिमला मिर्च एक ऐसी सब्जी (Vegetable) है जिसे सलाद या सब्जी के रूप में खाया जा सकता है. शिमला मिर्च बाजार में लाल, हरे या पीले रंग में उपलब्ध होती है. इसमें calories बिल्कुल भी नहीं होती है, इसलिए यह cholesterol को नहीं बढ़ाती है. 

शिमला मिर्च खाने के फायदे – Benefits of capsicum

दर्द से राहत (Pain relief) – शिमला मिर्च में ऐसे तत्व होते हैं जो त्वचा से दर्द को रीढ़ की हड्डी तक नहीं जाने देते साथ ही इसमें मौजूद कई तत्व प्राकृतिक दर्द निवारक (Natural painkiller) की तरह काम करते हैं.

कैंसर से बचाव में फायदेमंद (Beneficial in preventing cancer) – शिमला मिर्च कैंसर से बचाव में भी बहुत फायदेमंद होती है. यह कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने नहीं देती है. ऐसा माना जाता है कि हर दिन किसी न किसी रूप में शिमला मिर्च का सेवन करने से कैंसर होने की संभावना काफी कम हो जाती है.

वजन घटाने में मददगार (Helpful in weight loss) – इसमें कैलोरी की मात्रा बहुत ही कम होती है जो वजन घटाने में सहायक होती है. इससे मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया बढ़ती है और कैलोरी बर्न करने के साथ-साथ यह कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ने नहीं देता है.

शिमला मिर्च का सेवन कब नहीं करना चाहिए – When not to consume capsicum

जब कोई सर्जरी होने वाली हो तो शिमला मिर्च को डाइट में शामिल नहीं करना चाहिए. साथ ही सर्जरी के बाद भी कम से कम दो हफ्ते तक शिमला मिर्च को डाइट में शामिल नहीं करना चाहिए. इससे ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है.

गर्भावस्था के दौरान शिमला मिर्च को आहार में शामिल नहीं करना चाहिए या डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.

शिमला मिर्च के सेवन से कभी-कभी आंख, नाक या गले में समस्या हो सकती है. अगर इसके सेवन से कोई परेशानी हो तो इसे खाने से परहेज करें. ऐसे में बेहतर होगा कि समस्या के समाधान के लिए डॉक्टर और डायटीशियन से संपर्क करें.

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