राशि के अनुसार आपको कौन-सा रुद्राक्ष लाभ देगा? Which Rudraksha will give you benefits according to the zodiac sign?

Which Rudraksha will give you benefits according to the zodiac sign? राशि के अनुसार आपको कौन-सा रुद्राक्ष लाभ देगा?

आपको अपनी राशि के अनुसार कौन सा रुद्राक्ष धारण करना चाहिए? Which Rudraksha you should wear according to your Zodiac sign?

रुद्राक्ष का वैदिक ज्योतिष में बहुत महत्व है. रुद्राक्ष का उपयोग न केवल पूजा-पाठ और मंत्रों के जाप के लिए बल्कि ग्रहों की अनुकूलता के लिए भी भलीभांति किया जाता है. 

वैदिक ज्योतिष के अनुसार राशि के अनुसार रुद्राक्ष धारण करने के कई फायदे हैं. अगर हम अपनी राशि, ग्रह और नक्षत्र के अनुसार रुद्राक्ष धारण करें तो इसके फल कई गुना बढ़ जाते हैं और अशुभ ग्रहों के प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है. 

रुद्राक्ष को ग्रह दोष और जीवन में कई प्रकार की समस्याओं की रोकथाम के लिए बहुत उपयोगी और महत्वपूर्ण माना जाता है. कुंडली के अनुसार योग्य और दोष रहित रुद्राक्ष धारण करने से यह अमृत के समान प्रभाव देता है.

तो आइए जानते हैं कि आपको अपनी राशि के अनुसार कौन सा रुद्राक्ष धारण करना चाहिए. Which Rudraksha should be worn according to the zodiac sign.

रुद्राक्ष की उत्पत्ति कैसे हुई? How did Rudraksha originate?

मेष (Aries): 

मेष राशि के जातकों का स्वामी ग्रह ‘मंगल’ है. यह ग्रह व्यक्ति के जीवन में वीरता और उत्साह का कारक माना जाता है. मेष राशि के जातकों के जीवन में रोग और दुर्घटना की संभावना बनी रहती है, इन परेशानियों से बचने के लिए और उन्हें अपने व्यक्तित्व विकास के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए.

यह ‘अग्नि देव’ से संबंधित है और यह पिछले जन्म और इस जन्म के पापों से मुक्ति देता है, साथ ही नकारात्मक विचारों के अलावा, अपराधबोध, हीन भावना आदि कम हो जाते हैं और आपके व्यक्तित्व का विकास होता है. इसके साथ ही इसे धारण करने से बीपी, कमजोरी और पेट संबंधी रोग भी दूर होते हैं.

वृषभ (Taurus): 

वृषभ राशि के जातकों का स्वामी ग्रह ‘शुक्र’ है. इसी वजह से वृषभ राशि के लोगों को ज्योतिष शास्त्र के अनुसार छह मुखी रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दी गई है.

भगवान शिव के पुत्र भगवान कार्तिकेय को छह मुखी रुद्राक्ष का प्रतीक माना जाता है, और यह बुद्धि का विकास करता है, अभिव्यक्ति के कौशल और इच्छा शक्ति को बढ़ाता है, साथ ही इसे पहनने से साहस और प्रेम मिलता है, अगर हम औषधीय गुणों की बात करें, तो इससे आंखों को लाभ होता है, छह मुखी रुद्राक्ष मुंह और गले के रोगों के लिए भी लाभकारी होता है.

मिथुन (Gemini): 

मिथुन राशि का स्वामी ग्रह ‘बुध’ है. मिथुन राशि के जातकों को जीवन में कभी-कभी कष्ट उठाना पड़ता है, उनमें काफ़ी क्षमता होती है, लेकिन योग्यता का लाभ पाने के लिए इस राशि के जातकों के लिए चार मुखी रुद्राक्ष धारण करना बहुत ही लाभदायक होता है जिससे इन्हें हर क्षेत्र में लाभ मिलने की संभावना और बढ़ जाती है.

पुराणों के अनुसार चार मुखी रुद्राक्ष पर ब्रह्माजी की कृपा होती है. चतुर्मुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति को मेधावी नेत्र की प्राप्ति होती है. साथ ही वह मेधावी होते हैं, उनका मानसिक संतुलन अच्छा होता है, वे तनाव, अवसाद आदि से दूर रहते हैं और उनकी वाणी में मधुरता आती है.

कर्क (Cancer): 

कर्क राशि का स्वामी ग्रह ‘चंद्रमा’ होने के कारण इनके लिए दो मुखी रुद्राक्ष धारण करना शुभ माना जाता है. कर्क राशि के जातक अस्थिर और चंचल स्वभाव के होते हैं. जिससे उन्हें जीवन में हमेशा कष्ट भोगना पड़ता है, जीवन में सफलता पाने के लिए दो मुखी रुद्राक्ष कर्क राशि के लोगों के लिए लाभकारी होता है. 

चन्द्रमा का प्रिय दिन सोमवार कहा गया है, इसलिए कर्क राशि के लोगों को हर सोमवार को शिवलिंग पर जल भी अवश्य चढ़ाना चाहिए.

दो मुखी रुद्राक्ष पर शिव के अर्धनारीश्वर रूप की कृपा प्राप्त होती है, अर्थात जिस रूप में शिव और शक्ति का मिलन होता है. पद्म पुराण के अनुसार दो मुखी रुद्राक्ष को अग्नि की भी कृपा प्राप्त होती है, इसलिए इसे धारण करने से यज्ञ, होम या अग्निहोत्र से प्राप्त पुण्यों की प्राप्ति होती है. साथ ही यह अच्छे पारिवारिक जीवन, सबके साथ अच्छे संबंध और विवाह सिद्धि के लिए भी उपयोगी है.

कितने मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए और प्रत्येक रुद्राक्ष के क्या लाभ हैं? How many Mukhi Rudraksha should be worn and what are the benefits of each Rudraksha?

सिंह (Leo): 

सिंह राशि का स्वामी ग्रह ‘सूर्य’ है. ईमानदारी और निष्पक्षता इस राशि के विशेष गुण हैं. सिंह राशि के जातकों में आत्मविश्वास बहुत होता है और इनका स्वभाव भी थोड़ा उग्र होता है. सिंह राशि के लोगों को रुद्राक्ष में सबसे अनमोल बारह मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए, यह उनके विकास के लिए शुभ माना जाता है. 

बारह मुखी रुद्राक्ष पर सूर्य देव की कृपा होती है. इसे ‘द्वादश आदित्य’ भी कहते हैं. इसे धारण करने से किसी भी प्रकार के भय से मुक्ति मिलती है और व्यक्ति निडर और दुर्भाग्य से मुक्त बनता है. धारक का आर्थिक पक्ष मजबूत होता है और गरीबी उसे कभी सताती नहीं है. इसके साथ ही बारह मुखी रुद्राक्ष हृदय, त्वचा और आंखों के रोगों को भी दूर करता है.

इसके अलावा पंचमुखी रुद्राक्ष को सोने में जड़ाकर धारण करने से भी लाभ मिलता है.

कन्या (Virgo): 

कन्या राशि का स्वामी ग्रह ‘बुध’ है. कन्या राशि के लोग बहुत ही वफादार व ऊर्जावान होते हैं. ये लोग समय और परिवेश के अनुसार अपने जीवन को ढालने में निपुण होते हैं और जीवन में उन्नति के लिए इस राशि के जातकों को चार मुखी रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दी जाती है, इससे उन्हें लाभ मिलता है.

तुला (Libra): 

तुला राशि का स्वामी ग्रह ‘शुक्र’ है. तुला राशि के लोग गंभीर, दयालु और धर्मपरायण होते हैं, इनमें दूरदर्शिता बहुत होती है, ये जीवन में हर निर्णय बहुत सोच समझकर लेने वाले होते हैं. छह मुखी रुद्राक्ष और तेरह मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से इस राशि के जातकों को स्वास्थ्य लाभ तो होता ही है साथ ही उन्नति के मार्ग भी खुलते हैं.

वृश्चिक (Scorpio): 

वृश्चिक राशि के जातकों का स्वामी ग्रह ‘मंगल’ है. वृश्चिक राशि के जातक बहुत ही बुद्धिमान होने के साथ-साथ बहुत मेहनती भी होते हैं. हर क्षेत्र में मनचाही सफलता पाने के लिए उन्हें तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दी जाती है.

कितने रुद्राक्ष से बनी माला शरीर के कौन-से अंग पर पहननी चाहिए? How many Rudraksha beads should be worn on which part of the body?

धनु (Sagittarius): 

धनु राशि का स्वामी ग्रह ‘गुरु’ है. धनु राशि के लोग बहुत मेहनती और साहसी स्वभाव के होते हैं. इस राशि के जातकों के लिए पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करने से जहां समाज में मान-सम्मान मिलता है वहीं भाग्य का साथ भी मिलने लगता है और जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है.

मकर (Capricorn): 

मकर राशि का स्वामी ग्रह ‘शनि’ है. ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को क्रूर ग्रह कहा गया है, जिससे उन्हें प्रसन्न करना बहुत कठिन माना जाता है. मकर राशि के लोग निष्पक्ष, ईमानदार, वफादार और भरोसेमंद होते हैं. अपने व्यक्तित्व के विकास के लिए मकर राशि के जातकों सात मुखी रुद्राक्ष धारण करना बहुत शुभ होता है. इससे उनके सभी बिगड़े काम सफलता में बदलते चले जाते हैं.

कुंभ (Aquarius): 

कुंभ राशि का स्वामी ग्रह ‘शनि’ है. ‘शनि’ स्वामी ग्रह होने के कारण कुंभ राशि के जातकों को सात मुखी रुद्राक्ष धारण करने से लाभ होता है. कुंभ राशि के जातक बहुत मेहनती होते हैं, उनमें पूर्वाभास की शक्ति होती है, जिससे वे घटित होने वाली घटना को भांप लेते हैं. कभी-कभी कुंभ राशि वालों को जीवन में वांछित सफलता प्राप्त करने के लिए दूसरों की तुलना में थोड़ा अधिक प्रयास करना पड़ता है.

मीन (Pisces): 

मीन राशि का स्वामी ग्रह ‘गुरु’ है. मीन राशि के जातक अपने व्यवहार में कुशल होते हैं, ये लोग शरीर से कमजोर होते हैं, ये लोग किसी भी काम को पूरी लगन से करते हैं. मीन राशि के लोगों के लिए पंचमुखी रुद्राक्ष पहनना शुभ माना जाता है, यह उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है और आर्थिक पक्ष को भी मजबूत करता है.

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