26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर भाषण | Republic Day Speech in Hindi – “गणतंत्र दिवस” के अवसर पर हम संक्षेप में भाषण प्रस्तुत कर रहे हैं जिसका उपयोग आप स्कूल, कॉलेज, कार्यालय या गणतंत्र दिवस पर आधारित किसी अन्य समारोह में भाषण के लिए कर सकते हैं.
“गणतंत्र दिवस” भाषण छात्रों के लिए हिंदी में – “Republic Day” speech in Hindi for students
आदरणीय मुख्य अतिथि महोदय, शिक्षकगण और सभी छात्रों को मेरी ओर से शुभकामनाएं और सादर नमस्कार. आज हम सब यहां गणतंत्र दिवस को पूरे जोश और हर्षोल्हास के साथ मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं. इस पवित्र और शुभ अवसर पर, मैं एक भाषण प्रस्तुत करना चाहता हूं.
अगर आप छात्र हैं और “गणतंत्र दिवस” पर भाषण देने जा रहे हैं तो सबसे पहले मंच पर पहुंचकर सम्मिलन में उपस्थित सभी लोगों का अभिवादन करें, अपने नाम के साथ अपना पूर्ण परिचय दें और यह भी बताएं कि आप किस कक्षा में पढ़ते हैं.
यदि आप अपने स्कूल या कॉलेज के अलावा किसी अन्य कार्यक्रम में बोल रहे हैं, तो कृपया अपने स्कूल या कॉलेज का नाम बताएं.
यहां उपस्थित सभी मित्रगण एवं अतिथियों और सम्माननीय नागरिकों को मेरा हार्दिक अभिनंदन और आप सभी को गणतंत्र दिवस की बहुत बहुत बधाई! आज इस पावन दिवस पर मैं यहां “गणतंत्र दिवस” पर स्वागत भाषण देने आया हूं.
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हम यहां एक बेहद खास मौके पर इकट्ठे हुए हैं क्योंकि आज हम साल 2022 में अपने देश भारत का 73वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहे हैं.
हमारे स्वाभिमानी भारत और उसके नागरिकों के लिए गणतंत्र दिवस न केवल एक त्योहार है, बल्कि गर्व और सम्मान का दिन भी है.
साल 1950 से हर साल 26 जनवरी को भारत में “गणतंत्र दिवस” के रूप में मनाया जाता है. 1950 में आज ही के दिन “भारतीय संविधान” अस्तित्व में आया था.
“गणराज्य” मतलब एक ऐसा देश है जो किसी राजा या रानी के बजाय मतदान के हकदार नागरिकों द्वारा निर्वाचित प्रतिनिधियों और एक निर्वाचित नेता (जैसे राष्ट्रपति) द्वारा शासित होता है.
इसलिए भारत एक गणतंत्र देश है, जहां आम जनता अपने नेता को प्रधानमंत्री के रूप में चुनती है.
हमारा भारत देश 200 वर्षों तक ब्रिटिश शासन के अधीन था. ब्रिटिश राज के समय में, अंग्रेजों द्वारा बनाए गए कानूनों को भारतीय लोगों पर जबरन लागु किया गया और उनका पालन करने के लिए मजबूर भी किया गया और न मानने वालों पर बेशुमार अत्याचार भी किए गए.
कई वर्षों के संघर्ष के बाद, भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के निरंतर प्रयासों और आत्म-बलिदान के बाद, 15 अगस्त 1947 को भारत को गुलामी की जंजीरों से मुक्ति मिली.
भारत को एक स्वतंत्र “गणराज्य” देश बनने और देश में कानून का शासन स्थापित करने के लिए, संविधान को 26 नवंबर 1949 को भारत की संविधान सभा द्वारा अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को एक लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया था.
भारत का संविधान दुनिया के किसी भी देश का सबसे लंबा हस्तलिखित संविधान है.
संविधान सभा को संविधान का मसौदा तैयार करने में 2 साल 11 महीने 18 दिन का समय लगा था. भारतीय संविधान 395 अनुच्छेदों, 8 अनुसूचियों और 22 भागों के साथ दुनिया में 145,000 शब्दों का सबसे बड़ा लिखित संविधान है.
लोग “गणतंत्र दिवस” का हिस्सा बनने के लिए इस दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं. गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियां करीब एक महीने पहले से ही शुरू हो जाती हैं.
मुख्य कार्यक्रम देश की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के रूप में आयोजित किया जाता है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में देश की उपलब्धियों को दर्शाया जाता है.
गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ पर राष्ट्रपति द्वारा ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रगान गाया जाता है और 21 तोपों की सलामी दी जाती है.
देश के सभी राज्यों के सभी सरकारी, अर्ध-सरकारी, निगम और प्रशासनिक कार्यालयों में ध्वजारोहण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.
इस अवसर पर स्कूलों और कॉलेजों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, प्रभातफेरियां निकाली जाती हैं, तिरंगा फहराया जाता है, राष्ट्रगान गाया जाता है, गणतंत्र दिवस पर भाषण, देशभक्ति गीत, सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेलकूद और प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं और विजेताओं को पुरस्कृत किया जाता है.
गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार वितरण समारोह भी आयोजित किया जाता है, जहां पुलिस अधिकारियों, रक्षा कर्मियों और बच्चों को उनकी वीरता और बहादुरी के लिए “अशोक चक्र”, “कीर्ति चक्र” और “शौर्य चक्र” जैसे महत्वपूर्ण पदकों से सम्मानित किया जाता है.
इस दिन हम सभी देशवासियों को संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने देश के संविधान की रक्षा करेंगे, देश में सद्भाव और शांति बनाए रखेंगे और साथ ही देश के विकास में सहयोग करेंगे.
धन्यवाद, जय हिंद, जय भारत!!!
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