OBC mein kaun kaun si jati aati hai? दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको ओबीसी वर्ग (OBC category) के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जिसमें हम आपको ओबीसी का फुल फॉर्म (OBC Full Form in Hindi), ओबीसी का मतलब (OBC ka matlab kya hai in Hindi), इस कैटेगरी में कौन सी जातियां आती है और उन्हें सरकार द्वारा कितना आरक्षण दिया गया है, इसकी जानकारी देंगे।
तो ऐसे में अगर आपके पास भी ओबीसी के बारे में कोई जानकारी नहीं है और आप इसके बारे में अधिक जानकारी पाना चाहते हैं तो आप आज के इस आर्टिकल को अंत तक ध्यानपूर्वक जरूर पढ़े। इस लेख के माध्यम से आप OBC Kya hai? ओबीसी का हिंदी में मतलब (OBC meaning in Hindi) और ओबीसी फुल फॉर्म आदि के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। तो आइए ओबीसी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
आइए सबसे पहले जानते हैं कि ओबीसी का फुल फॉर्म क्या है।
OBC Full Form in Hindi: | अन्य पिछड़ा वर्ग |
OBC Full Form in English: | Other Backward Classes |
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि भारत में कई प्रकार की जातियाँ हैं और इन्हें मुख्यतः चार कैटेगरी में विभाजित किया गया है:
- अनुसूचित जातियां (Scheduled Castes – SC): इस श्रेणी में वे जातियाँ शामिल हैं जो सामाजिक और आर्थिक रूप से बहुत पिछड़ी हैं। ये जातियाँ भारतीय संविधान की प्रथम संवैधानिक विशेषता के अंतर्गत आती हैं।
- अनुसूचित जनजातियां (Scheduled Tribes – ST): इस वर्ग में वन्य जीवन जीने वाली जनजातियाँ शामिल हैं, जो आदिवासी जातियों के रूप में भारतीय समाज में आती हैं।
- अन्य पिछड़ा वर्ग (Other Backward Classes – OBC): इस श्रेणी में वे जातियाँ शामिल हैं जो सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़ी हैं, लेकिन वे अनुसूचित जाति (SC/ST) की श्रेणी से ऊपर हैं।
- सामान्य वर्ग (General Category): इस श्रेणी में वे जातियाँ शामिल हैं जो किसी भी अन्य श्रेणी में नहीं आती हैं।
ये चार श्रेणियां भारतीय समाज में जाति-आधारित वितरण की एक प्रमुख प्रक्रिया हैं, जिसका उद्देश्य सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों को समाज में समानता और विकास की सुविधाएं प्रदान करना है।
ओबीसी का मतलब क्या है? ओबीसी क्या है (OBC Kya Hai)
“ओबीसी” का मतलब होता है “अन्य पिछड़ा वर्ग (Other Backward Classes)” और यह विशिष्ट जातियों और वर्गों का एक समूह है जिन्हें भारत में सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़ा माना जाता है। इन जातियों में वे जातियाँ शामिल हैं जिन्हें समाज में पिछड़ा माना जाता है, लेकिन वे सामान्य वर्ग और एससी/एसटी वर्ग के बराबर नहीं हैं।
शब्द “ओबीसी” या “OBC” किसी एक प्रकार की जाति को संदर्भित नहीं करता है, बल्कि जातियों के एक समूह को संदर्भित करता है जिसमें विविध जातियां शामिल हो सकती हैं। ये जातियाँ राज्य और क्षेत्र के अनुसार अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए आपको विशिष्ट जानकारी के लिए अपने राज्य की आधिकारिक वेबसाइट या दस्तावेज़ों की जाँच करनी चाहिए।
आपको बता दें कि फिलहाल देश में ओबीसी की कुल आबादी 42% है, जिसके अंतर्गत अलग-अलग राज्यों की कई अलग-अलग जातियां आती हैं।
ओबीसी में कौन कौन सी जातियां आती हैं? (OBC caste list in Hindi)
ओबीसी श्रेणी में आने वाली जातियां जाति के आधार पर अलग-अलग हो सकती हैं, लेकिन ओबीसी श्रेणी में आने वाली कुछ सामान्य जातियां इस प्रकार हैं। (नोट: यह सूची समय-समय पर बदलती रहती है, इसलिए यदि आप अपनी नवीनतम और सटीक जानकारी चाहते हैं, तो आप यह जानकारी अपने राज्य की राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट और दस्तावेजों से प्राप्त कर सकते हैं):
- यादव (Yadav)
- कुर्मी (Kurmi)
- जाट (Jat)
- गुर्जर (Gujjar)
- अहीर (Ahir)
- कोइरी (Koeri)
- सैनी (Saini)
- तेली (Teli)
- कुशवाह (Kushwaha)
- राजभर (Rajbhar)
- मल्लाह (Mallah)
- निषाद (Nishad)
- लोध (Lodh)
- कहार (Kahar)
- कुम्हार (Kumhar)
- मौर्य (Maurya)
- गडरिया (Gadaria)
- कहार (Kahar)
- मीना (Meena)
- भील (Bhil)
ओबीसी वर्ग से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी (OBC class information in Hindi)
“अन्य पिछड़ा वर्ग” (Other Backward Classes – OBC) भारत में एक महत्वपूर्ण समूह है जिसे सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़ा माना जाता है लेकिन अनुसूचित जाति और सामान्य श्रेणी से ऊपर माना जाता है। यहां हम ओबीसी के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी साझा कर रहे हैं:
- संविधान में ओबीसी: भारत के संविधान में ओबीसी को सामाजिक एवं शैक्षणिक क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग के रुप में नामांकित किया गया है। अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण संबंधी प्रावधान भारतीय संविधान के अनुच्छेद 340 और 16(4) में दिए गए हैं।
- समूह का उद्देश्य: ओबीसी श्रेणी का मुख्य उद्देश्य सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों को समाज में समानता और विकास की सुविधाएं प्रदान करना है।
- आरक्षण: ओबीसी वर्ग के लोगों को शिक्षा, नौकरी और अन्य सामाजिक सुविधाओं के क्षेत्र में आरक्षित सीटों का अधिकार है, ताकि उन्हें समाज में समान पहुंच मिल सके।
- आरक्षण के लाभ: ओबीसी वर्ग की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि यह भारत में एससी/एसटी वर्ग के बाद दूसरा वर्ग है, जिसे सरकार द्वारा कई प्रकार के आरक्षण लाभ दिए जाते हैं।
- केंद्र और राज्य सरकार में स्थिति: ओबीसी श्रेणी की सूची केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा प्रबंधित की जाती है। ये जातियां अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग हो सकती हैं।
- आरक्षण कोटा: ओबीसी श्रेणी में आने वाली सभी जातियों को 27% आरक्षण दिया जाता है और इसके अलावा कई तरह के आर्थिक आरक्षण लाभ भी दिए जाते हैं।
- आरक्षित शिक्षा और नौकरियाँ: ओबीसी वर्ग के लोगों को शिक्षा और नौकरियों में आरक्षित सीटें मिलती हैं, जो उनके सामाजिक और आर्थिक विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए रखी जाती हैं।
- जाति प्रमाण पत्र: ओबीसी वर्ग में आने के लिए आपके पास जाति प्रमाण पत्र होना चाहिए, जिसके आधार पर आप आरक्षित सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
- ओबीसी आरक्षण की शुरुआत: ओबीसी वर्ग को नौकरियों में आरक्षण पहली बार वीपी सिंह सरकार की सिफारिशों पर मंडल आयोग द्वारा वर्ष 1990 में दिया गया था।
- अपने राज्य की सूची की जाँच करना: ओबीसी श्रेणी की सूची राज्यों की आधिकारिक वेबसाइटों और सरकारी स्रोतों से जाँच की जा सकती है। यह आपके राज्य के अनुसार भिन्न हो सकता है।
यदि आप अपने राज्य के ओबीसी वर्ग से संबंधित नियमों और आरक्षित सुविधाओं के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो आपको अपने राज्य की आधिकारिक वेबसाइट या आधिकारिक दस्तावेजों का संदर्भ लेना चाहिए।
FAQ: OBC Kya hai?
तो आइए अब जानते हैं ओबीसी से जुड़े कुछ सवालों के जवाब, जिनके बारे में लोग अक्सर गूगल पर सर्च करते हैं।
ओबीसी का पूरा नाम क्या है?
“OBC” का पूरा नाम “Other Backward Classes” होता है जिसका हिंदी भाषा मे मतलब “अन्य पिछड़ा वर्ग” होता है। यह एक आरक्षित वर्ग है जिसमें विभिन्न जातियां शामिल हैं।
ओबीसी में कौन-कौन सी जाति के लोग आते हैं?
“अन्य पिछड़ा वर्ग” (OBC) अलग-अलग राज्यों और क्षेत्रों में अलग-अलग हो सकते हैं और इसमें शामिल जातियां भी बदल सकती हैं। इसका प्रबंधन बड़े पैमाने पर राज्य सरकारों द्वारा किया जाता है। फिर भी, मैं आपको कुछ सामान्य उदाहरण दे सकता हूं जो आमतौर पर कुछ राज्यों और क्षेत्रों में ओबीसी श्रेणी में शामिल हैं:
यादव, कुर्मी, जाट, गुज्जर, अहीर, कोइरी, सैनी, तेली, कुशवाहा, राजभर, मल्लाह, निशाद, लोध, कहार, कुम्हार, मौर्य, गड़रिया, कहार, मीना और भील।
उपरोक्त सूची में कुछ उदाहरण शामिल हैं, लेकिन यह जानकारी समय-समय पर बदल सकती है और आपके राज्य या क्षेत्र के आधार पर भी भिन्न हो सकती है।
OBC वर्ग है या जाति?
“ओबीसी (OBC)” एक ऐसी श्रेणी है जिसमें कई जातियाँ शामिल हो सकती हैं। इस श्रेणी में वे जातियाँ शामिल हैं जो सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़ी मानी जाती हैं, लेकिन अनुसूचित जाति की श्रेणी से ऊपर हैं।
ओबीसी एक आरक्षित श्रेणी है, जिसका अर्थ है कि ओबीसी वर्ग से संबंधित लोगों को उनके सामाजिक और आर्थिक विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए शिक्षा, नौकरियों और अन्य सामाजिक सुविधाओं में आरक्षित सीटें प्रदान की जाती हैं।
ओबीसी श्रेणी के लोगों की सूची राज्य सरकारों द्वारा प्रबंधित की जाती है और राज्यों और क्षेत्रों के अनुसार भिन्न हो सकती है। यह उस क्षेत्र में ओबीसी श्रेणी में आने वाली जातियों के आधार पर तय किया जाता है।
ओबीसी वर्ग के नागरिकों को कितने प्रतिशत आरक्षण दिया जाता है?
सरकार द्वारा ओबीसी वर्ग के नागरिकों को विभिन्न क्षेत्रों में 27 प्रतिशत आरक्षण दिया जाता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के आर्टिकल में हमने आपको OBC Full Form in Hindi, OBC Kya hai? के बारे में बताया है और साथ ही OBC ka matlab kya hai in Hindi, इस कैटेगरी में कौन सी जातियां आती है आदि के बारे में भी जानकारी साझा की है, तो हमे पूरी उम्मीद है की इस आर्टिकल की मदद से आपको ओबीसी से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी मिल गई होगी।
दोस्तों, आशा है कि आप सभी को उपरोक्त जानकारी OBC mein kaun kaun si jati aati hai? पसंद आई होगी, इसी तरह की ज्ञानवर्धक जानकारी पाने के लिए हमारे ब्लॉग को सोशल मीडिया पर फॉलो करें और जितना हो सके दोस्तों के साथ शेयर करें।
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