Motivational Story In Hindi – समस्याएं हमारे जीवन का एक अभिन्न तथ्य हैं, हर व्यक्ति के जीवन में परेशानियां आती-जाती रहती हैं. जहां कुछ लोग इस सच्चाई को समझ कर इसे आत्मसात कर लेते हैं तो वही ज्यादातर लोग जीवन भर इसका रोना रोते रहते हैं.
हम सभी के जीवन में एक समय ऐसा आता है जब हमें लगता है कि सब कुछ हमारे खिलाफ हो रहा है या अचानक कुछ ऐसा हो जाता है जिसकी हमें बिल्कुल भी उम्मीद नहीं होती है. उदाहरण के लिए, जैसे कोई प्यार में धोखा खा जाता है, तो कोई अच्छी नौकरी खो देता है, कोई अपनों से अलग हो जाता है, तो कोई परीक्षा में फेल हो जाता है.
दोस्तों, जीवन में कई बार हमें ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और हम हमेशा उन परेशानियों के सामने हार मान लेते हैं और उनसे छुटकारा पाने की कोशिश करते हैं. ऐसे में हम भ्रमित हो जाते हैं और अक्सर हमें समझ नहीं आता कि आगे क्या करें और इस समय हम यह तय नहीं कर पाते कि क्या सही है और क्या गलत?
इस मुश्किल घड़ी में ज्यादातर लोग टूट जाते हैं, तो कुछ लोग भगवान को कोसते हैं कि आपने मेरे साथ ही ऐसा क्यों किया? जबकि कुछ और लोग ऐसे भी होते हैं जो मुसीबत के इन पलों में खुद को संभाल लेते हैं और जीवन में आगे बढ़ते हैं. दोस्तों ये वो लोग होते हैं जिनका हौंसला बुलंद होता है, जिनमें कुछ करने की ललक होती है.
मनोविज्ञान (Psychology) के अनुसार व्यक्ति किसी भी समस्या को दो तरह से देखता है या आप कह सकते हैं कि हमारे समाज में दो तरह के लोग पाए जाते हैं.
1) समस्या पर ध्यान केंद्रित करने वाले लोग – Problem-focused person
2) समाधान पर ध्यान केंद्रित करने वाले लोग – Solution-focused person
पहले प्रकार का व्यक्ति समाधान (Solution) से अधिक समस्या (Problem) के बारे में सोचता है; जैसे ऐसा क्यों हुआ? ऐसा नहीं होना चाहिए था… मेरे साथ ही हर बार ऐसा क्यों होता है? और इस तरह से बार-बार समस्या के बारे में सोचने से ये लोग और अधिक भ्रमित और परेशानी में पड़ जाते हैं.
जबकि दूसरे प्रकार के लोग समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय समाधान पर ध्यान देना पसंद करते हैं. ऐसे लोग मुसीबतों के समाधान के बारे में ज्यादा सोचते हैं ताकि वे इन मुसीबतों का डटकर सामना कर सकें और आने वाली परेशानियों से बच सकें.
दोस्तों अब मैं आपको विश्व के एक कुशल योद्धा नेपोलियन बोनापार्ट से जुडी एक छोटी सी कहानी बताऊंगा, जो आपको मुसीबतों से लड़ने की हिम्मत देगी.
नेपोलियन बोनापार्ट की प्रेरक कहानी हिंदी में – Napoleon Bonaparte Motivational Story In Hindi
यह कहानी है नेपोलियन बोनापार्ट की, जिनकी गिनती दुनिया के सबसे महान और निडर योद्धाओं में होती है.
नेपोलियन बोनापार्ट एक फ्रांसीसी सैन्य नेता और सम्राट थे जिन्होंने 19 वीं शताब्दी की शुरुआत में यूरोप के अधिकांश हिस्से पर विजय प्राप्त कर ली थी. कहा जाता है कि नेपोलियन के कुशल नेतृत्व में उनकी सेना कभी पराजित नहीं हुई थी.
एक बार अपने अभियान के दौरान नेपोलियन आल्प्स पर्वत (Alps mountain) को पार करने के इरादे से अपनी सेना के साथ निकले थे, लेकिन सामने एक विशाल पहाड़ को देखकर उनकी सेना में हड़कंप मच गया.
नेपोलियन ने अपने सैनिकों की मंशा को बढ़ाते हुए सेना को और आगे बढ़ने का आदेश दिया. तभी वहां खड़ी एक बुजुर्ग महिला नेपोलियन के पास आई और बोली, यहां जितने भी लोग आए हैं, सब मारे गए हैं, क्या आप भी मरना चाहते हैं? अगर आप अपने जीवन से प्यार करते हैं तो वापस लौट जाएं.
उस महिला की ये बातें सुनकर नेपोलियन ने उत्साह से कहा – “आपने मेरे हौसले दुगुने कर दिए हैं और इसके लिए मैं जीवन भर आपका ऋणी रहूंगा” और यह कहकर उन्होंने झट से अपने गले से हिरे का हार उतार कर बुढ़िया को पहना दिया.
वह महिला नेपोलियन की बातों से प्रभावित हुई और बोली – आप पहले व्यक्ति हैं जो मेरी बातों को सुनकर डरे नहीं, जो करने या मरने का इरादा रखते हैं और मुसीबतों का सामना करते हैं, वे लोग कभी नहीं हारते.
इसके बाद नेपोलियन ने अपनी सेना के साथ उत्साहपूर्वक उस पहाड़ पर चढ़ाई की और उस युद्ध में शानदार जीत भी हासिल की, क्योंकि नेपोलियन मुसीबतों को देखकर भागे नहीं बल्कि डटकर उसका मुकाबला किया.
दोस्तों बड़ी से बड़ी मुश्किलें भी उन लोगों के सामने घुटने टेक देती हैं जिनका हौंसला बुलंद होता है. किसी लेखक ने यह खूब लिखा है की –
हर मंजिल होगी अपनी… एक ऐसे सफर का इरादा कर लो,
न हारेंगे हौसला उम्रभर… तुम खुद से ये वादा कर लो.