विशेषण की परिभाषा – Meaning & Definition of Adjectives in Hindi

Meaning & Definition of Adjectives in Hindi

Meaning & Definition of Adjectives in Hindi – जो शब्द किसी संज्ञा का वर्णन करता है उसे विशेषण (Adjective) कहते हैं। विशेषण कई प्रकार के होते हैं, उनमें से कुछ गुणों का वर्णन करते हैं और कुछ संख्याओं का वर्णन करते हैं। इस लेख में आगे हम जानेंगे कि विशेषण कितने प्रकार के होते हैं और उनका उपयोग कैसे किया जाता है। ​हम प्रत्येक प्रकार के विशेषण को उदाहरणों के साथ समझाएंगे ताकि आपके लिए इसे समझना आसान हो जाए।

विशेषण (Visheshan in Hindi)

जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता (गुण, दोष, संख्या, मात्रा आदि) बताते हैं, उन्हें विशेषण कहते हैं। जैसे- बड़ा, छोटा, काला, गोरा, लंबा, दयालु, भारी, सुंदर, डरपोक, तेजस्वी, टेढ़ा, एक, दो आदि।

नीचे दिए गए उदाहरणों से विशेषण (Adjectives) की परिभाषा समझें:

Example 1 –

अमित अपनी कक्षा का सबसे लंबा लड़का है।

उपरोक्त उदाहरण में लंबा एक विशेषण है जो अमित की गुणात्मक विशेषता बता रहा है।

Example 2 –

विशाल के पास दो पेन हैं।

उपरोक्त उदाहरण में दो शब्द पेन की संख्यात्मक विशेषता का वर्णन करने वाला विशेषण हैं।

विशेषण के प्रकार (Types of Adjectives in Hindi)

विशेषण मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं जिनका विवरण नीचे दिया गया है। उनकी विशेषता किसी भी प्रकार की हो सकती है, इसलिए विशेषणों को अलग-अलग खंडों में दर्शाया गया है, ताकि विभिन्न प्रकार के विशेषणों को आसानी से समझा जा सके।

A) गुणवाचक विशेषण (Qualitative Adjective) 

B) परिमाणवाचक विशेषण (Quantitative Adjective) 

C) संख्यावाचक विशेषण (Numerals Adjective) 

D) सर्वनामिक विशेषण  (Demonstrative Adjectives) 

A) गुणवाचक विशेषण (Qualitative Adjective) –

गुणवाचक विशेषण, इस विशेषण में वह शब्द होता है जो संज्ञा के गुण का वर्णन करता है। जैसा कि हमने पहले बताया कि विशेषण का कार्य संज्ञा की विशेषता बताना है। लेकिन गुणवाचक विशेषण वह विशेषण है जो गुण का वर्णन करता है। गुणवत्ता किसी भी प्रकार की हो सकती है इसके भी कई प्रकार बनाए गए हैं जो इस प्रकार हैं।

उदाहरण — 

नीलिमा एक गोरी लड़की है।

उपरोक्त उदाहरण में गोरी एक गुणवाचक विशेषण है जो नीलिमा की गुणात्मक विशेषता बता रहा है।

गुणवाचक विशेषण (Qualitative Adjective) के प्रकार — 

आकारबोधक — आकारबोधक एक गुणवाचक विशेषण है जो संज्ञा के आकार को बताता है।

उदाहरण — यह फार्म 12 एकड़ में फैला हुआ है।

स्थानवाचक — स्थानवाचक वह विशेषण है जो संज्ञा का स्थान बताता है।

उदाहरण — सचिन तेंदुलकर भारतीय है।

इस वाक्य में भारतीय किसी स्थान विशेष से संबंधित शब्द है, इसलिए हम इसे स्थान-विशेषण विशेषण कहते हैं।

रंगबोधक — रंगबोधक, जैसा कि नाम से पता चलता है, रंग धारणा की विशेषताओं का वर्णन करता है।

 उदाहरण —

श्री कृष्ण का रूप सावला है।

इसमें सावला रंगबोधक गुणवाचक विशेषण है।

गंधबोधक — गंधबोधक एक प्रकार से स्वाद का बोध कराने वाला गुणवाचक विशेषण है।

उदाहरण —

ये मिठाई बहुत मीठी है।

यहाँ मीठी शब्द गंध सूचक गुणवाचक विशेषण है।

B) परिमाणवाचक विशेषण (Quantitative Adjective)

गुण के बाद परिमाणवाचक विशेषण आता है। इसमें हम किसी शब्द का प्रयोग विशेषण के रूप में करते हैं जो संज्ञा की मात्रात्मक विशेषता का वर्णन करता है। इसमें भी कई प्रकार होते हैं।

उदाहरण —

– यह गाय प्रतिदिन दस लीटर दूध देती है।

इसमें दूध एक संज्ञा है जिसकी विशेषता लीटर शब्द से बताई जा रही है। परन्तु ये विशेषण परिमाणवाचक विशेषण हैं।

परिमाणवाचक विशेषण (Quantitative Adjective)  दो प्रकार के होते हैं — 

1) निश्चित परिमाणवाचक विशेषण  (Definite quantitative adjective adjective): इस परिमाणवाचक विशेषण में मात्रा को निश्चित रूप में दर्शाया जाता है। जैसे कि, यह दूध दो लीटर है इसलिए दूध की मात्रा दो लीटर से ज्ञात होती है।

2) अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण (Indefinite quantitative adjective): इसमें संज्ञा की मात्रा निश्चित रूप से ज्ञात नहीं होती, बल्कि अनिश्चित रूप से ज्ञात होती है। जैसे कि भारत की अर्थव्यवस्था श्रीलंका की अर्थव्यवस्था से अधिक है, इसमें अधिक शब्द अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण है।

C) संख्यावाचक विशेषण (Numerals Adjective) 

जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि संख्यावाचक विशेषण से संज्ञा की संख्या ज्ञात होगी, ऐसी स्थिति में इस विशेषण को आसानी से समझा जा सकता है।

उदाहरण — 

हाथ में पाँच उंगलियाँ होती हैं।

इसमें अंगुलियों के संख्यावाचक विशेषण में पाँच शब्द हैं।

संख्यावाचक विशेषण के प्रकार — 

इसके भी दो ही प्रकार होते हैं, निश्चित और अनिश्चित, जैसा कि आपने परिमाणवाचक विशेषणों में देखा।

1) निश्चित संख्यावाचक विशेषण  (Definite numerals adjective) — जैसा कि पहले ही ज्ञात हो रहा है कि निश्चित में संज्ञाओं की संख्या निश्चित होगी।

उदाहरण —

वह दो दर्जन केले हैं।

इसमें दो दर्जन संख्यावाचक विशेषण हैं।

2) अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण  (Definite Numerals adjective) —  इसमें संज्ञाओं की संख्या अनिश्चित रहती है।

उदाहरण —

यहां कुछ संतरे पड़े हैं।

इसमें कुछ शब्दों से यह तो पता चलता है कि संतरों की संख्या एक से अधिक है परन्तु यह कितनी है यह ज्ञात नहीं होता।

D) सर्वनामिक विशेषण   ( Demonstrative Adjectives ) 

इस विशेषण का प्रयोग किसी संज्ञा के बारे में सूचित करने या जानकारी देने के लिए किया जाता है। इसमें यह, ये, यहां आदि शब्दों का प्रयोग होता है।

उदाहरण —

यह मेरी पेंसिल है।

इसमें यह शब्द सार्वनामिक विशेषण है।

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