The Story Of Mayong Village Of Assam In Hindi – जादू हाथ की सफाई है… भ्रम है… या सच में होता है, यह कहना मुश्किल है. जादू दुनिया के लगभग सभी हिस्सों में अनंत काल से किया जाने वाला एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला प्रदर्शन है. भारत में बंगाल और असम राज्य सदियों से काला जादू, जादू-टोना और इंद्रजाल के केंद्र रहे हैं.
यू तो काला जादू का उल्लेख भारत के इतिहास में सदियों से होता आया है, लेकिन आज के आधुनिक भारत में जब इन मायावी शक्तियों की चर्चा होती है तो आश्चर्य होता है. कहा जाता है कि किसी मामले पर तभी चर्चा होती है, जब उसके पीछे कोई तथ्य होता है.
आप इस बात से इंकार नहीं कर सकते कि भारत में काली शक्तियों का प्रयोग होता है, जिसे हम आम भाषा में काला जादू (Black magic) कहते हैं.
दुनिया में एक से बढ़कर एक जादूगर हुए हैं, जिनका जादू देखकर लोग हैरान हो जाते थे, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत के असम में एक ऐसा गांव है, जहां हर घर में एक से बढ़कर एक जादूगर (तांत्रिक) रहते हैं. यहां के लोग विरासत में अपने बच्चों को काला जादू का ज्ञान देते हैं. लोगों के अनुसार इस गांव के तांत्रिक समाज की रक्षा के लिए काला जादू करते हैं.
आज के लेख में हम एक ऐसे रहस्यमयी गांव के बारे में बात करेंगे, जिसे काले जादू का गढ़ कहा जाता है. इस गांव में काली शक्तियों का खौफ ऐसा है कि स्थानीय लोग भी इस इलाके में जाने से डरते हैं और इस गांव के बारे में कहां जाता है कि यह पूरे विश्व में काले जादू की शुरुआत भी यही से हुयी थी.
मायोंग, “ब्लैक मैजिक की भूमि” – Mayong, “Land of Black Magic”
यह गांव देश के उत्तर-पूर्वी राज्य असम के मोरीगांव जिले में ब्रह्मपुत्र नदी के तट पर स्थित है, इस छोटे से गांव का नाम “मायोंग (Mayong)” है. “मायोंग” शब्द संस्कृत शब्द “माया” से बना है जिसका अर्थ है भ्रम. इस गांव के तांत्रिक भ्रम पैदा करने में माहिर हैं.
कुछ लोगों का यह भी मानना है कि मणिपुर के मोइरंग के मूल निवासी इस गांव में बसे थे, जिसके कारण इसे मयंक (मायोंग) के नाम से जाना जाता है.
अपनी जादुई शक्तियों के लिए प्रसिद्ध इस गांव का उल्लेख महाभारत में भी मिलता है. ऐसा माना जाता है कि भीम का मायावी पुत्र घटोत्कच मायोंग का राजा था.
इस गांव के बारे में कई ऐसी बातें हैं, जो सुनने में बेहद डरावनी लगती हैं, कहा जाता है कि मायोंग में काले जादू से कुछ भी संभव है.
कहा जाता है कि इस गांव के तांत्रिक किसी भी इंसान को हवा में गायब कर सकते हैं और इंसानों को वश में करके उनसे मनचाहा काम भी करवा सकते हैं और इतना ही नहीं यहां इंसानों को जानवर और जानवर को इंसान तक बनाया जा सकता है.
इस गांव के बारे में एक और कहानी बहुत प्रसिद्ध है – कहा जाता है कि 1332 ई. में मुगल बादशाह मोहम्मद शाह ने अपने एक लाख घुड़सवारों के साथ असम पर कब्जा करने के लिए कूच किया था. तब यहां हजारों तांत्रिक रहते थे और उन्होंने मायोंग को बचाने के लिए रातों-रात एक ऐसी दीवार खड़ी कर दी, जिसे पार करने के बाद सभी सैनिक अचानक गायब हो गए. मुगल सेना के साथ क्या हुआ यह कोई नहीं जानता.
मायोंग: काला जादू, जादू टोना और तंत्र-मंत्र की भूमि (Mayong: The land of the black magic, witchcraft and necromancy)
आपको जानकर हैरानी होगी कि मायोंग में “बूढ़ा मायोंग (Budha Mayong)” नाम की एक जगह है जिसे काले जादू का केंद्र माना जाता है. यहां 2 कुंड हैं, एक “अष्टदल कुंड” और दूसरा “योनि कुंड”. हिंदू अपनी तंत्र विद्या को सिद्ध करने के लिए योनि कुंड में और बौद्ध अष्टदल कुंड में साधना करते थे. इसके अलावा यहां भगवान शिव और पार्वती के अलावा गणेश जी की मूर्तियां भी हैं. स्थानीय लोगों का मानना है कि काले जादू की जादुई शक्ति के कारण यह कुंड हमेशा पानी से भरा रहता है.
“मायोंग सेंट्रल म्यूजियम (Mayong Central Museum)” में आज भी आयुर्वेद और काले जादू के कई प्राचीन अवशेष और पांडुलिपियां मौजूद हैं. यहां के संग्रहालय में 12वीं सदी की कई प्राचीन पांडुलिपियां हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, इन लिपियों में हवा में उड़ने, किसी को मारने और वश में करने के लिए काला जादू कैसे करना है, इसकी सारी जानकारी है.
इसके अलावा नदी के किनारे “कशिला कच्छप पहाड़ी” की चट्टानों पर रहस्यमय मंत्रों की नक्काशी की गई है. चट्टान पर डमरू, त्रिशूल और देवी के प्रतीक अष्टकोणीय चक्र भी उकेरे हुए हैं, जिसे कोई ज्ञानी ही पढ़ और समझ सकता है. हिंदू और बौद्ध धर्म से संबंधित 8वीं शताब्दी की कई प्राचीन वस्तुएं भी यहां पाई गई हैं.
यह गांव काली शक्तियों के लिए इतना प्रसिद्ध है कि दुनिया भर से लोग इस जगह पर शोध करने और काला जादू सीखने के लिए आते हैं. हालांकि वर्तमान में यहां काला जादू बहुत ही कम प्रयोग किया जाता है. खासकर यहां अब लोग व्याधि-बीमारियां ठीक करने के लिए जादू या तंत्र का सहारा लेते हैं.
मायोंग में रोगों को दूर करने के लिए किया जाता है काला जादू (Black magic is used to cure diseases in Mayong)
वैसे तो इस काले जादू से इंसानों के रोग दूर किये जाते हैं, इसलिए हर साल हजारों की संख्या में लोग यहां इलाज के लिए भी आते हैं. यहां अक्सर बीमार व्यक्ति की पीठ पर थाली रखकर मंत्रों के जाप के साथ मिट्टी मारी जाती है, कहा जाता है कि यहां रोगों को ठीक करने का यह पारंपरिक तरीका है.
वही विशेषज्ञों का मानना है कि काला जादू वास्तव में एक तंत्र विद्या है, जिसमें अपनी आध्यात्मिक ऊर्जा की मदद से किसी को जीवन दिया जा सकता है या किसी की परेशानी को भी दूर किया जा सकता है.
हालांकि कुछ स्वार्थी लोगों ने इस प्राचीन ज्ञान का दुरुपयोग कर इसे समाज के सामने गलत रूप में दिखाया है, जिससे लोग इसे काली शक्ति मानकर इनसे डरते हैं और यही कारण है कि लोग इसे काले जादू का केंद्र मानकर यहां आने से कतराते हैं, क्योंकि उनका मानना है कि इस गांव के लोग अपनी काली शक्तियों के दम पर किसी को भी गुलाम बना सकते हैं.
यात्रियों के लिए पर्यटन स्थल बन गया है मायोंग गांव (Mayong village has become a tourist destination for travelers)
ऐसी रहस्यमयी चीजों को अपनी आंखों से देखने के लिए देश-विदेश से यात्री यहां आते हैं. एडवेंचर के शौकीन इस जगह को एक्सप्लोर करना काफी पसंद करते हैं. मायोंग गांव सिर्फ काले जादू के लिए ही नहीं बल्कि अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी जाना जाता है. यह प्राचीन भूमि वन्य जीवन से भी समृद्ध है.
“पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य (Pobitora Wildlife Sanctuary)” भी मायोंग के करीब ही है, जो यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. इसके अलावा इस गांव में ट्रेकिंग और कई वाटर स्पोर्ट्स भी हैं.
मायोंग गांव में जाते ही आपको यहां काले जादू से जुड़ी कहानियां सुनने को मिल जाएंगी. यहां के लोग तांत्रिक होने का दावा करते हैं, जो मंत्रों की मदद से खोई हुई चीजें भी ढूंढ सकते हैं.
मायोंग गांव आज भी उन जादूगरों का घर है, जिन्हें मंत्रों के जरिए काला जादू, आयुर्वेद, हस्तरेखा और भविष्यवाणी का गहरा ज्ञान है. मायोंग के लोगों को उनकी कला पर बहुत गर्व है. अगर आप ऐसे अद्भुत लोगों से मिलना चाहते हैं, तो इस गांव में घूमने जरूर आएं.
यहां पर “Mayong Black Magic And Witchcraft” नाम का एक संग्रहालय है, जो गुवाहाटी में संरक्षित है. खास बात यह है कि इस संग्रहालय को नेशनल ज्योग्राफिक ने दुनिया के 10 अनोखे संग्रहालयों की सूची में रखा गया है.