ITR के बारे में हिंदी में जानकारी – Information about ITR in Hindi

ITR के बारे में हिंदी में जानकारी - Information about ITR in Hindi

ITR Full Form And Information In Hindi – दोस्तों आप में से ज्यादातर लोगों ने ITR का नाम तो सुना ही होगा और अगर आप वेतन/आमदनी पाने वाले व्यक्ति (Salaried person) हैं तो आप में से कई लोगों ने ITR भी फाइल किया होगा.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि ITR क्या है? और इसे भरना क्यों जरूरी है? और “ITR full form in Hindi” क्या होता है?

जैसा कि आप सभी जानते हैं कि अगर हम Income करते हैं तो उसके एवज में हमें Tax देना पड़ता है. हमारे द्वारा जो टैक्स चुकाया जाता है उसे “ITR File” के नाम से जाना जाता है और हमें यह टैक्स हर साल 31 जुलाई तक भरना होता है.

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि टैक्स कई तरह के होते हैं और टैक्स देने वाले (Tax payers) भी Income tax slab के हिसाब से अलग-अलग टैक्स देते हैं.

अगर आप भी नहीं जानते हैं कि आईटीआर (ITR) का फुल फॉर्म क्या होता है और अगर आप हमारे पोस्ट पर ITR की पूरी जानकारी के लिए आए हैं तो आप बिल्कुल सही पोस्ट पर आए हैं.

आज के इस लेख में आप ITR से जुड़ी कई जानकारियां जानेंगे जैसे- ITR Ka Full Form, ITR full form in hindi, ITR के प्रकार, ITR कैसे दर्ज करें, ITR भरने भरने के फायदे आदि.

अगर आप ITR से जुड़ी सारी जानकारी जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें ताकि आप भी इसके बारे में सब कुछ अच्छे से जान सकें.

आईटीआर का फुल फॉर्म – ITR Ka Full Form

अंग्रेजी में ITR का फुल फॉर्म “Income Tax Return” होता है.

I – Income

T – TAX

R – Return

इनकम टैक्स रिटर्न का हिंदी में मतलब – Income tax return Hindi meaning

हिंदी में Income Tax Return का मतलब “आयकर वापसी” होता है. 

ITR Meaning in Hindi

I – Income (आय)

T – TAX (कर)

R – Return (वापसी)

ITR क्या होता है? (ITR Kya hota hai)

आय (आमदनी) पर लगाया जाने वाला कर आयकर (Income Tax) कहलाता है और प्रत्येक व्यक्ति को वर्ष के दौरान अर्जित आय पर भारत के आयकर विभाग (Income Tax Department) को आयकर का भुगतान करना होता है.

इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) एक प्रकार का Form होता है जिसका इस्तेमाल आपकी Income और Tax details के बारे में जानकारी फाइल करने और भारत के आयकर विभाग के पास जमा करने के लिए किया जाता है.

सरकार अपनी देशव्यापी गतिविधियों के लिए और जनता को सुविधाएं और सेवाएं प्रदान करने के लिए आयकर से होने वाली आय का उपयोग करती है.

ITR कितने प्रकार के होते हैं? How many types of ITR are there?

करदाता की श्रेणी (Taxpayer category) और आय के प्रकार (Type of income) के आधार पर विभिन्न प्रकार के Income tax return form होते हैं. ITR के तहत भारत में 7 तरह के फॉर्म होते हैं जिनमें ITR 1, ITR 2, ITR 3, ITR 4, ITR 5, ITR 6 और ITR 7 शामिल होते हैं. 

भारत में ITR उन सभी व्यक्तियों को भरना आवश्यक है जिनकी आय (कमाई) एक वर्ष में 2 लाख 50 हजार से अधिक है. आईटीआर (ITR ) साल में एक बार दाखिल करना होता है और इसे दाखिल करने की आखिरी तारीख हर साल 31 जुलाई है.

आइए अब एक-एक करके सभी प्रकार के ITR के बारे में विस्तार से जानते हैं –

1. ITR 1 –

ITR 1 फॉर्म को सहज (Sahaj Form) के नाम से भी जाना जाता है. यह ITR form उनके लिए है जिनकी सालाना कुल आय 50 लाख रुपये तक होती है. यह फॉर्म उन लोगों को भरना होता है जिनकी आमदनी सिर्फ वेतन, मकान संपत्ति या ब्याज से ही होती है.

2. ITR 2 –

ITR 2 फॉर्म उन लोगों के लिए है जिनकी आमदनी तो होती है लेकिन वे किसी व्यवसाय या पेशे से कोई लाभ नहीं कमाते हैं. ITR 2 फॉर्म उन लोगों के लिए है जो ITR 1 फॉर्म भरने के योग्य नहीं हैं.

3. ITR 3 –

ITR 3 फॉर्म उन लोगों के लिए है, जिन्हें बिजनेस या अपने किसी प्रोफेशन से होने वाले प्रॉफिट से इनकम होती है.

4. ITR 4 –

ITR 4 फॉर्म उन व्यक्तियों के लिए है जो व्यक्तिगत और HUF (हिंदू अविभाजित परिवार) श्रेणी के अंतर्गत आते हैं.

5. ITR 5 –

ITR 5 फॉर्म उन व्यक्तियों के लिए है जो हिंदू अविभाजित परिवार (HUF) से संबंधित हैं. ITR 5 उन संस्थाओं के लिए भी है जिन्होंने खुद को Firms, LLPs, AOPs, BOIs के रूप में पंजीकृत किया है.

6. ITR 6 –

ITR 6 फॉर्म उन कंपनियों के लिए है जो आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 11 के तहत छूट का दावा नहीं करते हैं.

7. ITR 7 –

ITR 7 फॉर्म उन व्यक्तियों या कंपनियों के लिए है जो सेक्शन 139(4A) या सेक्शन 139(4B) या सेक्शन 139(4C) या सेक्शन 139(4D) के तहत रिटर्न फाइल करते हैं.

आईटीआर भरने के लिए आवश्यक दस्तावेज – Documents required to fill ITR

ITR भरने के लिए कुछ आवश्यक दस्तावेज़ों की सूची इस प्रकार है –

  • PAN card
  • Salary pay slip
  • Bank details
  • Form 26as
  • Form 16A, 16B, 16C
  • TDS certificate
  • Interest certificate
  • Tax saving investment certificate

आईटीआर फाइल कैसे करें? How to file ITR?

आप खुद भी आईटीआर फाइल कर सकते हैं और एक बार सीख लेने के बाद यह बहुत आसान हो जाता है. यहां आपको नीचे एक-एक करके सभी स्टेप्स बताए हैं, जिनकी मदद से आप खुद ही आईटीआर फाइल कर सकते हैं.

  1. इनकम टैक्स फाइल करने के लिए आपको सबसे पहले भारत सरकार के ई-फाइलिंग पोर्टल की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा.
  2. वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने Homepage खुल जाएगा.
  3. इस होम पेज पर आपको ITR Return Preparation का ऑप्शन दिखेगा उस पर आपको क्लिक करना है.
  4. इसके बाद आपको Menu ऑप्शन में जाना होगा.
  5. Menu के अंदर आपको Download के विकल्प पर क्लिक करना होगा.
  6. Download करने के बाद आपको पूछी गई सभी जानकारी ध्यान से भरनी है.
  7. सभी विवरण भरने के बाद, Validate विकल्प पर क्लिक करें.
  8. इसके बाद आप Calculate ऑप्शन पर क्लिक करें.
  9. इस तरह आप इसे Generate कर Save कर सकते हैं.

Benefits of filing ITR – आईटीआर का भुगतान करने के फायदे 

आईटीआर फाइल करने के कई फायदे हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं-

  • अगर आईटीआर नियमित रूप से दाखिल किया जाता है, तो आपको बैंक से बहुत आसानी से लोन मिल सकता है.
  • किसी भी सरकारी विभाग में कॉन्ट्रैक्ट प्राप्त करने के लिए, आपको पिछले 5 वर्षों के आईटीआर विवरण प्रदान करना पड़ता है.
  • अगर आप किसी बीमा कंपनी से एक करोड़ रुपए का बीमा कवर लेना चाहते हैं तो आपके लिए आईटीआर डिटेल देना अनिवार्य होगा.
  • अगर कोई व्यक्ति विदेश जाना चाहता है तो कई देश ऐसे हैं जो उस व्यक्ति के 3 से 5 साल के आयकर रिटर्न की जांच करते हैं ताकि उस व्यक्ति की आर्थिक स्थिति का अनुमान लगाया जा सके.
  • अगर आप अपने टैक्स रिफंड का दावा करते हैं तो इसके लिए भी आपको आईटीआर फाइल करना जरूरी है.

FAQs

Q: ITR कब दाखिल किया जाता है?

Ans: ITR दाखिल करने की आखिरी तारीख हर साल 31 जुलाई तक होती है.

Q: आईटीआर कौन दाखिल कर सकता है?

Ans: ITR उन सभी व्यक्तियों द्वारा दाखिल किया जा सकता है जिनकी आमदनी एक वर्ष में 2.50 लाख से अधिक है.

Q: ITR फॉर्म कितने प्रकार के होते हैं?

Ans: कुल 7 प्रकार के ITR फॉर्म होते हैं जिनमें ITR 1 से ITR 7 शामिल हैं.

Q: क्या अंतिम तिथि के बाद भी ITR दाखिल किया जा सकता है?Ans: जी हां, लास्ट डेट के बाद भी आईटीआर फाइल किया जा सकता है लेकिन इसमें आपको कुछ पेनल्टी देनी पड़ सकती है.

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