शुक्र के बारे में जानकारी और (50+) रोचक तथ्य – Information and interesting facts about Venus in Hindi

Interesting Facts About Planet Venus 'शुक्र' ग्रह के बारे में रोचक तथ्य

Venus planet information and interesting facts in Hindi – दोस्तों, अगर आप शुक्र ग्रह (Venus Planet) के बारे में मनोरंजक जानकारी जानने के इच्छुक हैं, तो आप बिलकुल सही जगह पर आए हैं. आज के इस लेख Venus Planet In Hindi में हमने शुक्र ग्रह से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है.

आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि हमारे सौरमंडल में इतने सारे ग्रह हैं, लेकिन किन ग्रहों पर जीवन संभव है. तो दोस्तों अब तक उपलब्ध जानकारी के आधार पर सौरमंडल में पृथ्वी ही एक ऐसा ग्रह है जहां जीवन संभव है.

लेकिन आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि पृथ्वी भी हमेशा से जीवों (Living things) के रहने योग्य ग्रह नहीं थी. करोड़ों वर्ष पूर्व पृथ्वी पर भी जीवन संभव नहीं था. नासा के एक अध्ययन के अनुसार, हमारे सौरमंडल में शुक्र पहला ग्रह है जो रहने योग्य था और उस पर पानी और महासागर भी हुआ करते थे.

इस ग्रह के पर्यावरण और संरचना का अध्ययन करने के लिए कई अंतरिक्ष यान (Spacecraft) शुक्र ग्रह पर भेजे गए हैं, जिनसे समय-समय पर शुक्र ग्रह से संबंधित बहुत सी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई है, जो इस ग्रह की भौगोलिक, वायुमंडलीय और कई अन्य महत्वपूर्ण स्थितियों से संबंधित है.

शुक्र के बारे में रोचक तथ्य हिंदी में – Amazing Facts About Venus Planet In Hindi

#1. शुक्र ग्रह लगभग 4.5 अरब वर्ष पुराना है. लगभग 4.5 बिलियन वर्ष पहले पृथ्वी के समान ही निर्मित, “शुक्र” बुध और पृथ्वी के बीच एक कक्षा में स्थित है.

#2. वैज्ञानिकों का मानना है कि 3 अरब साल पहले शुक्र का वायुमंडल पृथ्वी के समान रहा होगा और इस ग्रह पर बड़ी मात्रा में पानी या महासागर रहे होंगे. हालांकि, अत्यधिक तापमान और ग्रीनहाउस प्रभाव के कारण, यह पानी बहुत पहले उबल गया और जीवन को बनाए रखने के लिए ग्रह की सतह बहुत गर्म और दुर्गम हो गई.

#3. यह भी माना जाता रहा है कि प्रारंभ में शुक्र पर भी जीवन (life on Venu) रहा होगा, लेकिन आज शुक्र पर जीवन की कल्पना करना भी संभव नहीं है.

#4. इस ग्रह का कोई उपग्रह (Satellite) नहीं है और न ही शुक्र के पास शनि ग्रह की तरह कोई वलय (Ring) है.

#5. शुक्र ग्रह की सूर्य से दूरी 10 करोड़ 82 लाख किलोमीटर और ध्रुवीय व्यास 12,104 किलोमीटर है.

#6. शुक्र ग्रह का नाम एक महिला के नाम पर रखा गया है. इसका नाम प्रेम और सौंदर्य की प्रतीक रोमन देवी वीनस (Roman goddess Venus) के नाम पर रखा गया है.

#7. ऐसा माना जाता है कि इस ग्रह की खोज 17वीं शताब्दी में बेबीलोनियाई खगोलविदों (Babylonian astronomers) ने की थी.

#8. शुक्र हमारे सौर मंडल के 4 स्थलीय चट्टानी ग्रहों (terrestrial rocky planets) में से एक है. 

#9. सौर मंडल के लगभग सभी ग्रह वामावर्त दिशा (anti-clockwise) में घूमते हैं, लेकिन शुक्र ग्रह अपनी धुरी पर दक्षिणावर्त दिशा (clockwise direction) में घूमता है, जिसे प्रतिगामी घूर्णन (retrograde rotation) कहा जाता है.

#10. वैज्ञानिकों के अनुसार शुक्र ग्रह के विपरीत दिशा में घूमने का कारण वह घटना है जो अरबों वर्ष पूर्व किसी उल्कापिंड से उसके टकराने से उत्पन्न हुई थी, लेकिन इसकी सही वजह क्या रही होगी, इसका पता हम अभी तक नहीं लगा पाए हैं.

शुक्र के बारे में रोचक तथ्य हिंदी में – Facts About Venus Planet In Hindi

#11. शुक्र अपने 3 डिग्री के सीमित अक्षीय झुकाव के कारण किसी भी मौसम का अनुभव नहीं करता है, इस कारण इस ग्रह पर हमेशा अत्यधिक गर्म रहता है.

#12. शुक्र ग्रह पर सल्फ्यूरिक एसिड (Sulfuric acid) के बादल बने हुए हैं जिसके कारण शुक्र ग्रह का रंग हल्का पीला दिखाई देता है.

#13. शुक्र 462 डिग्री सेल्सियस (864 डिग्री फारेनहाइट) के औसत तापमान के साथ सौर मंडल के सबसे गर्म ग्रहों में पहले स्थान पर है. यहां दिन एवं रात का तापमान लगभग समान रहता है.

#14. शुक्र लगभग एक पूर्ण गोला (Perfect sphere) है, जिसका अर्थ यह भी है कि इसके भूमध्यरेखीय और ध्रुवीय व्यास के बीच बहुत कम अंतर है.

#15. शुक्र ग्रह के वातावरण को दो व्यापक परतों में विभाजित किया जा सकता है, पहला मेघाच्छादित वातावरण (Cloudy atmosphere) जो प्रभावी रूप से पूरे ग्रह को घेरे हुए है और दूसरा इन बादलों के नीचे ग्रह का वास्तविक स्वरूप है.

#16. इसकी सतह का 80% भाग ज्वालामुखियों से बना समतल मैदान है और शेष भाग में दो बड़े महाद्वीप हैं, जिनमें से एक उत्तरी गोलार्ध में स्थित है और दूसरा भूमध्य रेखा के दक्षिण में स्थित है. 

#17. उत्तरी महाद्वीप को ईशर टेरा (Ishtar Terra) के नाम से जाना जाता है. इस महाद्वीप का आकार ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के बराबर है.

#18. इस प्रकार के दक्षिणी महाद्वीप को एफ़्रोडाइट टेरा (Aphrodite Terra) के नाम से जाना जाता है. इसका आकार दक्षिण अमेरिका के बराबर है.

#19. शुक्र सूर्य का दूसरा निकटतम ग्रह है और रात में चंद्रमा के बाद दूसरा सबसे चमकीला खगोलीय पिंड है.

#20. शुक्र अपने विरल वातावरण और ग्रीनहाउस प्रभाव के कारण सौरमंडल का सबसे गर्म ग्रह है.

शुक्र के बारे में रोचक तथ्य हिंदी में – Venus Planet Facts In Hindi

#21. शुक्र ग्रह के वातावरण में Carbon dioxide की मात्रा सबसे अधिक है.

#22. शुक्र की ऊपरी परत Sulfuric acid और Sulfur dioxide के बादलों से ढकी हुई है जो सूर्य से आने वाले प्रकाश का 60% भाग परावर्तित कर देते हैं, जिसके कारण शुक्र पर हमेशा Acid rain (अम्लीय वर्षा) होती रहती है.

#23. शुक्र ग्रह पर वायुमण्डल का दबाव पृथ्वी से 92 गुना अधिक है.

#24. सूर्य के प्रकाश को शुक्र ग्रह तक पहुंचने में 6 मिनट और पृथ्वी तक पहुंचने में 8 मिनट लगते हैं.

#25. शुक्र ग्रह को पृथ्वी की Sister planet (छोटी बहन) कहा जाता है क्योंकि दोनों का आकार, कक्षा और संरचना लगभग बराबर है.

#26. पृथ्वी का व्यास 12742 किमी है जबकि शुक्र का व्यास 12104 किमी है.

#27. शुक्र ग्रह का द्रव्यमान (Mass) पृथ्वी के द्रव्यमान का 82% है.

#28. शुक्र ग्रह का द्रव्यमान 4,867,320,000,000,000 अरब किलोग्राम है.

#29. शुक्र का अन्तर्भाग (Core) पृथ्वी की तरह पिघला हुआ है.

#30. शुक्र ग्रह पर 1 दिन 1 साल से बड़ा होता है. शुक्र ग्रह को पृथ्वी दिवस के अनुसार अपनी धुरी पर घूमने में कुल 243 दिन लगते हैं और सूर्य के चारों ओर एक चक्कर पूरा करने में 224.7 दिन लगते हैं. यानि शुक्र ग्रह का एक वर्ष 225 पृथ्वी दिनों के बराबर होता है.

शुक्र के बारे में रोचक जानकारी हिंदी में – Venus Planet Ke Bare Mein Jankari

#31. शुक्र पर हवाओं की गति 724 KM/h तक पहुंच जाती है जो पृथ्वी पर किसी भी बवंडर से अधिक है.

#32. शुक्र के बारे में एक रोचक तथ्य यह है कि यह सौरमंडल के सभी ग्रहों में सबसे अधिक गोलाकार कक्षा में सूर्य का चक्कर लगाता हुआ प्रतीत होता है.

#33. शुक्र की सतह पर कोई गड्ढा नहीं है क्योंकि इसके वायुमंडल का दबाव इसके वायुमंडल में प्रवेश करने वाले क्षुद्रग्रह या अन्य वस्तु को इसकी सतह से टकराने से पहले ही नष्ट कर देता है.

#34. शुक्र की सतह पर पर्वत और घाटियां भी बनी हैं. शुक्र ग्रह में मौजूद सबसे ऊंचा पर्वत Maxwell Montes है, जो 11 किलोमीटर (6.8 मील) ऊंचा है. इस पर्वत की तुलना पृथ्वी के Mount Everest से की जा सकती है, जिसकी ऊंचाई लगभग उतनी ही है.

#35. शुक्र की धीमी घूर्णन गति (Rotation speed) के कारण इस ग्रह का चुंबकीय क्षेत्र (Magnetic field) पृथ्वी की तुलना में काफी कमजोर है.

#36. शुक्र से जानकारी जुटाने के लिए अब तक 40 से ज्यादा अंतरिक्ष यान इस ग्रह और इसके पास भेजे जा चुके हैं.

#37. शुक्र ग्रह पर 1600 से भी ज्यादा ज्वालामुखी है जो किसी भी अन्य ग्रह से ज्यादा है. सौर मंडल के किसी भी अन्य ग्रह की तुलना में शुक्र की सतह पर वास्तव में अधिक ज्वालामुखी हैं, लेकिन इनमें से कई निष्क्रिय हैं.

#38. शुक्र ग्रह का वातावरण हमेशा गैस से बने घने बादलों से घिरा रहता है. उदाहरण के लिए, यदि कोई व्यक्ति इस ग्रह पर जाता है, तो वह कभी भी इस ग्रह की सतह से सूर्य या पृथ्वी को नहीं देख पाएगा.

#39. शुक्र की सतह लगभग 300-400 मिलियन वर्ष पुरानी होने का अनुमान है, इसकी तुलना में पृथ्वी की सतह लगभग 100 मिलियन वर्ष पुरानी है.

#40. वैज्ञानिक इस ग्रह से जानकारी एकत्र करने के लिए Radar Mapping Method का उपयोग करते हैं और Photography और Radar Imaging दोनों के विकिरण को एकत्रित करके इस ग्रह पर अध्ययन और तस्वीरें ली जाती हैं. इस प्रक्रिया में फोटोग्राफी दृश्यमान प्रकाश विकिरण एकत्र करती है, और रडार मैपिंग माइक्रोवेव विकिरण एकत्र करती है.

शुक्र के बारे में रोचक जानकारी हिंदी में – Information About Venus Planet In Hindi

#41. Venera 3 1966 में शुक्र पर उतरने वाला सोवियत संघ (Soviet Union) का पहला मानव निर्मित अंतरिक्ष यान था.

#42. शुक्र के वातावरण की खोज पहली बार रूसी वैज्ञानिक मिखाइल वी. लोमोनोसोव (Mikhail V. Lomonosov) ने 1761 में सेंट पीटर्सबर्ग वेधशाला में की थी.

#43. अभी तक मानव निर्मित कोई भी वस्तु शुक्र ग्रह पर 127 मिनट से ज्यादा टिक नहीं पाई है.

#44. शुक्र की सतह इतनी गर्म है कि 16 इंच का पिज़्ज़ा मात्र 7 सेकंड में पक सकता है.

#45. यदि आपका वजन पृथ्वी पर 100 किलो है, तो शुक्र पर आपका वजन 90 किलो होगा.

#46. शुक्र ग्रह को पृथ्वी से बिना किसी टेलीस्कोप (Telescope) के देखा जा सकता है, वह भी खुली आंखों से.

#47. ऐसा कहा जाता है कि इस ग्रह का पहली बार 1581 में बेबीलोनियन खगोलविदों द्वारा उल्लेख किया गया था और बेबीलोनियन खगोलविदों ने शुक्र ग्रह को “आकाश की उज्ज्वल रानी (Bright queen of the sky)” के रूप में संदर्भित किया था.

#48. शुक्र को प्राचीन रोमनों के समय में पृथ्वी के अलावा चार ग्रहों में से एक माना जाता था, और इन ग्रहों में सबसे चमकीला और सबसे अधिक दिखाई देने वाला होने के कारण, रोमनों ने उनका नाम प्रेम और सुंदरता की देवी के नाम पर रखा. लेकिन शुक्र नाम और इसके नाम के परिणामस्वरूप, ग्रह स्वाभाविक रूप से पूरे इतिहास में प्रेम, स्त्रीत्व और रोमांस से जुड़ा रहा है.

#49. ग्रीक और रोमन लोग शुक्र को एक नहीं बल्कि दो ग्रह मानते थे. 

#50. यूनानि यानि ग्रीक के लोग सुबह दिखने वाले तारे को Phosphorus और रात को दिखने वाले तारे को Hosporus कहते थे.

#51. प्राचीन रोमवासियों द्वारा सुबह दिखने वाले तारों को Lucifer और रात में दिखने वाले तारे को Vesper कहां जाता था.

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