हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन – Hindi Alphabet (Varnamala)

हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन - Hindi Alphabet (Varnamala)

हिंदी वर्णमाला (Hindi Alphabet Varnamala) | Hindi Varnamala Letter – किसी भी भाषा में लिखे साहित्य को पढ़ने और समझने के लिए सर्वप्रथम उस भाषा के अक्षरों यानि वर्णमाला का अभ्यास आवश्यक है.

विश्व की सभी भाषाओं में हिन्दी भाषा सर्वाधिक वैज्ञानिक भाषा है, जिसे भारत की राजभाषा (India’s official language) का दर्जा प्राप्त है.

हिंदी भाषा का साहित्य भी बहुत बड़ा है, जिसे समझने के लिए आपको सबसे पहले हिंदी वर्णमाला (Hindi Alphabets) का पूरा ज्ञान होना आवश्यक है. 

विश्व की प्रत्येक भाषा की भांति हिन्दी भाषा की भी लघुतम इकाई भी वर्ण यानि अक्षर (Latter) है जो एक क्रमबद्ध एवं व्यवस्थित रूप में लिखी जाती है. वर्णों के क्रमबद्ध समूह को वर्णमाला (Alphabet) कहते हैं.

आज के इस पोस्ट में हम आपको हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन (Hindi alphabet vowels and consonants) से अवगत कराने जा रहे हैं.

इस पोस्ट में हम बहुत ही आसानी से जानेंगे की हिंदी वर्णमाला क्या है? और इसमें कितने स्वर और व्यंजन होते हैं? कितने अक्षर ऐसे होते हैं, जिनका हम प्रयोग करते हैं.

इस पोस्ट के अंत में हम हिंदी वर्णमाला (Alphabet in Hindi) की PDF file और Hindi varnamala with pictures भी उपलब्ध करा रहे हैं जिसे आप download करके कंप्यूटर या मोबाइल में इस्तेमाल कर सकते हैं.

हिंदी वर्णमाला क्या है? What is the Hindi alphabet?

शायद कुछ लोगों के मन में यह सवाल हो कि हिंदी वर्णमाला क्या है? तो आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि जिस भी भाषा के माध्यम से हम अपने विचारों को दूसरों के सामने रखते हैं और जो बोलते हैं उसे ध्वनियां कहते हैं.

अक्सर हमें बिना बोले अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए वर्णमाला की आवश्यकता होती है. एक सुनियोजित क्रमबद्ध वर्णमाला के माध्यम से हम अपने विचारों और भावनाओं को लिख सकते हैं और उन्हें अन्य लोगों को सफलतापूर्वक समझा सकते हैं.

ध्वनियों को लिखने या समझने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रतीकों / चिन्हों का उपयोग किया जाता है और इन प्रतीकों / चिन्हों को अक्षर या वर्ण कहा जाता है. वर्णमाला में भाषा की सबसे छोटी इकाई को भी वर्ण (Alphabet) कहा जाता है.

वर्णों के विशेष समूह को “अक्षर (Letter)” कहते हैं; अक्षर यानी कभी नष्ट नहीं होने वाला. इन सभी वर्णों और अक्षरों को मिलाकर वर्णमाला का निर्माण किया जाता है, जिसका उपयोग हम बोलने या लिखने के लिए करते हैं.

हिंदी वर्णमाला में वर्णों और अक्षरों की संख्या (Vowels and Consonants in the Hindi)

हिंदी वर्णमाला में विभिन्न वर्ण और अक्षर होते हैं. हिंदी भाषा के मानक वर्णमाला में कुल 45 वर्ण हैं, जो उच्चारण के आधार पर अलग-अलग वर्णों में विभाजित हैं; इसमें 10 स्वर (Vowels) और 35 व्यंजन (Consonants) हैं. इन्हें लिखें तो वर्णमाला में कुल 52 वर्ण होते हैं जिनमें 13 स्वर और 35 व्यंजन 4 यौगिक व्यंजन (Compound consonants) कहलाते हैं.

हिंदी वर्णमाला के कुछ अपवाद भी आपको देखने को मिल जाते हैं, दरअसल कुछ व्याकरणविद कुल वर्णों की संख्या 47 बताते हैं. इसके अनुसार, हिंदी वर्णमाला में 10 स्वर और 35 व्यंजन के साथ-साथ 2 अन्य भाषा के व्यंजन “ज़” और “फ़” को भी शामिल किया जाता हैं.

लेकिन अधिकांश व्याकरणविद हिंदी भाषा के 52 वर्ण और अक्षर की वर्णमाला को ही सही मानते है.

हिंदी भाषा में वर्णों के प्रकार (Types of alphabets in Hindi language)

हिंदी वर्णमाला के अनुसार वर्णों को मुख्यतः दो भागों में बांटा गया है जिनमें स्वर (Vowels) और व्यंजन (Consonants) आते हैं.

स्वर किसे कहते हैं? Vowels in Hindi

स्वर (Hindi Swar) वे अक्षर कहलाते हैं जिन्हें हम आसानी से स्वतंत्र रूप से बोल सकते हैं. अर्थात् जिन वर्णों के उच्चारण के लिए हमें किसी अन्य वर्ण की आवश्यकता नहीं होती, उन्हें हम स्वर (Vowels) कहते हैं.

लेखन के आधार पर हिंदी भाषा की वर्णमाला (Hindi Alphabet) में स्वरों की संख्या 13 मानी जाती है, परन्तु व्याकरण में उच्चारण की दृष्टि से इनकी संख्या 10 होती है.

Hindi Alphabet Vowel (हिंदी वर्णमाला स्वर):-

Hindi Alphabet Vowel | Hindi Swar

हिंदी वर्णमाला में दस स्वरों के अतिरिक्त अनुस्वार (अं) और विसर्ग (अ:) नामक दो और ध्वनियां हैं. जबकि अक्षर अं और अ: को स्वरों में नहीं गिना जाता है, जिन्हें अयोगवाह कहा जाता है.

स्वरों का वर्गीकरण (Classification of Hindi vowels):

स्वरों के उच्चारण के लिए हमें किसी न किसी आधार की आवश्यकता होती है, जिसके आधार पर इसे 4 भागों में बांटा गया है.

  1. उच्चारण के आधार पर
  2. जीभ के आधार पर उच्चारण
  3. नाक या मुंह से उत्पन्न होने वाले स्वर 
  4. मुंह से बोले जाने वाले स्वर

1) उच्चारण के आधार पर स्वरों का वर्गीकरण:-

उच्चारण के आधार पर स्वरों को 3 भागों में बांटा गया है, जिसके आधार पर हम अपने स्वरों का उच्चारण करते हैं.

  1. ह्रस्व स्वर – इस प्रकार के स्वरों के उच्चारण में कम समय लगता है; जैसे – अ, इ, उ
  2. दीर्घ स्वर – दीर्घ स्वर के उच्चारण में आपको दो मात्राएं अर्थात् ह्रस्व से अधिक समय लगता है, इन्हें हम द्विमात्रिक/द्विस्वर या दीर्घ स्वर कहते हैं. इसमें आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ आदि स्वर शामिल हैं.
  3. प्लुत स्वर – ऐसे स्वर जिनके उच्चारण में अधिक समय लगता है, वह प्लुत या त्रिमात्रिक स्वर कहलाते हैं. ये आमतौर पर जोर से चिल्लाने या बुलाने और गाने के लिए उपयोग किए जाते हैं; जैसे – हे राम आदि.

2) जीभ के आधार पर उच्चारण होने वाले स्वर:-

जिह्वा के आधार पर उच्चारित स्वरों को निम्नलिखित तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है.

  1. अग्र स्वर – जिन स्वरों के उच्चारण के समय जिह्वा के अग्र भाग का प्रयोग किया जाता है उन्हें अग्र स्वर कहते हैं. उदाहरण – इ, ई, ए, ऐ.
  2. मध्य स्वर – ऐसे स्वर जो जीभ के मध्य भाग का प्रयोग करके उच्चारित किये जाते हैं, मध्य स्वर कहलाते हैं. उदाहरण – अ.
  3. पश्च स्वर – इनका उच्चारण जीभ के पिछले भाग से होता है. उदाहरण – आ, उ, ऊ, ओ, औ आदि.

3) नाक या मुंह से उत्पन्न होने वाले स्वर:-

ऐसे स्वर जिनका उच्चारण नाक या मुख की सहायता से किया जाता है, हिन्दी वर्णमाला के अनुसार मौखिक स्वर कहलाते हैं. इन स्वरों के उच्चारण के समय मुख और नाक द्वारा वायु बाहर निकलती है; जैसे- अ, आ, इ आदि.

4) मुंह से बोले जाने वाले स्वर:-

केवल मुख द्वारा उच्चारित सभी स्वरों को इस श्रेणी में रखा गया है. इसमें वे सभी स्वर शामिल हैं जिनका उच्चारण हम मुख द्वारा करते हैं. वर्णमाला में इनकी संख्या सर्वाधिक होती है; अँ, आँ, इँ इत्यादि.

व्यंजन किसे कहते हैं? Consonants in Hindi

Hindi Alphabet Consonant (हिंदी वर्णमाला व्यंजन): व्यंजन वे होते हैं जिनका उच्चारण बिना स्वर के नहीं हो सकता और ऐसे सभी वर्ण व्यंजन (Hindi Vyanjan) कहलाते हैं. 

स्वरों की सहायता के बिना व्यंजन वर्णों का उच्चारण सम्भव नहीं है अर्थात् जब किसी व्यंजन में एक स्वर जोड़ दिया जाता है तो वह पूर्ण व्यंजन (Complete consonant) बन जाता है. आमतौर पर, प्रत्येक व्यंजन में “अ” वर्ण मिश्रित होता है; जैसे– क+अ =क, द+अ =द  आदि.

स्वर रहित व्यंजन लिखते समय उसके नीचे हल (्) का चिह्न लगाया जाता है.

हिंदी स्वरूप वर्णमाला के अंतर्गत कुल व्यंजनों की संख्या 33 मानी जाती है और यदि इसमें द्विगुण व्यंजनों को जोड़ दिया जाए तो यह संख्या 35 हो जाती है. 

क्षत्रज्ञ
Hindi Vyanjan | Hindi Alphabet Consonant

व्यंजनों को निम्नानुसार वर्गीकृत किया जा सकता है:

स्पर्श व्यंजन:- 

स्पर्शनीय व्यंजनों में व्यंजनों का वर्गीकरण ध्वनि के आधार पर किया जाता है. ये निम्न प्रकार के होते हैं:

  • कंठय व्यंजन – जिनकी ध्वनि कंठ (गले) से निकलती है वह कंठय व्यंजन कहलाते है; जैसे – क, ख, ग, घ, ङ आदि.
  • तालव्य व्यंजन – इनकी ध्वनि तालू से निकलती है; जैसे – च, छ, ज, झ, ञ.
  • मूर्धन्य व्यंजन – जिनका उच्चारण मुख के अंदर से होता है वह मूर्धन्य व्यंजन कहलाते है; जैसे- ट, ठ, ड, ढ, ण आदि.
  • दन्त्य व्यंजन – वे व्यंजन जिनका उच्चारण दांतों की सहायता से किया जाता है दन्त्य व्यंजन कहलाते है; जैसे- त, थ, द, ध, न.
  • ओष्ठ्य व्यंजन – इस प्रकार का उच्चारण होठों की सहायता से किया जाता है; जैसे- प, फ, ब, भ, म.

घोषत्व के आधार पर व्यंजनों का वर्गीकरण:-

घोष का अर्थ है, उच्चारण में, कुछ बोलने पर स्वर तंत्रियों में या हृदय से कंपन उत्पन्न होना. इस तरह के व्यंजनों को घोषत्व के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है. उदाहरण; ग, घ, ङ, ज, झ, ञ, ड, ढ, ण, द, ध, न, ब, भ, म आदि.

प्राणत्व के आधार पर व्यंजनों का वर्गीकरण:-

हिंदी वर्णमाला के अनुसार प्राण का अर्थ वायु है. जिन व्यंजनों के उच्चारण में वायु का प्रयोग किया जाता है, उन्हें अल्पप्राण व्यंजन कहते हैं. ऐसे व्यंजनों के उच्चारण में मुख से थोड़ी मात्रा में वायु निकलती है. उदाहरण; क, ग, ङ, च, ज, ञ, ट, ड, ण, त, द, न, प, ब, म आदि.

अन्तःस्थ व्यंजन:-

अन्तःस्थ व्यंजन में, वर्ण का उच्चारण स्वर और व्यंजन के बीच स्थित होता है.

  • य – इसका उच्चारण तालु से होता है.
  • र – दन्तमूल के रूप में उच्चारित किया जाता है.
  • ल – का उच्चारण दन्त या मसूड़े से होता है.
  • व – व्यंजन के उच्चारण के लिए दांत और निचले होंठ का प्रयोग किया जाता है.

ऊष्म या संघर्षी व्यंजन:-

हिन्दी वर्णमाला में जब वायु किसी विशेष स्थान पर रगड़ते हुए किसी व्यंजन का उच्चारण करती है तो उससे ऊष्मा उत्पन्न होती है, ऐसे व्यंजन को ऊष्म या संघर्षी व्यंजन कहते हैं.

उदाहरण: श- तालु, ष- मूर्धा और और ह- स्वरयंत्र या कौव्वा आदि.

उत्क्षिप्त व्यंजन:-

ऐसा व्यंजन है जो मुंह में जीभ या किसी अन्य भाग को सिकोड़कर अचानक किसी अन्य भाग की ओर धकेल दिया जाता है.

उदाहरण: ढ़, ड़.

संयुक्त व्यंजन:-

वे व्यंजन जो दो या दो से अधिक व्यंजनों के योग से बनते हैं, संयुक्त व्यंजन कहलाते हैं.

उदाहरण: क+ष = क्ष, त+र = त्र और ज+ञ= ज्ञ आदि.

अयोगवाह वर्ण क्या होते हैं?

अयोगवाह वर्ण स्वर नहीं होते, इनका उच्चारण व्यंजन के समान होता है, जिसमें इनका उच्चारण स्वरों की सहायता से किया जाता है. इन्हें व्यंजन भी नहीं कहते, इनकी गणना स्वरों के साथ कि जाती है. इनमें अनुस्वार (•) और विसर्ग (:) स्वरों के साथ लिखे गए हैं.

इन्हें लिखने के लिए मात्राओं का प्रयोग किया जाता है. इनका स्वर और व्यंजन दोनों से अयोग है.

हिंदी वर्णमाला: स्वर और व्यंजन सहित (Hindi Varnamala Chart)

हिंदी वर्णमाला सारणी (Hindi Varnamala Chart) में स्वर और व्यंजन सहित सभी वर्ण क्रमानुसार लिखे जाते हैं.

Hindi Alphabet Vowel (हिंदी वर्णमाला स्वर):

स्वर:-

अंअः
Hindi Alphabet Vowel

स्वर की मात्राएं:-

अंअः
(ा)( ि)( ी)(ु)(ू)(ृ)(े)(ै)(ो)(ौ)(ां)(ाः)
हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन - Hindi Alphabet (Varnamala)
Hindi Alphabet

Hindi Alphabet Consonant (हिंदी वर्णमाला व्यंजन):

क्षत्रज्ञ
Hindi Alphabet Consonant

हिंदी वर्णमाला देवनागरी लिपि में लिखी जाती है. देवनागरी लिपि के अतिरिक्त “कैथी” तथा “महाजनी” लिपि में भी हिंदी लिखी जाती है, परन्तु हिंदी की ये लिपियां प्रचलित नहीं हैं.

सचित्र हिंदी वर्णमाला (Hindi Varnamala With Pictures)

यहां हम सचित्र हिंदी वर्णमाला चार्ट (Hindi Varnamala Chart) प्रस्तुत कर रहे हैं. इस चार्ट में हम हिंदी वर्णमाला को चित्र सहित (Hindi Varnamala With Pictures) प्रदान कर रहे हैं, जिससे आपको हिंदी वर्णमाला को समझने में आसानी हो.

हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन - Hindi Alphabet (Varnamala)
Hindi Alphabet Vowel
हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन - Hindi Alphabet (Varnamala)
Hindi Alphabet Consonant

हिंदी वर्णमाला (Hindi Varnamala PDF File)

आप निचे दिए लिंक से Hindi alphabet chart PDF (हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन PDF) डाउनलोड और प्रिंट कर सकते हैं और इसे अपने प्रोजेक्ट आदि में उपयोग कर सकते हैं. 

Hindi Varnamala PDF File

हिंदी वर्णमाला अंग्रेजी में (Hindi Varnamala in English)

आजकल social media जैसे Whatsapp, Facebook आदि में हिंदी भी अंग्रेजी में टाइप करके लिखी जाती है, इसलिए यूजर्स को हिंदी वर्णमाला अंग्रेजी में (Hindi Varnamala in English) जानना जरूरी है.

यहां हम आपकी सुविधा के लिए हिंदी के प्रत्येक अक्षर को अंग्रेजी में दर्शा रहे हैं, ताकि आपके लिए हिंग्लिश में संदेश टाइप करना आसान हो जाए.


(a)

(aa)

(i)

(ee)

(u)

(oo)

(ri)

(e)

(ai)


(o)

(au)
अं
(an)
अः
(ah)

(ka)

(kh)

(ga)

(gh)

(da)

(ch)

(chh)

(ja)

(jh)

(na)

(ta)

(th)

(da)

(dh)

(na)

(ta)

(th)

(da)

(dh)

(na)

(pa)

(ph)

(ba)

(bh)

(ma)

(ya)

(ra)

(la)

(va)

(sh)

(sh)

(sa)

(ha)
क्ष
(ksh)
त्र
(tr)
ज्ञ
(gy)
Hindi Alphabet Varnamala and Letters
हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन - Hindi Alphabet (Varnamala)
Hindi Alphabet Varnamala and Letters

Hindi Alphabet Varnamala FAQs

Q: हिंदी वर्णमाला में कितने वर्ण/अक्षर होते हैं?
A: हिंदी वर्णमाला में 45 वर्ण हैं.

Q: हिन्दी वर्णमाला में कुल कितने स्वर हैं?
A: हिंदी वर्णमाला में 11 स्वर हैं.

Q: हिंदी भाषा में कितने व्यंजन हैं?
A: हिंदी भाषा में कुल 39 व्यंजन हैं, जिनमें से 33 मानक हिंदी व्यंजन हैं, चार संयुक्त व्यंजन (क्ष, त्र, ज्ञ, श्र) हैं और दो उत्क्षिप्त व्यंजन (ड़, ढ़) हैं.

Q: हिंदी वर्णमाला में क से ज्ञ तक कितने अक्षर होते हैं?
A: हिंदी वर्णमाला में क से ज्ञ तक 36 अक्षर होते हैं.

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