मेंढक के बारे में हिंदी में जानकारी और (40) रोचक तथ्य – Information and interesting facts about Frog in Hindi

मेंढक के बारे में हिंदी में जानकारी और रोचक तथ्य - Information and interesting facts about Frog in Hindi

Frog information and facts in Hindi – मेंढक की प्रजाति दुनिया में हर जगह पाई जाती है. अंटार्कटिका को छोड़कर हर महाद्वीप पर विभिन्न आवासों में मेंढक पाए जा सकते हैं.

मेंढक की प्रजातियां विभिन्न आकारों और रंगों में पायी जाती हैं. मेंढक एक ऐसा जीव है जो ठंडे स्थानों से लेकर गर्म स्थानों, वर्षावनों और समुद्री क्षेत्रों में भी देखा जा सकता है. अधिकांश मेंढक दलदली क्षेत्रों, कुओं, झीलों, तालाबों, सरोवरों और वर्षावनों में रहते हैं.

आज हम मेंढकों के बारे में कुछ ऐसी रोचक जानकारियों के बारे में जानेंगे, जो शायद ही आप जानते हों.

मेंढक के बारे में रोचक तथ्य हिंदी में – Amazing Facts About Frog In Hindi

#1. मेंढक एक उभयचर (Amphibian) प्राणी है. उभयचर ऐसे जीव कहलाते हैं जिनका जीवन पानी में सांस लेने वाले जीव के रूप में शुरू होता है लेकिन समय के साथ यह हवा में सांस लेने वाले जीव के रूप में विकसित होता है.

#2. मेंढक का वैज्ञानिक नाम Anura है.

#3. भारत में पाए जाने वाले मेंढक का वैज्ञानिक नाम Rana Tigrina है. इस प्रजाति को यह नाम बाघ की धारीदार त्वचा जैसी त्वचा के रंग के कारण दिया गया है.

#4. दुनिया भर में मेंढकों की 6,000 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं. अगर भारत की बात करें तो भारत में अब तक मेंढकों की 380 प्रजातियां दर्ज की जा चुकी हैं.

#5. उभयचर होने के कारण मेंढक पानी और जमीन दोनों जगह में जीवित रह सकते हैं.

#6. सर्दियों के महीनों के दौरान मेंढक शीतनिद्रा (Hibernate) में चले जाते हैं और बिना कुछ खाए जमीन में ही रहते हैं.

#7. मेंढक मुख्य रूप से गीले आवासों में पाए जाते हैं और बिना भोजन के 16 महीने तक जीवित रह सकते हैं.

#8. ज्यादातर मेंढक पानी और दलदली जगहों पर पाए जाते हैं, जमीन पर मेंढकों का जीवन कम आंका गया है.

#9. मेंढक एक ही समय में आगे, ऊपर और अगल-बगल देख सकते हैं क्योंकि मेंढक की आंखें 80% शरीर के बाहर होती हैं.

#10. पर्यावरण के अनुसार मेंढक के शरीर का तापमान घटता-बढ़ता रहता है.

मेंढक के बारे में रोचक तथ्य हिंदी में – Facts About Frog In Hindi

#11. मेंढक की आयु 10 से 12 साल मानी जाती है.

#12. मेंढक लगभग किसी भी जीवित शिकार को खा जाते हैं, जिसमें कीड़े, घोंघे, मकड़ियां, चींटीया, टिड्डे, कीड़े और छोटी मछलियां शामिल हैं. अक्सर बड़े आकार के मेंढक अपने से छोटे मेंढकों का भी शिकार करते हैं.

#13. मेंढक भोजन को चबाकर नहीं खाता, बल्कि सीधे निगल जाता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि मेंढक दुनिया का सबसे अधिक और सबसे तेज भोजन करने वाला प्राणी है.

#14. मेंढक अपने दांतों का इस्तेमाल शिकार को निगलने के लिए करता है. मेंढक के ऊपरी जबड़े में दांत होते हैं.

#15. मादा मेंढक आमतौर पर नर मेंढक से बड़ी और भारी होती हैं.

#16. मेंढक पानी या गीली जगहों पर अंडे दे सकते हैं. जिसमें से एक Tadpole (मेंढक का बच्चा) निकलता है.

#17. मेंढक बिना पानी पिए जीवित रह सकता है क्योंकि वह अपनी त्वचा के माध्यम से पानी की कमी को पूरा करता है.

#18. कमाल की बात यह है कि एक मेंढक अपने से 20 गुना ज्यादा लंबी छलांग लगा सकता है.

#19. कई बार मेंढक झुंड में रहते हैं, मेंढकों के झुंड को आर्मी (Army) कहते हैं.

#20. मेंढक पानी में रहते हैं लेकिन समुद्र में नहीं पाए जाते क्योंकि मेंढक खारे पानी में जीवित नहीं रह सकते हैं.

मेंढक के बारे में रोचक तथ्य हिंदी में – Frog Facts In Hindi

#21. मेंढकों को लगातार पानी की आवश्यकता होती है और उनकी त्वचा हमेशा नम रहनी चाहिए, अगर उनकी त्वचा सूख जाती है तो वे मर जाते हैं.

#22. मेंढकों के प्राकृतिक शत्रुओं में सांप और बड़े पक्षी शामिल हैं.

#23. मेंढक सही मायने में किसानों का मित्र होता है. यह अपने वजन के बराबर कीड़ों को नियमित रूप से खाकर किसानों की सच्ची सेवा करता है.

#24. मेंढक (मरे हुए मेंढक) न केवल किसानों के लिए मददगार है बल्कि जीव विज्ञान के छात्रों को उनकी पढ़ाई में भी मदद करता है.

#25. बहुत से लोग मानते हैं कि बारिश होने पर मेंढक आसमान से गिरते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है, मेंढक जमीन के नीचे से निकल आते हैं.

#26. मेंढक का पसंदीदा मौसम बरसात का होता है क्योंकि इस मौसम में मेंढक खाने-पीने के अलावा प्रजनन भी करते हैं.

#27. मेंढक लगभग 3 वर्ष की आयु में ही प्रजनन के लिए तैयार होते हैं.

#28. आपको जानकर हैरानी होगी कि मेंढक की प्रजाति लगभग सभी रंगों में पाई जाती है.

#29. मेंढक की कुछ प्रजातियों के सिर पर सींग पाए जाते हैं और उनकी त्वचा खुरदरी होती है.

#30. “गोलियत मेंढक (Goliath frog)” दुनिया के सबसे बड़े जीवित मेंढक है. यह आकर में 12.5 इंच (32 सेंटीमीटर) तक लंबे होते है और इनका वजन 7.2 पाउंड (3.3 किलोग्राम) तक हो सकता है.

मेंढक के बारे में रोचक जानकारी हिंदी में – Frog Ke Bare Mein Jankari

#31. आपको जानकर हैरानी होगी कि मेंढक की प्रजाति में सबसे छोटे मेंढक का आकार लगभग 7.7 मिलीमीटर है, ये मेंढक पापुआ न्यू गिनी के मूल निवासी हैं.

#32. दक्षिण अफ्रीका के जंगलों में सबसे जहरीले मेंढक “Poison dart frog” पाए जाते हैं. यहां के आदिवासी शिकार के लिए इन मेंढकों के जहर का इस्तेमाल करते हैं, इसलिए उन्हें “Poison arrow frog” कहा जाता है.

#33. गोल्डन डार्ट मेंढक (Golden Dart Frog) दुनिया का सबसे जहरीला मेंढक है. दो इंच के इस मेंढक में इतना जहर होता है कि वह दस वयस्क आदमियों को मार सकता है.

#34. दक्षिण अफ्रीका के केप रिवर फ्रॉग, जिसे सैंटजी मेंढक (Santjie Frog) कहा जाता है, साढ़े 33 फीट की छलांग लगाकर फ्रॉग जंपिंग (Frog Jumping) का विश्व रिकॉर्ड बनाया है.

#35. थाईलैंड में पाए जाने वाले मेंढकों को संगीत सुनने की आदत होती है, जब भी आप थाईलैंड में संगीत बजाएंगे तो मेंढक आपके करीब आ ही जाएंगे.

#36. कहा जाता है कि कनाडा के Bull Frog की टरटराने की आवाज कुछ मील दूर तक सुनी जा सकती है.

#37. जावा में पाया जाने वाला उड़ने वाला मेंढक (Flying frog) उड़ तो नहीं सकता लेकिन तेजी से कूदता है. इसके पिछले पैर की उंगलियां बड़ी और झिल्लीदार होती हैं, जिसके कारण यह एक तेज छलांग लगाकर एक पेड़ से दूसरे पेड़ तक पहुंच जाता है. इस मेंढक की ऐसी हरकतें उड़ने जैसी होती हैं, इसलिए इसे उड़ने वाला मेंढक (Flying frog) कहा जाता है.

#38. Tree Frog एक मेंढक है जो अक्सर केवल पेड़ों पर ही देखा जाता है. इसके पैर की उंगलियों में गद्दिया पैड होते हैं जो इस मेंढक को चिकनी सतहों पर टिकने में मदद करते हैं.

#39. चीन और एशिया के कुछ हिस्सों में मेंढक के मांस को व्यंजन के रूप में काफी पसंद किया जाता हैं.

#40. 1986 में, भारत सरकार ने मेंढकों के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया क्योंकि मेंढक पर्यावरण के संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

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