एक हाथ से ताली नहीं बजती का अर्थ – Ek hath se tali nahi bajti Muhavare Ka Matlab
एक हाथ से ताली नहीं बजती मुहावरे का अर्थ | किसी विवाद में केवल एक ही व्यक्ति दोषी नहीं होता |
एक हाथ से ताली नहीं बजती मुहावरे का अर्थ
Ek hath se tali nahi bajti Muhavre Ka Arth – एक हाथ से ताली नहीं बजती मुहावरे का अर्थ है झगड़ा एक तरफ से नहीं होता, विवाद में केवल एक ही व्यक्ति की गलती नहीं होती, किसी के सहयोग के बिना कोई काम नहीं होता।
एक हाथ से ताली नहीं बजती मुहावरे का हिंदी में वाक्य प्रयोग
Ek hath se tali nahin bajati Muhavre Ka Vakya Prayog
#1. वाक्य प्रयोग: भारत के विकास में सभी को सहयोग करना होगा, तभी यह कार्य सफल होगा क्योंकि ताली एक हाथ से नहीं बजती।
#2. वाक्य प्रयोग: तुषार ने जरूर क्लास में झगड़ा किया होगा, नहीं तो सभी छात्र उसकी शिकायत लेकर प्रोफेसर के पास नहीं जाते क्योंकि एक हाथ से ताली नहीं बजती।
#3. वाक्य प्रयोग: बारिश और मौसम की अनिश्चितता के लिए पर्यावरण जिम्मेदार नहीं है क्योंकि ताली एक हाथ से नहीं बजती।
#4. वाक्य प्रयोग: पति-पत्नी के बीच झगड़े होना आम बात है क्योंकि एक हाथ से ताली नहीं बजती।
#5. वाक्य प्रयोग: ताली एक हाथ से नहीं बजती, इसलिए जनता को भी पुलिस का सहयोग करना चाहिए, तभी कानून व्यवस्था कायम रहेगी।
मौखिक बातचीत में अक्सर मुहावरों का प्रयोग किया जाता है जो मानवीय भावनाओं को वास्तविक बनाते हैं। मुहावरों को स्कूल और प्रतियोगी परीक्षाओं में भी मुख्य विषय के रूप में पूछा जाता है।
प्रत्येक पाठ्यक्रम में मुहावरों का अपना-अपना अनुभाग होता है, छोटी-बड़ी कक्षाओं में मुहावरों को पढ़ाया जाता है, याद कराया जाता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में भी इसे मुख्य विषय के रूप में पूछा जाता है और महत्व दिया जाता है।
मुहावरा अधिक असामान्य अर्थ प्रकट करता है इसीलिए मुहावरे का अर्थ दोहरा लाभ प्राप्त करना है। एक शब्द के कई अलग-अलग मुहावरे हो सकते हैं। यह जरूरी नहीं है कि यहां दिए गए मुहावरे ही परीक्षा में पूछे जाएंगे।
मुहावरे सभी प्रकार की परीक्षाओं की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में मुहावरों की अपनी अहमियत होती है। पेपर चाहे हिंदी में हो या अंग्रेजी में, यहां तक कि संस्कृत में भी मुहावरे पूछे जाते हैं।
मुहावरों का अभ्यास करना कोई बहुत कठिन विषय नहीं है। अगर इसे ध्यान से समझा जाए तो इसे याद रखने की जरूरत ही नहीं पड़ती। इसे समझ-समझ कर ही लिखा और बोलचाल में उपयोग किया जा सकता है।
😏😒 हिंदी भाषा के सभी मुहावरे (लोकोक्तियां) पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 😞😔
——————————//