पृथ्वी दिवस पर निबंध हिंदी में – Earth Day essay in Hindi

पृथ्वी दिवस पर निबंध हिंदी में - Earth Day essay in Hindi

Earth Day essay in Hindi – हमारी भारतीय संस्कृति में पृथ्वी अर्थात धरती को माता (Mother Earth) का दर्जा दिया गया है। ऐसे में हम सभी भारतीयों के लिए पृथ्वी दिवस का महत्व और भी बढ़ जाता है। ब्रह्मांड में कई ग्रह हैं लेकिन जीवन (Life) की संभावना सिर्फ हमारी धरती पर ही संभव है।

विश्व पृथ्वी दिवस को अंग्रेजी में “World Earth Day” कहा जाता है। विश्व पृथ्वी दिवस को “अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस (International Mother Earth Day)” के रूप में भी मनाया जाता है।

पृथ्वी दिवस को सभी लोग बड़े उत्साह के साथ उत्सव की तरह मनाते हैं, इस दिन बहुत से लोग वृक्षारोपण भी करते हैं।

आज के इस लेख में आप जानेंगे कि पृथ्वी दिवस क्या है? पृथ्वी दिवस क्यों मनाते हैं? पृथ्वी दिवस का इतिहास क्या है? पृथ्वी दिवस कैसे मनाया जाता है? पृथ्वी दिवस मनाने का उद्देश्य क्या है? पृथ्वी दिवस का क्या महत्व है? पृथ्वी दिवस थीम आदि के बारे में।

विश्व पृथ्वी दिवस पर निबंध (Earth Day Essay in Hindi)

यह अर्थ डे पर निबंध (Earth Day Essay in Hindi) सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त सिद्ध होगा।

पृथ्वी दिवस क्या है? (What is Earth Day in Hindi)

पर्यावरण से जुड़ी तमाम समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 22 अप्रैल को पूरे विश्व में “विश्व पृथ्वी दिवस (World Earth Day)” के रूप में मनाया जाता है। 

पृथ्वी सप्ताह (Earth Day Week): दुनिया भर के कई शहर पूरे एक सप्ताह के लिए पृथ्वी दिवस को पृथ्वी सप्ताह के रूप में मनाते हैं, आमतौर पर 16 अप्रैल से शुरू होकर 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस पर समाप्त होता है।

पृथ्वी दिवस का इतिहास (Earth Day history in Hindi)

एक रिपोर्ट के अनुसार विश्व पृथ्वी दिवस या World Earth Day मनाने के पीछे का कारण यह है कि 1969 में बड़ी संख्या में लोगों ने सुझाव दिया था कि हमें पृथ्वी के जन्मदिन (Earth’s birthday) को पृथ्वी दिवस (Earth day) के रूप में मनाना चाहिए। उसके बाद वर्ष 1970 से “विश्व पृथ्वी दिवस (World Earth Day)” मनाया जाने लगा।

इसके पीछे की कहानी यह है की 28 जनवरी, 1969 को एक घटना घटी जब यूनियन ऑयल प्लेटफॉर्म ए द्वारा ड्रिल किए गए एक कुएं में विस्फोट हो गया और कैलिफोर्निया के सांता बारबरा के तट पर तीन मिलियन गैलन तेल फैल गया। इस घटना के परिणामस्वरूप 10,000 से अधिक समुद्री जीवों की जान चली गई थी।

इस घटना ने दुनिया भर के पर्यावरण कार्यकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया। अमेरिका के लगभग 20 हजार लोगों ने पृथ्वी के पर्यावरण को बचाने के लिए एक आंदोलन शुरू किया था, जिसके बाद लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से 1970 से हर साल 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाने की घोषणा की गई।

इस विशेष दिवस की स्थापना अमेरिकी सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन (Gaylord Nelson) ने 1970 में पर्यावरण शिक्षा के रूप में की थी। इस प्रकार पहला पृथ्वी दिवस वर्ष 1970 में मनाया गया था और तब से यह दुनिया के 192 संयुक्त राष्ट्र सदस्य देशों द्वारा मनाया जाता है। 

जूलियन कोएनिग (Julian Koning) “Earth Day” ​​यानि “पृथ्वी दिवस” ​​शब्द पेश करने वाले पहले व्यक्ति थे। कोएनिग सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन की 1969 की समिति में थे। साल 1969 में उन्होंने सबसे पहले इस शब्द से लोगों को रूबरू कराया था। 

पर्यावरण संरक्षण से जुड़े इस आंदोलन को मनाने के लिए उन्होंने अपने जन्मदिन की तारीख 22 अप्रैल चुनी और तब से हर साल 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाया जाता है।

साल 1969 में जॉन मैक्कोनेल (John McConnell) ने 21 मार्च को यूनेस्को की बैठक में धरती को नमन करने के लिए पृथ्वी दिवस मनाने का सुझाव दिया था। इसके बाद साल 1970 में पहली बार विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया।

पृथ्वी दिवस मनाने का उद्देश्य क्या है? (Earth Day purpose in Hindi)

पर्यावरण (Environment) ही पृथ्वी पर जीवन का कारण है। वर्तमान समय में पर्यावरण का संतुलन तेजी से बिगड़ रहा है। औद्योगिक क्रांति के बाद से पृथ्वी पर प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है, जिससे पर्यावरण संरक्षण (Environment Protection) का यह कार्य और भी आवश्यक हो गया है।

हमें पृथ्वी की रक्षा (Save Earth) के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। इसके लिए सभी को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना जरूरी है। अपने स्तर पर पर्यावरण को सुरक्षित रखने की दिशा में आवश्यक कदम उठाना प्रत्येक पृथ्वीवासी का कर्तव्य है। 

22 अप्रैल का दिन पूरी दुनिया में पृथ्वी दिवस के रूप में मनाया जाता है, पृथ्वी दिवस मनाने का एकमात्र उद्देश्य पर्यावरण का संरक्षण करना है। पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने के लिए हम अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगा सकते हैं, बाइक, कार या अन्य वाहनों के कम से कम उपयोग पर जोर दे सकते हैं।

वर्तमान समय में पृथ्वी का पर्यावरण बहुत तेजी से नष्ट हो रहा है, हम सभी को पर्यावरण की रक्षा के कर्तव्य का पालन करना होगा और इस अनमोल पृथ्वी को पहले जैसा बनाना होगा।

पृथ्वी दिवस का क्या महत्व है? (Earth Day importance in Hindi)

पृथ्वी दिवस का यह दिन पृथ्वी और पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझाने के लिए समर्पित किया गया है। हम सभी जीव-जंतु पृथ्वी नामक सुंदर ग्रह पर अपना जीवन व्यतीत करते हैं। पृथ्वी हमें रहने के लिए जगह देती है और इसी धरती के कारण ही हमें भोजन, पानी और यहां तक कि हवा भी मिलती है।

हमारी पृथ्वी ब्रह्मांड में एकमात्र ज्ञात ग्रह है जहां जीवन मौजूद है। पृथ्वी पर जीवन को बचाने के लिए पृथ्वी की प्राकृतिक संपदा को बनाए रखना बहुत जरूरी है।

कुछ दशकों पहले तक पृथ्वी एक सुंदर धरती थी लेकिन आज प्रदूषण के कारण पृथ्वी उतनी सुंदर नहीं रही है, दिन-ब-दिन प्रदूषण का स्तर धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो एक दिन यह धरती पूरी तरह से खतरे में पड़ जाएगी और फिर इसे नष्ट होने से नहीं रोका जा सकेगा।

प्रदूषण की मात्रा दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, यह हरी भरी धरती धीरे-धीरे नष्ट होती जा रही है, पर्यावरण हमें बहुत कुछ देता है, लेकिन वर्तमान में प्रदूषण के कारण पर्यावरण प्रदूषित होता जा रहा है।

हम सभी को मिलकर इस पर्यावरण को बचाने का कर्तव्य निभाना है ताकि पृथ्वी का संतुलन बना रहे।

पृथ्वी दिवस कैसे मनाया जाता है? How is Earth Day celebrated?

पृथ्वी दिवस मनाने के लिए पर्यावरण प्रेमियों द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों और अभियानों का आयोजन किया जाता है। लोग आने वाली नई पीढ़ियों का स्वागत करने के लिए एक स्वच्छ और स्वस्थ दुनिया बनाने के लिए स्वच्छ पर्यावरण के विषय के कार्यक्रमों में भाग लेते हैं।

इस दिन, हजारों स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के छात्र सक्रिय रूप से पृथ्वी से संबंधित बढ़ते पर्यावरणीय ह्रास के मुद्दों जैसे कि दिन-प्रतिदिन पर्यावरण ह्रास, वायु और जल प्रदूषण, ओजोन परत की कमी, औद्योगीकरण, जंगलों की कटाई, जहाजों आदि से पानी में तेल का फैलाव, प्रदूषण फैलाने वाले कारखानों, बिजली संयंत्रों की तैयारी, कीटनाशकों का उत्पादन और उपयोग आदि के विरोध में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। 

इस दिन, लोग पृथ्वी की सुरक्षा से संबंधित बाहरी गतिविधियों में संलग्न होते हैं, जैसे नए पेड़-पौधे लगाना, सड़क के किनारे का कचरा उठाना, कचरे को रिसाइकिल करना, ऊर्जा संरक्षण आदि।

लोगों में यह जागरूकता फैलाई जाती है कि हमें जितना हो सके पॉलीथिन का प्रयोग कम करना चाहिए। हमें पॉलीथिन के स्थान पर जहां तक हो सके कपड़े के थैले का प्रयोग करना चाहिए।

कुछ लोग सरकार से बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग और अन्य पर्यावरणीय आपदाओं से बचाने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं। लोगों को जागरूक करने के लिए और वास्तविक पर्यावरणीय मुद्दों से निपटने के लिए इस दिन सभी टीवी चैनल इससे जुड़े कार्यक्रमों का प्रसारण भी करते हैं।

विश्व पृथ्वी दिवस लोगों को पृथ्वी के प्राकृतिक वातावरण और इसकी वन संपदा के संरक्षण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। अगर पृथ्वी दिवस को सही तरीके से मनाना है तो पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाना होगा इतना ही नहीं हमें घर के आसपास पेड़ पौधे भी लगाने चाहिए।

पृथ्वी को कैसे बचाया जा सकता है?

पृथ्वी है तभी हमारा कल है, पृथ्वी के बिना हमारा कोई अस्तित्व नहीं। इसे बचाना और इसे फलते-फूलते रखना हम इंसानों की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। जब हम इसे सुरक्षित रखेंगे तभी हमारी आने वाली पीढ़ियां इस पृथ्वी पर स्वस्थ और परिपूर्ण जीवन जी सकेंगी।

तो आइए जानते हैं कि धरती को बचाने में हम क्या भूमिका निभा सकते हैं:-

1) घर में जल संरक्षण से: हमारी धरती पर पीने योग्य पानी बहुत कम मात्रा में उपलब्ध है। और ये तो हम सभी जानते हैं कि पानी है तो जीवन है और हमारा कल पानी से ही है। हमें योजना बनानी चाहिए और रोजाना पानी बचाना चाहिए। हमें इस बात का विशेष ध्यान देना चाहिए कि कहीं भी पानी अनावश्यक रूप से न बहे।

2) वायु प्रदूषण को कम करके: वायु प्रदूषण आज पृथ्वी पर एक आम लेकिन गंभीर समस्या बन गया है। आज हमारी पृथ्वी कारखानों, वाहनों और कई अन्य तरीकों से प्रदूषित हो रही है। प्रदूषण कम करने की जिम्मेदारी हमें स्वयं ही लेनी होगी।

3) अधिक से अधिक पेड़ लगाकर: आज जब हमें पेड़ों को बचाने की जरूरत है तो हम उन्हें असीमित मात्रा में काट रहे हैं। पेड़ हमारे लिए जीवन रक्षक की भूमिका निभाते हैं और पर्यावरण को भी स्वच्छ रखते हैं। पेड़ों की रक्षा करना हर मनुष्य का दायित्व है।

4) बिजली की खपत को कम करके: रोजाना इस्तेमाल होने वाली बिजली की खपत को कम करके भी हम अपनी धरती को नष्ट होने से बचा सकते हैं। दरअसल बिजली के ज्यादा इस्तेमाल से हमारी धरती गर्म हो जाती है, जो पर्यावरण की दृष्टि से बिल्कुल भी सही नहीं है।

पृथ्वी दिवस 2023 की थीम – Earth Day 2023 Theme

पृथ्वी दिवस एक वार्षिक कार्यक्रम है जिसे धरती के पर्यावरण का जश्न मनाने और प्रदूषण के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने के लिए चिह्नित किया गया है। पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाने और वैश्विक जलवायु संकट में सुधार के लिए हर साल 22 अप्रैल को यह दिवस मनाया जाता है।

हर साल पृथ्वी दिवस मनाने के लिए एक थीम तय की जाती है और इस थीम के आधार पर लोगों को जागरूक किया जाता है। पृथ्वी दिवस 2023 की थीम “हमारे ग्रह में निवेश करें (Invest in Our Planet)” है।

यह थीम दुनिया भर के व्यवसायों, सरकारों और नागरिकों के लिए हमारे पर्यावरण में सुधार करने और हमारे आने वाली पीढ़ियों को बेहतर और सुरक्षित भविष्य देने के लिए हमारे ग्रह में निवेश करने की आवश्यकता के लिए तैयार की गई है।

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निष्कर्ष 

आज मनुष्य और जीवन शब्द पृथ्वी नामक ग्रह के कारण ही अस्तित्व में है, यदि यह पवित्र पृथ्वी न होती तो आज जीवन का अस्तित्व न होता। हम सभी को हमेशा धरती का शुक्रगुजार होना चाहिए क्योंकि धरती आज हम जीवित हैं। हम सभी मिलकर प्रयास कर सकते हैं और इस वातावरण में वृक्षारोपण कर धरती को पहले जैसा बना सकते हैं।

पृथ्वी दिवस लोगों के लिए अपने व्यस्त जीवन से समय निकालकर पर्यावरण पर मानवता के प्रभाव पर विचार करने और नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का एक महत्वपूर्ण दिन है।

FAQ – Earth Day essay in Hindi

Q – पृथ्वी दिवस की शुरुआत कब हुई?
A – पृथ्वी दिवस की शुरुआत साल 1970 में हुई थी।

Q – पृथ्वी दिवस की घोषणा किसने की थी?
A – पृथ्वी दिवस की घोषणा अमेरिकी सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन ने की थी।

Q – पृथ्वी दिवस 2023 कब है?
A – इस वर्ष पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल 2023 शनिवार को है।

Q – पृथ्वी दिवस 2023 की थीम क्या है?
A – पृथ्वी दिवस 2023 की थीम “हमारे ग्रह में निवेश करें (Invest in Our Planet)” है।

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