Delhi NCR का मतलब क्या होता है? What is NCR full form in Hindi

Delhi NCR ka matlab kya hota hai NCR ka full form kya hai

NCR का मतलब क्या होता है? दोस्तों, आपने अक्सर खबरों में दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) के बारे में सुना होगा। ये शब्द सुनकर आपके मन में भी NCR को लेकर कई सवाल उठे होंगे। जैसे NCR क्या है? NCR का फुल फॉर्म क्या है? एनसीआर में कितने शहर या जिले शामिल होते हैं और इसके क्या फायदे हैं? आदि।

अगर आपको अभी तक इन सवालों के जवाब नहीं मिले हैं तो कोई बात नहीं क्योंकि आज इस आर्टिकल में हम आपको NCR से जुड़ी सारी जानकारी बताएंगे। इन्हें पढ़ने के बाद NCR से सम्बंधित जानकारी जैसे NCR ka matlab kya hota hai? NCR ka full form kya hai? NCR history in Hindi सभी सवालों के जवाब मिलेंगे।

NCR क्या होता है? What is NCR in Hindi

NCR, जिसका उच्चारण “एनसीआर” होता है, एक संक्षिप्त शब्द है जिसका पूर्ण रूप “National Capital Region” होता है और इसे हिंदी में “राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र” के रूप में उच्चारित किया जाता है।

NCR full form = National Capital Region

इसका मतलब यह है कि यह एक ऐसा क्षेत्र होता है जो किसी देश की राजधानी के आसपास स्थित होता है और आमतौर पर उस देश की सार्वजनिक प्रशासनिक और आर्थिक गतिविधियों के केंद्र के रूप में कार्य करता है।

यह क्षेत्र आमतौर पर सीधे राजधानी क्षेत्र से जुड़ा होता है और राज्य की राजधानी के आसपास के क्षेत्र के विकास और प्रशासनिक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसे किसी देश के महत्वपूर्ण संगठन और प्रशासनिक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।

इस प्रकार, NCR या National Capital Region किसी देश की गणतांत्रिक गतिविधियों और प्रशासनिक कार्यों के संचालन के लिए महत्वपूर्ण है।

तो दोस्तों अभी आपने जाना कि NCR क्या है? अब हम जानते हैं कि Delhi NCR क्या है?

Delhi NCR क्या है?

“Delhi NCR” एक संक्षिप्त शब्द है जो संक्षेप में दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों को संदर्भित करता है। 

Delhi NCR meaning in Hindi = दिल्ली एवं आसपास का क्षेत्र

Delhi NCR वास्तव में दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों को कवर करता है और एक महत्वपूर्ण महानगरीय क्षेत्र (Metropolitan area) है। यही कारण है कि दिल्ली के पड़ोसी राज्यों से सटे इलाकों को Delhi NCR कहा जाता है। यह क्षेत्र अर्थव्यवस्था, शिक्षा और औद्योगिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है और अक्सर व्यावसायिक और प्रशासनिक गतिविधियों का केंद्र होता है।

NCR में ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्र शामिल हैं। इस क्षेत्र का शहरीकरण स्तर 62.6% है, जिसमें शहरों और कस्बों के साथ-साथ वन, अरावली पर्वत, वन्यजीव और पक्षी अभयारण्य जैसे पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र भी शामिल हैं। NCR का कुल क्षेत्रफल 55,083 वर्ग किमी है।

Delhi NCR क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण शहर और उपनगर शामिल हैं, जैसे नोएडा, गाजियाबाद, फ़रीदाबाद, गुड़गांव, फ़रीदाबाद और गुरुग्राम, जो व्यवसाय, नौकरियां, शिक्षा और आवास प्रदान करते हैं।

इस प्रकार, Delhi NCR एक बड़ा और महत्वपूर्ण महानगरीय क्षेत्र है जो उत्तर भारत (North India) में सार्वजनिक और व्यावसायिक गतिविधियों का केंद्र है, और यह विभिन्न राज्यों के साथ मिलकर काम करता है।

Delhi NCR क्यों बनाया गया?

दिल्ली पर जनसंख्या के दबाव को कम करने के लिए, 1962 में दिल्ली के पहले मास्टर प्लान की शुरुआत के साथ एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया था। इस योजना में शहर की सीमाओं का विस्तार करके इसके पड़ोसी शहरों को शामिल करने और एक अधिक व्यापक क्षेत्र बनाने का प्रस्ताव रखा गया था जिसे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के रूप में जाना जाता है। 

NCR में न केवल दिल्ली बल्कि आसपास के ग्रामीण इलाकों और गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुड़गांव, बल्लभगढ़, बहादुरगढ़ और लोनी भी शामिल हैं।

1985 में, NCR और इसके Planning Board के गठन को National Capital Region Planning Board Act of 1985 के माध्यम से औपचारिक रूप दिया गया था। इस परिवर्तनकारी कदम से दिल्ली महानगरीय क्षेत्र का विकास हुआ जिसे अब हम NCR (National Capital Region) के रूप में जानते हैं। इसके अलावा, एनसीआर का विस्तार हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के अतिरिक्त जिलों को शामिल करने के लिए किया गया, जो क्षेत्र के विकास और योजना में एक महत्वपूर्ण विकास को दर्शाता है।

Delhi NCR का एरिया 

Delhi NCR (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में एक ऐसा क्षेत्र शामिल है जिसमें न केवल पूरी दिल्ली बल्कि पड़ोसी राज्यों के कुछ शहर और गांव भी शामिल हैं। दिल्ली का कुल क्षेत्रफल 1,483 वर्ग किलोमीटर है, जो पूरे NCR क्षेत्र का लगभग 2.69% है। नीचे, आप NCR में शामिल सभी राज्यों और उनके जिलों के नाम पा सकते हैं।

Delhi NCR ka matlab kya hota hai NCR ka full form kya hai
States included in Delhi NCR

Delhi NCR में शामिल राज्य 

NCR (National Capital Region) में शामिल राज्यों की सूची इस प्रकार है:

  • दिल्ली (Delhi)
  • हरियाणा (Haryana)
  • उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh)
  • राजस्थान (Rajasthan)

NCR में शामिल हरियाणा राज्य के जिले:

NCR में हरियाणा राज्य के कुल 14 जिले शामिल हैं, जिनका क्षेत्रफल 25,327 वर्ग किलोमीटर है। इन जिलों की सूची नीचे दी गई है।

  1. गुरुग्राम (Gurugram)
  2. फरीदाबाद (Faridabad)
  3. सोनीपत (Sonipat)
  4. पलवल (Palwal)
  5. रोहतक (Rohtak)
  6. पानीपत (Panipat)
  7. करनाल (Karnal)
  8. ज़ींद (Jind)
  9. झज्जर (Jhajjar)
  10. भिवानी (Bhiwani)
  11. महेंद्रगढ़ (Mahendragarh)
  12. रेवाड़ी (Rewari)
  13. नूह (Noah)
  14. चरखी दादरी (Charkhi Dadri)

NCR में शामिल उत्तर प्रदेश राज्य के जिले:

NCR में उत्तर प्रदेश राज्य के कुल 8 जिले शामिल हैं, जिनका क्षेत्रफल 14,826 वर्ग किलोमीटर है। इन जिलों की सूची के नाम नीचे दिये गये हैं:

  1. गाज़ियाबाद (Ghaziabad)
  2. मेरठ (Meerut)
  3. बुलंदशहर (Bulandshahr)
  4. बागपत (Baghpat)
  5. मुज़फ़्फ़रनगर (Muzaffarnagar)
  6. शामली (Shamli)
  7. गौतम बुद्ध नगर (Gautam Buddha Nagar)
  8. हापुड़ (Hapur)

NCR में शामिल राजस्थान राज्य के जिले:

राजस्थान राज्य के केवल दो जिलों को एनसीआर में शामिल किया गया है, जिनका क्षेत्रफल 13,447 वर्ग किलोमीटर है। इन जिलों के नाम आप नीचे पढ़ सकते हैं:

  1. अलवर (Alwar)
  2. भरतपुर (Bharatpur)

उपरोक्त सभी राज्य और जिले के हिस्से Delhi NCR क्षेत्र में आते हैं, जो क्षेत्र के विकास और आर्थिक विकास में योगदान देता है।

Delhi NCR के फायदे

Delhi NCR, यानी “National Capital Region,” एक प्रशासनिक और आर्थिक प्रयोजनों के लिए बनाया गया है। 

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के रूप में: Delhi NCR का गठन मुख्य रूप से भारत सरकार के राजधानी क्षेत्र के रूप में किया गया था। यहां सरकारी कार्यालय, सरकारी भवन और सरकारी संस्थान स्थित हैं।

विकास और उद्योग: Delhi NCR क्षेत्र के गठन का एक अन्य मुख्य उद्देश्य विकास और उद्योग को बढ़ावा देना था। इस क्षेत्र में व्यावसायिक गतिविधियों के लिए उच्च-स्तरीय बाज़ार हैं और यह एक महत्वपूर्ण आर्थिक केंद्र है।

आवास: Delhi NCR क्षेत्र में आवास की समस्या का समाधान करना भी एक मुख्य उद्देश्य था। अधिक आवास विकसित करने के उद्देश्य से यह क्षेत्र शहरीकरण के तहत विकसित हुआ है।

प्रशासनिक व्यवस्था: Delhi NCR क्षेत्र के गठन से प्रशासनिक एवं सार्वजनिक व्यवस्था में सुधार हुआ है। यह सेक्टर विभिन्न राज्यों के साथ मिलकर विभिन्न प्रशासनिक मुद्दों को संगठित तरीके से सुलझाने का काम करता है।

शिक्षा और संस्कृति: Delhi NCR क्षेत्र में शिक्षा और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए काम किया गया है। यहां कई शैक्षणिक संस्थान, संग्रहालय और कला संस्थान स्थित हैं जो शिक्षा और संस्कृति को बढ़ावा देते हैं।

रोजगार: Delhi NCR क्षेत्र का एक अन्य महत्वपूर्ण उद्देश्य रोजगार के अवसर बढ़ाना है। यह जनता को और विशेष रूप से विपणन और व्यापार के क्षेत्र में रोजगार के अधिक अवसर प्रदान करता है, जिससे लोगों को रोजगार के अवसर मिलते हैं।

आर्थिक और सामाजिक विकास: Delhi NCR क्षेत्र के गठन से आर्थिक और सामाजिक विकास को गति मिली है। यहां अधिक आर्थिक सुविधाएं हैं और लोगों के लिए अधिक सामाजिक सुरक्षा है।

इस प्रकार, Delhi NCR क्षेत्र का गठन और विकास भारत की सामाजिक और आर्थिक उन्नति के लिए महत्वपूर्ण रूप से सहायक साबित हुआ है, और यह एक महत्वपूर्ण और विकसित नागरिक उपक्षेत्र के रूप में विकसित हुआ है।

दिल्ली एनसीआर का इतिहास – Delhi NCR history in Hindi

Delhi NCR का इतिहास बहुत समृद्ध और प्राचीन है और इसका भारतीय इतिहास से गहरा संबंध है। यहां, मैं दिल्ली एनसीआर का इतिहास संक्षेप में हिंदी में प्रस्तुत कर रहा हूं:

प्राचीन काल: Delhi NCR क्षेत्र ऐतिहासिक विरासत से समृद्ध है। प्राचीन काल में इस क्षेत्र पर विभिन्न राजाओं और सम्राटों, जैसे मौर्य, गुप्त, गुहिलोट और तुगलक राजवंशों का शासन था।

दिल्ली का सल्तनत शासन: 12वीं शताब्दी में, दिल्ली सुल्तानों के शासन में आ गई। दिल्ली को सुल्तानी और मुगल साम्राज्यों के अधीन रखा गया और उन्होंने आधिकारिक प्रशासनिक कार्य किए।

मुगल साम्राज्य: 16वीं शताब्दी में दिल्ली मुगल साम्राज्य की राजधानी बन गई। इस अवधि के दौरान, दिल्ली पर विशेष रूप से शाहजहाँ और अकबर जैसे मुगल सम्राटों का शासन था।

ब्रिटिश शासन: 1857 के विद्रोह के बाद, दिल्ली ब्रिटिश साम्राज्य के अधीन आ गई और उसके बाद ब्रिटिश शासन के दौरान दिल्ली की भौगोलिक और प्रशासनिक संरचना बदल गई।

स्वतंत्रता संग्राम: 1947 में भारत की आजादी के बाद, दिल्ली भारत की राजधानी बन गई और तब से यह एक महत्वपूर्ण नागरिक और प्रशासनिक केंद्र बन गई है।

आधुनिक काल: दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में आधुनिक इतिहास भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के समय से शुरू होता है, जब भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने दिल्ली और उसके आसपास भारतीय स्वतंत्रता आंदोलनों की शुरुआत की थी।

1947 में भारत की आज़ादी के बाद, दिल्ली एक महत्वपूर्ण शहर और आर्थिक केंद्र बन गया। इसमें केंद्र सरकार, भारतीय राज्य सरकारों और प्रमुख उपनगरों के कई महत्वपूर्ण सरकारी कार्यालय हैं।

इसके बाद, दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों में भी विज्ञान, शिक्षा, तकनीकी प्रगति और व्यवसाय विकास में काफी वृद्धि देखी गई है। यहां कई अच्छे विश्वविद्यालय और शोध संस्थान हैं, जो शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

इसके अतिरिक्त, दिल्ली एनसीआर क्षेत्र विभिन्न प्रकार की व्यावसायिक गतिविधियों, बाजारों और आर्थिक विकास की मेजबानी करता है, जो इस क्षेत्र को भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण बनाता है।

आजकल, दिल्ली एनसीआर क्षेत्र भारतीय नौकरी बाजार में एक प्रमुख केंद्र बन गया है, खासकर ऑपरेटिंग, सॉफ्टवेयर, जैव प्रौद्योगिकी और वित्त के क्षेत्र में।

इस प्रकार, दिल्ली एनसीआर क्षेत्र का इतिहास समृद्ध और विविध है और आधुनिक विकास और प्रगति का प्रतीक है। यह क्षेत्र भारतीय संस्कृति, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और व्यापार के कई महत्वपूर्ण केंद्रों का घर है, और आज भारत के सबसे महत्वपूर्ण शहरों में से एक है।

दिल्ली एनसीआर क्षेत्र का इतिहास भारतीय इतिहास के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है, और यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है जो भारत के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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