चक्रवातों को विशेष नाम क्यों दिए जाते हैं? कौन रखता है तूफान का नाम?

चक्रवातों को विशेष नाम क्यों दिए जाते हैं? कौन रखता है तूफान का नाम?

Cyclone Biparjoy in Hindi – चक्रवाती तूफान बिपरजॉय अब खतरनाक रूप ले चुका है। इसका असर भारत में भी दिख रहा है। इसका असर केरल, गुजरात और मुंबई में साफ दिखाई दे रहा है। 

मुंबई, गुजरात और केरल के तट पर समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं। कई जगहों पर तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई है। 

बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों ओर से तूफान बन रहे हैं और यह तेजी से आगे बढ़ रहा है। चक्रवाती तूफान (Cyclone Biparjoy in Hindi) विकराल रूप लेता नजर आ रहा है। यह साल 2023 का अब तक का सबसे घातक तूफान है।

आइए जानते हैं कैसे पड़ा चक्रवाती तूफान का नाम “बिपरजॉय (Biparjoy)” और किस देश ने इसे यह नाम दिया। इस लेख में हम आपको यह भी बताएंगे कि चक्रवात या तूफान (Cyclone) का नाम कैसे रखा जाता है।

कैसे पड़ा बिपरजॉय तूफान का नाम? How Biparjoy cyclone got its name?

आपने अक्‍सर अखबारों, टीवी न्‍यूज में तरह-तरह के चक्रवाती तूफानों के नाम सुने होंगे, जो सुनने में बड़े ही अजीब होते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इन तूफानों के नाम अलग-अलग देश रखते हैं। 

इस चक्रवाती तूफान का नाम भारत के पडोसी देश बांग्लादेश (Bangladesh) ने बिपरजॉय (Biparjoy) रखा है। बंगाली भाषा में बिपरजॉय का मतलब विध्वंसक (Destroyer) यानी आपदा होता है।

कौन तय करता है तूफान का नाम? Who decides the name of the cyclone?

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (World Meteorological Organization) के सदस्य देश चक्रवाती तूफानों को नाम देते हैं। दरअसल, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में आने वाले सभी चक्रवातों का नाम इस क्षेत्र के देश बारी-बारी से रखते हैं, जो पहले से तय होता है।

संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक आयोग के एशिया और प्रशांत (ESCAP) पैनल के 13 सदस्य देश उत्तर हिंद महासागर में तूफानों के नाम तय करते हैं। 13 देशों के पैनल में भारत, पाकिस्तान, ओमान, श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमार, मालदीव, थाईलैंड, ईरान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, यमन शामिल हैं।

यह अभियान 2004 से चला आ रहा है ताकि चक्रवातों के नाम एक ही हों। इस बार तूफान का नामकरण बांग्लादेश के जिम्मे था।

बता दें कि संयुक्त राष्ट्र ने इसके लिए अलग-अलग पैनल बनाए हैं। हर पैनल में कुछ देश शामिल होते हैं, जो तूफानों के नाम तय करते हैं। 

चक्रवातों को विशेष नाम क्यों दिए जाते हैं? Why are cyclones given special names?

चक्रवाती तूफानों के बारे में भविष्यवाणी और भ्रम से बचने के लिए चक्रवाती तूफानों के नाम रखे जाते हैं। 

संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) के अनुसार, किसी विशेष भौगोलिक स्थान या पूरी दुनिया में एक समय में एक से अधिक चक्रवात उठ सकते हैं और यह एक सप्ताह या उससे अधिक समय तक रह सकता है। 

चक्रवात का नाम पता होने से सटीक भविष्यवाणी की जा सकती है। ऐसी स्थिति में, आपदा, जोखिम, जागरूकता, प्रबंधन और बचाव कार्यों को सुविधाजनक बनाने में किसी भी भ्रम से बचने के लिए प्रत्येक चक्रवात को एक अलग नाम दिया जाता है।

आपको बता दें कि चक्रवातों के नाम ज्यादातर उन क्षेत्रों के नाम पर रखे जाते हैं जहां से चक्रवात बनते हैं। ये ज्यादातर समुद्र या नदी क्षेत्र से बने होते हैं।

चक्रवाती तूफान के नामकरण नियम क्या हैं?

सदस्य देशों को चक्रवाती तूफानों का नाम वर्णानुक्रम के आधार (Alphabetical order) पर रखना होता है। एक बार नाम का प्रयोग हो जाने के बाद उसे दोबारा नहीं दोहराया जाता है। चक्रवात के नाम में अधिकतम आठ अक्षर हो सकते हैं।

कोई भी नाम किसी भी सदस्य देश के लिए अपमानजनक नहीं होना चाहिए या आबादी के किसी भी समूह की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहिए।

चक्रवाती तूफान कैसे आता है? How does a cyclonic storm come?

जब समुद्र के पानी का तापमान बढ़ता है तो उसके ऊपर की हवा गर्म हो जाती है। जब यह गर्म हवा ऊपर की ओर उठने लगती है तो उस स्थान पर निम्न दाब (कम दबाव) का क्षेत्र बनने लगता है। इसे भरने के लिए पास की ठंडी हवा कम दबाव वाले क्षेत्र की ओर बढ़ने लगती है।

गर्म और ठंडी हवा के मिलने से तूफान उत्पन्न होता है। यह तूफान तेज हवाओं के साथ बारिश भी लाता है।

तूफान कितने प्रकार के होते हैं? How many categories of storms are there?

हवा की गति के अनुसार चक्रवाती तूफानों को पांच मुख्य श्रेणियों में बांटा गया है।

  1. पहली श्रेणी में तूफान की गति 119 किमी से 153 किमी प्रति घंटा होती है।
  2. दूसरी श्रेणी में तूफान की गति 154 से 177 किमी प्रति घंटा होती है।
  3. तीसरी श्रेणी में तूफान की गति 178 से 208 किमी प्रति घंटा होती है।
  4. चौथी श्रेणी में तूफान की गति 209 से 251 किमी प्रति घंटा होती है।
  5. 252 किमी प्रति घंटा या इससे ज्यादा की गति वाले तूफान को पांचवीं श्रेणी में रखा गया है।

——————————————–//

अन्य लेख पढ़ें: