Interesting facts about The Coca Cola Company in Hindi – कोका-कोला के बारे में तो आप जानते ही होंगे. आज के आधुनिक समय में तो बहुत कम लोग होंगे जिन्होंने कोका-कोला के बारे में शायद नहीं सुना हो.
अगर आप किसी को Cold drink पीने के लिए कहते हैं, तो सबसे पहले उनके दिमाग में कोका-कोला का नाम ही आता है. हममें से ज्यादातर लोगों ने गर्मी के मौसम में कोका-कोला का सेवन जरूर किया होगा.
आज हम आपको Coca-Cola के बारे हे कुछ बहुत ही Coca-Cola cool facts in Hindi बताने जा रहे है… क्योंकि ठंडा मतलब कोका-कोला!
कोका-कोला के आविष्कार की कहानी – Story of the invention of Coca-Cola
आइए सबसे पहले कोका-कोला कंपनी के इतिहास, उत्पाद और तथ्यों के बारे में जानते हैं.
कोका-कोला का आविष्कार किसने किया था? Who invented Coca-Cola?
कोका-कोला का आविष्कार 8 मई, 1886 को जॉर्जिया, अमेरिका के एक फार्मासिस्ट जॉन एस. पेम्बर्टन (John S. Pemberton) ने किया था. कहा जाता है कि इस पेय का मूल formula उन्होंने अपने घर के पीछे बनाया था.
National Institute on Drug Abuse के मुताबिक, इस ड्रिंक को पहले “Patent medicine” के तौर पर बेचा गया था. इस पेय का उल्लेख “Brain Tonic And Intellectual Beverage” के रूप में किया गया था और यह दावा किया गया था कि इस पेय को पीने से सिरदर्द, पेट दर्द और थकान से राहत मिलती है.
एक समय था जब कोका-कोला में कोकीन (Cocaine) का इस्तेमाल किया जाता था और उस समय यह कानूनी भी था. दरअसल, उन दिनों कोकीन का इस्तेमाल दवा बनाने में भी किया जाता था.
पेम्बर्टन के नुस्खे में कोका के पत्तों के अर्क के रूप में कोकीन होता था. इसमें मुख्य रूप से कोका के पत्तों (Coca leaves) और कोला नट्स (Kola nuts) से प्राप्त कैफीन शामिल होता था, और इसलिए इसे “Coca-Cola” के रूप में जाना जाता था.
कुछ साल बाद, जॉन पेम्बर्टन ने अटलांटा के एक फार्मासिस्ट व्यवसायी आसा ग्रिग्स कैंडलर (Asa Griggs Candler) को कोका-कोला का फॉर्मूला बेच दिया. कैंडलर ने 23 2,300 में यह फॉर्मूला खरीदा था.
फॉर्मूला खरीदने के बाद, कैंडलर ने एक अनोखा तरीका अपनाया और कोका-कोला कंपनी की स्थापना की. कैंडलर ने इसे एक पेय के रूप में विज्ञापित किया और इसे पूरे अमेरिका में लंच काउंटर पर भी उपलब्ध कराया. कैंडलर ने कोका-कोला की उत्पादन प्रक्रिया में सुधार किया, और जल्द ही कोका-कोला सबसे अमीर अमेरिकी व्यवसायों में से एक के रूप में उभरा.
इसके पश्चात भी, कोका-कोला पेय में कुछ प्रमाण में कोकीन होने की आशंकाए जताई जाती थी. अमेरिका में कुछ लोगों को इस पेय में नशीला पदार्थ होने का संदेह था, यही वजह है कि बाद में इसके फार्मूले में बदलाव किया गया. समय के साथ, कोका-कोला में कोकीन का स्तर कम होता गया और 1929 में कोकीन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया.
वहीं अमेरिका में उस दौरान हुई एक घटना से कोका-कोला को काफी फायदा हुआ. उस समय संयुक्त राज्य अमेरिका में शराब पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, और कोका-कोला शीतल पेय के रूप में लोकप्रिय हो गया. NIDA के मुताबिक, कोका-कोला में फिलहाल कोकीन नहीं है.
कोका-कोला कैसे बनाया जाता है? How is coca-cola made?
कोका कोला कैसे बनता है इसका जवाब किसी के पास नहीं है. कोका-कोला का फार्मूला बहुत ही गुप्त रखा जाता है.
कोका कोला बनाने के लिए कोका के पत्तों का उपयोग किया जाता है लेकिन इसमें कोकीन नहीं होता है. संयुक्त राज्य अमेरिका में कोका के पत्तों का उपयोग अवैध है, तो अब सवाल आता है कि कंपनी इसका उपयोग कैसे करती है?
संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रकाशित एक वैज्ञानिक लेख के अनुसार, इन पत्तियों को न्यू जर्सी स्थित Stepan Chemical Company को भेजा जाता है, जहां इन्हें डी-कोकेनाइज्ड किया जाता है और उसके बाद ही कंपनी इसका इस्तेमाल पेय पदार्थ बनाने में करती है.
भारतीय बाजार में कोका-कोला का प्रवेश – Coca-Cola’s entry into the Indian market
कोका-कोला कंपनी ने भारतीय बाजार में 1950 में कारोबार शुरू किया था. लेकिन एक समय ऐसा भी था जब कोका-कोला को अपना कारोबार बंद करके देश से बाहर जाना पड़ता था.
जब जॉर्ज फर्नांडीस मोरारजी देसाई की सरकार में उद्योग मंत्री थे, तो उन्होंने अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनियों IBM और Coca-Cola को भारत छोड़ने का आदेश दिया था.
यह निर्धारित किया गया था कि कोका-कोला को भारत में अपना व्यवसाय जारी रखने के लिए अपनी 60 प्रतिशत हिस्सेदारी भारतीय कंपनी को देनी होगी, लेकिन कोका-कोला ने ऐसा करने में असमर्थता का हवाला देते हुए बाहर निकलने का फैसला किया.
समय के साथ, भारत सरकार ने विदेशी कंपनियों के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था के दरवाजे खोल दिए और 24 अक्टूबर 1993 को कोका-कोला ने भारतीय बाजार में फिर से प्रवेश किया.
कोका-कोला के बारे में रोचक तथ्य हिंदी में – Interesting facts about Coca-Cola in Hindi (1 to 10)
#1. Coca-Cola अमेरिका की एक नामांकित कंपनी है, इसका अविष्कार 8 मई, 1886 को अटलांटा में फार्मासिस्ट जॉन एस. पेम्बर्टन (John S. Pemberton) नाम के एक व्यक्ति ने किया था. इसे सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए बनाया गया था.
#2. हालांकि कोका-कोला का आविष्कार पेम्बर्टन ने किया था, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्होंने इसका नाम नहीं रखा था? बल्कि, इस उत्पाद का नाम उनके बुककीपर, फ्रैंक रॉबिन्सन (Frank Robinson) ने रखा था, जिन्होंने बस पेन लिया और उनके फ्री हैंड स्टाइल में लिखा गया शब्द कोका-कोला का लोगो बन गया.
#3. Coca-Cola बनाने वाले आविष्कारक की मौत इसे बनाने के 2 साल बाद ही हो गई और वह इसकी सफलता कभी नहीं देख सके.
#4. कोका-कोला के 200 से अधिक देशों में 900 प्लांट हैं और इसमें 1,46,200 कर्मचारी कार्यरत हैं.
#5. कोका-कोला कंपनी 3900 तरह के पेय पदार्थ बनाती है, यदि आप हर दिन एक का स्वाद लेते हैं, तो आपको इसके पूरे उत्पादों का स्वाद लेने में 9 साल से अधिक का समय लगेगा.
#6. कोका-कोला दुनिया की सबसे बड़ी Beverage company है, जिसके 3.1% उत्पाद दुनिया भर में खपत होते हैं.
#7. Coca-Cola company: Maaza, Fanta, Coke, Kinley, Sprite, Thums Up सहित 500 ब्रांडों की मालिक है.
#8. हर दिन कोका-कोला की 1,900,000,000 बोतलें पी जा रही हैं. इसका मतलब है कि हर पल 21,000 बोतलों की खपत हो रही हैं.
#9. एक अनुमान के मुताबिक कोका-कोला की कुल संपत्ति करीब 83.8 अरब डॉलर (करीब 544 अरब रुपये) है, जो बडवाइजर, सबवे, पेप्सी और KFC की कुल संपत्ति से ज्यादा है.
#10. कोका-कोला कांच की बोतल का डिज़ाइन कोको पॉड से प्रेरित है. यह बोतल कोकोआ की फलियों को देखकर बनाई गई है.
कोका-कोला के बारे में आश्चर्यजनक तथ्य हिंदी में – Amazing facts about Coca-Cola in Hindi (11 to 20)
#11. यह सिर्फ एक मिथक है कि पहले साल में कोका-कोला की केवल 25 बोतलें बेची गईं थी. दरअसल, पहले साल में कोका-कोला की 25 बोतलें नहीं, बल्कि 25 गैलन सीरप बिका था और वे हर दिन 9 गिलास बेचते थे.
#12. 1903 से पहले, कोका-कोला के एक गिलास में लगभग 9 मिलीग्राम ‘कोकीन’ (एक प्रकार का मादक पदार्थ) मिलाया जाता था, हांलाकि कोका कोला अभी भी इन मादक पदार्थ से युक्त कोका के पत्तों का उपयोग करता है. लेकिन अब न्यू जर्सी की एक कंपनी पहले इनमें से दवाइयों के लिए कोकीन निकाल लेती है और फिर ये पत्ते कोका-कोला को देती है.
#13. द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सेना ने कोका-कोला की लगभग 5 बिलियन बोतल पी ली थी. साथ ही नाजी जर्मनी में “फैंटा” का भी आविष्कार किया गया था क्योंकि लड़ाई चल रही थी और कोका-कोला के लिए सिरप पहुंचाना मुश्किल हो रहा था.
#14. 350 मिलीलीटर कोका-कोला में 10 चम्मच चीनी हो सकती है. इसका मतलब है कि एक महीने तक रोजाना एक कैन पीने से हम 1 किलो से ज्यादा चीनी का सेवन कर रहे हैं.
#15. OK के बाद Coca-Cola दुनिया में दूसरा सबसे ज्यादा समझा जाने वाला शब्द है.
#16. यदि कोका-कोला में कोई रंग नहीं मिलाया जाता है, तो यह वास्तव में हरे रंग की होगी.
#17. कोका-कोला कंपनी हर साल 291 अरब लीटर पानी का इस्तेमाल करती है, जिसमें से 176 अरब लीटर पानी बर्बाद हो जाता है.
#18. कोका-कोला के अनुसार, इसे सर्व करने का परफेक्ट तापमान 34 से 38 डिग्री फ़ारेनहाइट है.
#19. कोका-कोला कंपनी का कहना है कि पृथ्वी पर केवल दो इंसान हैं जो कोका-कोला बनाने का असली फॉर्मूला जानते हैं और ये दोनों कभी भी एक साथ प्लेन से यात्रा नहीं करते हैं.
#20. Coca-Cola का यह भी दावा है कि उसने सबसे पहले बाजार में कूपन कांसेप्ट पेश किया है. कंपनी ने साल 1886 में पहली बार सैंपल कूपन बांटे थे.
कोका-कोला के बारे में रोचक तथ्य हिंदी में – Cool facts about Coca-Cola in Hindi (21 to 30)
#21. यदि दुनिया में मौजूद कोका-कोला की सभी बोतलों को एक लाइन में लिटा दिया जाए तो यह रेखा पृथ्वी से चंद्रमा तक जाने और आने के 1677 गुना के बराबर होगी.
#22. यदि कोका-कोला द्वारा बनाई गई एक-एक बोतल को एकत्र किया जाए, तो प्रति व्यक्ति के हिस्सें में 1,000 बोतलें होंगी.
#23. दुनिया में ऐसे दो देश हैं जहां कोका-कोला नहीं बेचा जाता है: उत्तर कोरिया और क्यूबा.
#24. अमेरिका में बिकने वाले कोक का स्वाद बाकि दुनिया से अलग होता है.
#25. कोका-कोला कंपनी को शुरू में एक अरब गैलन पेय बेचने में 58 साल लग गए थे, लेकिन अब इतना गैलन पेय सिर्फ 7 महीनों में बिक जाता है.
#26. मैक्सिकन दुनिया के किसी भी देश की तुलना में अधिक कोक पीते हैं. यहां लगभग हर आदमी रोजाना 2 बोतल कोका-कोला पीता है.
#27. Coca-Cola का विज्ञापन पर इतना खर्च करता है कि Microsoft और Apple मिलकर भी नहीं करते.
#28. वर्तमान में, दुनिया में केवल 33 गैर-नशीले ब्रांड हैं जो सालाना एक अरब डॉलर से अधिक कमा रहे हैं, जिनमें से 15 ब्रांड कोका-कोला के स्वामित्व में हैं.
#29. कहा जाता है कि शुरुआत में सांता क्लॉज की पोशाक का रंग नीला, पीला और सफेद होता था, लेकिन आज हम जो सांता देख रहे हैं वह कोका-कोला की देन है. हुआ यूं कि 1931 में कोका कोला ने अपने विज्ञापन में सांता को लाल रंग के कपड़े पहनाए थे, उन्होंने बस इसे अपनी कंपनी का रंग दे दिया था, लेकिन उस दिन के बाद लोगों ने उसी छवि का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया.
#30. कोका-कोला के अन्य फायदे भी हैं जैसे अगर आपके बालों में च्युइंग गम फंस गया है, तो इसे कोका-कोला से धो लें, यह बहुत आसानी से निकल जाएगा.
#31. कोका-कोला 1991 में पुनर्नवीनीकरण सामग्री से पेय की बोतल बनाने वाली पहली कंपनी थी.
#32. ओलंपिक खेलों की सबसे पुरानी प्रायोजक (sponsor) कोका-कोला कंपनी 1928 से लगातार प्रायोजित कर रही है.
#33. कोका-कोला अंतरिक्ष में जाने वाला दुनिया का पहला शीत पेय भी है.
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