सीएनजी गैस क्या होती है? CNG Gas Kya Hai? CNG Ka Full Form

सीएनजी गैस क्या होती है? CNG gas kya hai?

CNG gas kya hota hai in Hindi – प्रदूषण (Pollution) आज के समय में पूरी दुनिया की सबसे बड़ी समस्या बन चुका है। वाहनों से निकलने वाले धुएं के कारण हमारा वातावरण दिनों-दिन प्रदूषित होता जा रहा है, जिससे न केवल मनुष्य का जीवन खतरे में है, बल्कि पृथ्वी के सभी प्राणियों का अस्तित्व भी खतरे में है।

आजकल वायु प्रदूषण को रोकने के लिए उच्च स्तर पर आवश्यक योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है, जिसमें सीएनजी गैस का उपयोग (CNG Gas use in Hindi) भी एक महत्वपूर्ण कारक सिद्ध हो रहा है।

पहले जहां परंपरागत रूप से सभी वाहन पेट्रोल, डीजल जैसे ईंधन से चलते थे, वहीं आज सीएनजी (CNG) प्राकृतिक गैस के रूप में ईंधन का वैकल्पिक स्रोत है, जिससे हम वायु प्रदूषण को काफी हद तक कम कर सकते हैं।

इसके साथ ही पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी से लोगों का ध्यान उनके वैकल्पिक ईंधन की तरफ भी बढ़ रहा है. प्राकृतिक गैस (Natural gas) भी पारंपरिक ईंधन के वैकल्पिक स्रोतों में से एक है।

सीएनजी से बहुत कम मात्रा में वायु प्रदूषित होती है, जिसके कारण इसे पर्यावरण के अनुकूल गैस (Eco-friendly gas) कहा जाता है और आज के समय में लगभग हर बड़ी वाहन कंपनियां सीएनजी वैरिएंट (CNG variant) वाली गाड़ियां लॉन्च कर रही हैं, जो सस्ती होने के साथ-साथ अच्छा माइलेज भी देती हैं। 

ऑटोमोबाइल एक्सपर्ट की मानें तो आने वाले समय में सीएनजी से चलने वाले वाहनों की संख्या में इजाफा होगा। भारत सरकार (Indian government) भी इस सीएनजी गैस के अधिक प्रयोग पर जोर दे रही है। ऐसे में आपके लिए सीएनजी के बारे में जानना जरूरी हो जाता है।

आज के इस लेख में आपको CNG क्या है और कैसे बनती है?, सीएनजी का फुल फॉर्म क्या होता है (CNG Full Form), सीएनजी गैस का आविष्कार किसने किया? इसकी विशेषताएं और सीएनजी गैस के फायदे और नुकसान क्या हैं? आदि के बारे में बताया जाएगा। 

तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं सीएनजी के बारे में पूरी जानकारी (CNG gas information in Hindi)।

CNG का फुलफॉर्म क्या है? What is the full form of CNG?

CNG ka Full Form – Compressed Natural Gas होता है जिसे हिंदी में “संपीडित प्राकृतिक गैस” के नाम से जाना जाता है।

C – Compressed 
N – Natural 
G – Gas

CNG क्या है ? CNG Kya Hai in Hindi

सीएनजी एक प्रकार का ईंधन (Fuel) है जिसका उपयोग डीजल, पेट्रोल और एलपीजी (तरलीकृत पेट्रोलियम गैस) के स्थान पर विकल्प के रूप में किया जा सकता है।

सीएनजी गैस एक रंगहीन, गंधहीन प्राकृतिक गैस होती है जिसमें 70% प्रतिक्रियाशील हाइड्रोकार्बन (Reactive hydrocarbons) और 50% नाइट्रोजन ऑक्साइड (Nitrogen oxides) होते हैं।

CNG का आणविक सूत्र (formula ) CH4 है। सीएनजी गैस में मुख्य रूप से मीथेन, प्रोपेन और ईथेन जैसे घटक होते हैं। लेकिन इसमें मीथेन यानी CH4 की मात्रा ज्यादा होती है।

इस गैस को मानक वायुमंडलीय दाब यानि Standard Atmosphere Pressure के 1% से कम आयतन में compress करके रखा जाता है, इसलिए इसे Compressed Natural Gas कहा जाता है।

सीएनजी गैस का निर्माण कैसे होता है? सीएनजी कैसे बनती है?

प्राकृतिक गैस पृथ्वी की सतह के नीचे कोयले और तेल के साथ पाई जाती है। पृथ्वी और समुद्र की सतह के नीचे प्राकृतिक गैस के विशाल भंडार हैं। यह लाखों साल पहले पौधों और जानवरों के अवशेषों के नीचे दबे होने के कारण बनती है।

कुएं खोदकर इन गैसों को बाहर निकाला जाता है। कुएं से बाहर निकलते समय इसमें मीथेन के साथ-साथ ईथेन, प्रोपेन, पेंटेन और जलवाष्प आदि शामिल होते हैं। इसके अलावा इसमें सल्फर, नाइट्रोजन, हाइड्रोजन सल्फाइड और कार्बन डाइऑक्साइड आदि भी होते हैं।

कुओं से निकलने के बाद इस प्राकृतिक गैस को प्रोसेसिंग प्लांट्स में भेजा जाता है, जहां जल वाष्प और नॉन-हाइड्रोकार्बन यौगिकों को इससे अलग किया जाता है।

गैस की गंधहीन प्रकृति के कारण इसमें गंधक (Odorants) नामक कुछ रसायन मिलाए जाते हैं ताकि गैस पाइपलाइन में रिसाव का पता लगाया जा सके। 

कोलबेड मीथेन (Coalbed Methane) को कोयला खनन के दौरान या उससे पहले भी कोयले के भंडार से निकाला जाता है और बिना किसी विशेष बदलाव के प्राकृतिक गैस को पाइपलाइन में डाल दिया जाता है। इसी पाइप लाइन के जरिए यह गैस सीएनजी स्टेशनों तक पहुंचती है।

यहां 20-25 MPa (2900.75 से 3625.94 psi) का दबाव गैस को दो या पांच चरणों में एक ड्रायर के माध्यम से पारित करके प्राप्त किया जाता है और एक विशेष प्रकार के सिलेंडर के अंदर कंप्रेस करके रखा जाता है।

अन्य ईंधनों की तुलना में सीएनजी गैस काफी हल्की होती है। यह गैस हवा के भार से 40% हल्की होती है। क्योंकि यह हवा से हल्की होती है, इस कारण जब भी इसे खुले में छोड़ा जाता है तो यह बहुत तेजी से रिसती है और तेजी से ऊपर की ओर फैलती है और खुली हवा में मिल जाती है।

सीएनजी गैस का आविष्कार – CNG gas invention in Hindi

CNG गैस का अविष्कार सर्वप्रथम 1626 में विलियम हार्ट (William Hart) ने किया था। CNG गैस का प्रयोग सर्वप्रथम अमेरिका में पर्यावरण के प्रदूषण को रोकने के उद्देश्य से किया गया था।

फिर समय के साथ यूरोप के कई देशों में भी इसका इस्तेमाल होने लगा और आज दुनिया के लगभग सभी देशों को बड़ी मात्रा में सीएनजी के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

सीएनजी गैस की विशेषता – Characteristic of CNG gas in Hindi

  • ईंधन की गुणवत्ता ऑक्टेन संख्या (Octane number) से मापी जाती है। ऑक्टेन संख्या जितनी अधिक होगी, ईंधन उतना ही बेहतर होगा। CNG गैस एक अच्छा ईंधन है क्योंकि इसकी ऑक्टेन संख्या 127 है, जबकि पेट्रोल की ऑक्टेन संख्या 95 है।
  • सीएनजी गैस अत्यधिक ज्वलनशील गैस (Highly inflammable gas) होने के कारण बहुत जल्दी आग पकड़ लेती है। ऐसे में इसे गाड़ियों में इस्तेमाल करना बेहद आसान होता है।
  • सीएनजी गैस रंगहीन और गंधहीन प्राकृतिक गैस (Natural gas) है।
  • सीएनजी गैस एक गंधहीन गैस है, जिसके रिसने से किसी भी जानवर, पक्षी या इंसान को कोई नुकसान नहीं होता है। क्योंकि इसमें कोई जहरीला पदार्थ नहीं मिला होता है।
  • सीएनजी गैस गैर-संक्षारक (Non-corrosive) होती है, जिससे सिलेंडर या इंजन में जंग नहीं लगता है।

सीएनजी गैस के फायदे – CNG gas benefits / advantages in Hindi

  • सीएनजी गैस का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह अन्य ईंधनों की तरह हवा को अधिक प्रदूषित नहीं करती है।
  • सीएनजी एक ऐसी प्राकृतिक गैस है, जो ग्रीनहाउस प्रभाव (Greenhouse effect) को कम करने में मदद करती है।
  • सीएनजी गैस के इस्तेमाल से न सिर्फ वायु प्रदूषण (Air pollution) कम होता है बल्कि ध्वनि प्रदूषण (Noise pollution) भी कम होता है, क्योंकि इसके इस्तेमाल से इंजन की आवाज कम हो जाती है।
  • सीएनजी गैस गैर-संक्षारक होती है, जिसके कारण वाहनों के स्पार्क प्लग की लाइफ भी बढ़ जाता है।
  • CNG गैस का ज्वलन तापमान (High ignition temperature) अधिक होने के कारण अचानक या अपने आप आग लगने की संभावना कम हो जाती है।
  • अन्य ईंधनों की तुलना में सीएनजी गैस की लागत बहुत कम होती है। इसके साथ ही यह गाड़ियों में अच्छा माइलेज भी देती है।
  • किचन में भी सीएनजी गैस का इस्तेमाल होता है। यह पेट्रोल, डीजल, एलपीजी जैसे ईंधनों से कहीं अधिक सुरक्षित है। क्योंकि यह हवा से हल्की होती है, जिसके कारण यह रिसते ही तुरंत ऊपर उठकर हवा में फैल जाती है और आसानी से हवा में मिल जाती है।
  • सीएनजी गैस के इस्तेमाल से क्रैंककेस ऑयल (Crankcase oil) दूषित और पतला नहीं होता है, जिससे लुब्रिकेंट ऑयल (Lubricant oil) की लाइफ बढ़ जाती है।
  • सीएनजी गैस वाहनों की इंजन क्षमता को बढ़ाती है और यह इंजन को साफ रखने में भी सहायक होती है।

सीएनजी गैस के नुकसान – CNG gas disadvantages in Hindi

  • सीएनजी गैस के फायदे तो कई हैं, लेकिन साथ ही इसके कुछ नुकसान भी हैं, जिसके कारण सीएनजी गैस का अभी तक पूरी तरह प्रभावी इस्तेमाल नहीं हो पाया है।
  • सीएनजी ईंधन बनाने में पेट्रोल या डीजल ईंधन की तुलना में अधिक लागत आती है।
  • अन्य ईंधनों की तरह सीएनजी गैस के लिए ज्यादा सर्विस स्टेशन उपलब्ध नहीं हैं।
  • सीएनजी के इस्तेमाल से गाड़ी का एग्जॉस्ट वॉल्व जल्दी खराब हो जाता है।
  • सीएनजी गैस का इस्तेमाल करते समय गाड़ियों के इंजन के एयर फिल्टर और ऑयल की लगातार जांच करनी होती है.

सीएनजी के उपयोग क्या हैं?

  • CNG का उपयोग वाहनों में ईंधन (fuel) के रूप में किया जाता है।
  • CNG का उपयोग बिजली उत्पादन के लिए भी किया जाता है।
  • CNG का इस्तेमाल घरों में खाना पकाने के लिए किया जा सकता है।

CNG FAQ

Q – CNG और LPG में क्या फर्क है?
A – CNG का पूरा नाम Compressed Natural Gas है जबकि LPG का पूरा नाम Liquid Petroleum Gas है। CNG का उपयोग मुख्य रूप से वाहनों में ईंधन के रूप में किया जाता है जबकि LPG का उपयोग मुख्य रूप से रसोई गैस के रूप में किया जाता है।

Q – सीएनजी का क्या उपयोग है?
A – CNG का उपयोग वाहनों में ईंधन के रूप में किया जाता है। इसके अलावा सीएनजी का इस्तेमाल बिजली उत्पादन और घरों में खाना पकाने के लिए भी किया जा सकता है।

Q – CNG को हिंदी में क्या कहते हैं?
A – CNG को हिंदी में “संपीडित प्राकृतिक गैस” कहते हैं।

Q – CNG gas कितने प्रकार की होती है?
A – CNG infrastructure दो प्रकार के होते हैं: Time-fill और Fast-fill। इन दो प्रणालियों के बीच मुख्य संरचनात्मक अंतर उपलब्ध भंडारण क्षमता और कंप्रेसर के आकार की मात्रा है। ये कारक छोड़े गए ईंधन की मात्रा और सीएनजी निकालने में लगने वाले समय को निर्धारित करते हैं।

Q – अन्य ईंधन पर्यावरण को नुकसान क्यों पंहुचाते हैं?
A – पेट्रोल और डीजल जैसे ईंधन में सीसा और सल्फर जैसे हानिकारक पदार्थों का मिश्रण होता है, जो हवा को प्रदूषित करते हैं।

Q – सीएनजी गैस में कौन-कौन से घटक होते हैं?
A – सीएनजी गैस मुख्य रूप से तीन घटकों मीथेन, प्रोपेन और ईथेन से बनी होती है।

Q – सीएनजी गैस पेट्रोल डीजल से बेहतर क्यों है?
A – सीएनजी गैस पेट्रोल डीजल की तरह हवा को प्रदूषित नहीं करती है। इससे इंजन से बहुत कम आवाज होती है, जिससे ध्वनि प्रदूषण भी कम होता है। इसके साथ ही यह पेट्रोल और डीजल से भी सस्ता है।

निष्कर्ष

ईंधन की बढ़ती कीमतों और पर्यावरण को होने वाले प्रदूषण से बचने के लिए सीएनजी का इस्तेमाल ज्यादातर ऑटोरिक्शा, पिकअप ट्रक, स्कूल बस आदि में किया जा रहा है।

इस लेख में हमने आपको सीएनजी गैस से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियों से परिचित कराने की पूरी कोशिश की है। हम आशा करते हैं कि इस लेख के माध्यम से आपको सीएनजी गैस क्या है? सीएनजी गैस के गुण क्या हैं? सीएनजी का फुल फॉर्म (CNG Full Form), सीएनजी गैस के फायदे और नुकसान आदि के बारे में सब कुछ पता चल गया होगा।

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