बुलेट बाबा का मंदिर – ओम बन्ना की सच्ची कहानी (Bullet baba story in Hindi)

बुलेट बाबा का मंदिर - ओम बन्ना की सच्ची कहानी (Bullet baba story in Hindi)

Bullet Baba Temple (Rajasthan) in Hindi – भारत आस्था, अध्यात्म और विविध चमत्कारों को मानने वाला देश है. आपने भारतीय लोगों को मनोभाव के साथ मंदिरो में भगवान की पूजा करते देखा होगा. इसके अलावा कई बार लोगों का ऐसी बातों पर विश्वास हो जाता है, जिनके बारे में जानकर आप हैरान हो सकते हैं.

आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे जहां ईश्वर की नहीं बल्कि एक दो पहिया गाड़ी (Royal Enfield Bullet) की पूजा की जाती है और लड्डू की जगह शराब का भोग लगाया जाता है. जो कोई भी इस Bullet Bike मंदिर के सामने से गुजरता है, वह सिर झुकाकर इसमें अपनी आस्था व्यक्त करता है.

इस मंदिर को ओम बन्ना धाम (Om Banna Dham) या बुलेट बाबा मंदिर (Bullet Baba Mandir) के नाम से भी जाना जाता है, आइए जानते हैं क्या है बुलेट बाबा की कहानी.

बुलेट बाबा मंदिर कहां स्थित है? Where is Bullet Baba Mandir located?

पाली शहर से करीब 20 किमी दूर जोधपुर-पाली हाईवे (Jodhpur-Pali Highway) पर प्रसाद और पूजा सामग्री से सजी करीब 20-25 दुकानें सड़क के किनारे जंगल में नजर आती हैं, इसके साथ ही भीड़ से घिरा एक चबूतरा भी दिखाई देता है, जिस पर ओम बन्ना (Om Banna) की एक बड़ी तस्वीर है और अखंड जलती हुई ज्योत है, यहीं हैं बुलेट बाबा मंदिर (Bullet Baba Temple).

क्या है ओम बन्ना / बुलेट बाबा मंदिर के पीछे की कहानी? What is the story behind Om Banna / Bullet Baba Mandir?

2 दिसंबर 1988 की बात है जब ओम सिंह बन्ना नाम का एक युवक अपनी Royal Enfield Bullet 350CC लेकर अपने ससुराल बांगरी (Bangri) से अपने गांव चोटिला (Chotila) जा रहा था। तभी अचानक उसने अपने Bullet से नियंत्रण खो दिया और उसकी गाड़ी सड़क किनारे एक पेड़ से जा टकराई. यह टक्कर इतनी जोरदार थी कि इस हादसे में ओम सिंह जी की मौके पर ही मौत हो गई.

कहा जाता है कि हादसे के बाद पुलिस ओम सिंह की Royal Enfield Bullet गाड़ी को थाने ले गई, लेकिन अगले ही सुबह Bullet अपने आप दुर्घटनास्थल पर पहुंच गई.

पुलिस भी इस बात से हैरान थी कि ओम सिंह बन्ना की Bullet गाड़ी दुर्घटनास्थल पर कैसे पहुंची और उन्होंने अनुमान लगाया कि किसी ने इसे थाने से चोरी कर दुर्घटनास्थल पर पहुंचा दिया हो.

अब पुलिस Bullet को वापस थाने ले आई और उसे जंजीरों से बांध दिया गया और उस गाड़ी का सारा पेट्रोल भी निकाल लिया लेकिन अगली सुबह Bullet फिर से उसी दुर्घटनास्थल पर पहुंच गई.

इस घटना ने पुलिस को सोचने पर मजबूर कर दिया और उन्होंने गाड़ी को थाने में रखने के लिए कुछ और प्रयास किए, लेकिन हर सुबह Bullet फिर से घटना स्थल पर पहुंच जाती.

ओम बन्ना के गांव में यह खबर बहुत तेजी से फैली और फिर लोगों और पुलिस ने मिलकर उस बुलेट बाइक को दुर्घटनास्थल पर स्थापित कर दिया. 

राजस्थान में लड़कों को “बन्ना (Banna)” कहा जाता है. बाइक को अपने आप वहां जाते देख ओम के पिता ने उस स्थान पर “ओम बन्ना धाम (Om Banna Dham)” नाम का एक मंदिर बनवाया जिसे “बुलेट बाबा मंदिर (Bullet Baba Mandir)” कहा जाता है. इस Royal Enfield Bullet का नंबर RNJ 7773 है.

सबसे चमत्कारी घटना यह हुई कि जिस जगह पर Bullet गाड़ी स्थापित की गई थी, उसके बाद से वहां कभी कोई छोटी-मोटी दुर्घटना नहीं हुई.

बुलेट बाबा मंदिर से जुड़ी मान्यता

गांव वाले बताते हैं कि ओम सिंह बहुत नेक इंसान थे, वो कभी किसी का बुरा नहीं चाहते थे. लेकिन प्रकृति की क्रूरता के आगे वह भी बेबस थे, जिसके कारण उन्‍हे दुर्घटना का शिकार होना पड़ा.

ग्रामीणों के मुताबिक ठाकुर ओम सिंह आज भी रात में पेड़ के नीचे आ जाते हैं और वहां से गुजरने वाले लोगों को सकुशल उनके घर तक पहुंचा देते हैं.

इतना ही नहीं कुछ ग्रामीणों का तो यह भी दावा है कि उन्होंने ओम सिंह को रात में मोटरसाइकिल के पास भी देखा है.

यहां ऐसी मान्यता है कि यहां से गुजरने वाले लोग अगर इस मंदिर में रुककर प्रार्थना करें तो उनकी यात्रा सुखद और शुभ होती.

इतना ही नहीं, इस क्षेत्र में तैनात हर पुलिसकर्मी पहले इस बुलेट बाबा के आगे नतमस्तक होता है और फिर ड्यूटी पर चला जाता है.

इसलिए इस सड़क पर यात्रा करने वाले लोग यहां ओम बन्ना जी और उनकी Bullet गाड़ी के दर्शन करने आते हैं. यह भी कहा जाता है कि ओम बन्ना की Bullet मनोकामनाएं पूरी करती है, इसलिए लोग इसके पास एक धागा भी बांधते हैं.

मंदिर में आने वाले कुछ लोग Bullet को फूलों की माला चढ़ाते हैं और कुछ लोग शराब भी चढ़ाते हैं. लेकिन ऐसा करने के लिए यहां कोई नियम नहीं है, यह यहां आस्था के अनुसार किया जाता है. यहां कई लोग राजस्थानी लोकगीत गाते भी पाए जाते हैं.

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