Bharat Ki Sabse Lambi Surang Kaun Si Hai? आधुनिकता के साथ बदल रहा भारत अब रिकॉर्ड बनाने में भी अपना दमखम दिखा चुका है, चाहे अंतरिक्ष में उपग्रह स्थापित करना हो, क्रिकेट का मैदान हो या टनल यानि सुरंग की बात हो, भारत ने पूरी दिनिया में अपना लोहा मनवाया है।
वैसे तो देश में ब्रिटिश काल से लेकर अब तक कई सुरंगें बानी हैं, लेकिन आजादी के बाद बनी कुछ सुरंगें ऐसी भी हैं जो पूरी दुनिया में मशहूर हैं और पर्यटकों को भी हैरान कर देती हैं।
आज के लेख में हम भारत की सबसे लंबी सड़क सुरंग (Longest road tunnel in India) और भारत की सबसे लंबी रेल सुरंग (Longest rail tunnel in India) के साथ-साथ अन्य प्रसिद्ध सुरंगों के नाम और स्थानों के बारे में जानेंगे, इसलिए इस लेख के अंत तक बने रहें।
भारत की सबसे लंबी सुरंग कौन सी है? Longest tunnel in India in Hindi
परंपरागत रूप से एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए सड़क का उपयोग सदियों से बहुतायत में किया जाता रहा है। आज भी देश के अधिकांश लोग सड़कों के माध्यम से यात्रा और परिवहन करते हैं।
आमतौर पर सुरंगें ऊंचे रास्तों पर ही बनाई जाती हैं, ताकि अगर ऊपर से कोई प्राकृतिक आपदा आये, यानी पत्थर आदि गिरे तो किसी भी तरह की जान-माल की हानि से बचा जा सके और सभी लोग अपने-अपने साजो-सामान के साथ सुरक्षित स्थान पर पहुंच सकें।
भारत में ऐसे कई भौगोलिक स्थान हैं, जहां यातायात को नियंत्रित करना आसान नहीं है, यानी यातायात को ठीक से सुगम करना आसान नहीं है, उस स्थान पर या तो पुल बनाए गए हैं या पहाड़ों को काटकर सुरंगें बनाई गई हैं। ऐसी ही एक सुरंग जम्मू-कश्मीर के सिरमौर (Sirmaur) में भी बनाई गई है, ताकि श्रीनगर और कश्मीर के बीच का रास्ता कम से कम दूरी में तय किया जा सके।
भारत की सबसे लंबी सड़क सुरंग “डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सुरंग (Dr. Shyama Prasad Mukherjee Tunnel)” है और सबसे ऊंचे स्थान पर बनी सबसे लंबी सड़क सुरंग का नाम “अटल सुरंग (Atal Tunnel)” है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि रेल और सड़क सुरंगों के बाद अब हवा में भी सुरंगें बनाई जा रही हैं, जिसे “हाइपरलूप (Hyperloop)” कहा जाता है।
अटल टनल (Atal Tunnel)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस सुरंग को पहले “रोहतांग सुरंग (Rohtang Tunnel)” के नाम से जाना जाता था। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) के सम्मान में इस सुरंग का नाम “अटल टनल (Atal Tunnel)” रखा गया है।
यह हम सभी भारतीयों के लिए गर्व की बात है कि यह सुरंग दुनिया की सबसे लंबी सुरंग (Longest tunnel in the world) है, जो 10000 फीट की ऊंचाई पर बनी है। यह 2-Lane Highway Tunnel है जो लेह-मनाली राजमार्ग को जोड़ती है। इस सुरंग का निर्माण रोहतांग दर्रे के पास किया गया है।
“अटल टनल” सुरंग 10 मीटर चौड़ी और 9.02 किमी लंबी है। इसका निर्माण 28 जून 2010 को शुरू हुआ था, जो 3 अक्टूबर 2020 को समाप्त हुआ, यानी इस सुरंग को बनाने में 10 साल लग गए। इसके सम्पूर्ण निर्माण में करीब 3200 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।
इस सुरंग के बनने से मनाली से लेह पहुंचने में लगने वाले समय में राहत मिली है। पहले ग्रांफू के रास्ते यात्रा करने में लगभग 5 से 6 घंटे लगते थे, लेकिन इस सुरंग के बनने के बाद अब केवल 2 घंटे लगते हैं।
घोड़े की नाल के आकार में बनी इस सुरंग के अंदर एक साथ 3000 कारें और 1500 ट्रक आराम से आ-जा सकते हैं।
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सुरंग (Dr. Shyama Prasad Mukherjee Tunnel)
दुनिया की सबसे लंबी सड़क सुरंग का रिकॉर्ड इसी सुरंग के नाम है। जी हां दोस्तों दुनिया की सबसे लंबी सुरंग हमारे ही देश में है और इस सुरंग को “चेनानी-नाशरी सुरंग (Chenani-Nashri Tunnel)” के नाम से भी जाना जाता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस सुरंग को “पटनीटॉप सुरंग (Patnitop Tunnel)” के नाम से भी जाना जाता है। यह सुरंग देश की पहली पूर्णतः एकीकृत सुरंग प्रणाली है।
जम्मू-कश्मीर के राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर इस सुरंग का निर्माण 23 मई 2011 को शुरू हुआ और निर्माण कार्य 2017 में पूरा हुआ। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी (Shri Narendra Modi) ने 2 अप्रैल 2017 को इसका उद्घाटन करके सुरंग को जनता के लिए खोल दिया था।
यह 2-लेन सुरंग है और इसकी लंबाई 9.28 किमी है। इस सुरंग को बनाने में कुल 3720 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इस सुरंग में दो सुरंगें हैं, मुख्य यातायात सुरंग का व्यास 13 मीटर है और समानांतर सुरंग का व्यास 6 मीटर है। मुख्य और निकास सुरंगों में 29 स्थानों पर क्रॉसिंग बनाए गए हैं, जो हर 300 मीटर की दूरी के बाद स्थित हैं।
इस सुरंग का निर्माण आवाजाही के दृष्टी से बहुत महत्वपूर्ण था क्योंकि सर्दियों में पटनीटॉप पर हिमस्खलन और बर्फबारी के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग-44 बाधित हो जाता था और हर सर्दियों में कई बार वाहनों की लंबी कतारें लग जाती थीं। उसी कतार और समय की बर्बादी को कम करने के लिए इस सुरंग का निर्माण किया गया था। इससे प्रतिदिन लगभग 27 लाख रुपये के ईंधन की बचत भी होगी।
चेनानी-नाशरी सुरंग सुरंग की मदद से जम्मू और श्रीनगर के बीच की दूरी घटकर महज 30.11 किलोमीटर रह गई है जिसे सिर्फ दो घंटे में पूरा किया जा सकता है।
इसके अलावा, देश में कई अन्य उल्लेखनीय सुरंगें भी हैं जो इस प्रकार हैं:
क्र. सं. | सुरंग का नाम | लम्बाई | लेन संख्या | सुरंग बनने की तारीख | सुरंग खत्म होने की तारीख | रूट |
---|---|---|---|---|---|---|
01 | जवाहर सुरंग या बनिहाल सुरंग (Jammu and Kashmir State) | 2.85 किमी | 2 | 1954 | 1956 | बनिहाल-काज़ीगुंड |
02 | बनीहल काजीगुंड रोड सुरंग (Jammu and Kashmir State) | 8.5 किमी | 4 | 2011 | निर्माणाधीन | बनिहाल – काज़ीगुंड |
03 | ज़ोजी-ला सुरंग (Jammu and Kashmir State) | 14.2 किमी | 2 | 15 अक्टूबर 2020 | निर्माणाधीन | श्रीनगर – कारगिल |
भारत की सबसे लंबी रेलवे सुरंग कौन सी है? Longest railway tunnel in India in Hindi
सड़क मार्ग के बाद रेल मार्ग देश के लोगों का सबसे पसंदीदा मार्ग है और वे इसके माध्यम से अपनी यात्रा पूरी करते हैं। प्राकृतिक चुनौतियों को देखते हुए ऊंचाई वाले इलाकों में ट्रेन चलाना और वहां तक ट्रेन पहुंचाना एक असंभव काम है, लेकिन भारतीय रेलवे विभाग ने यह कारनामा सफलतापूर्वक कर दिखाया है।
जैसा कि हमने अभी जाना कि भारत की सबसे लंबी सड़क सुरंग “चेनानी-नाशरी सुरंग” है, वैसे ही भारत की सबसे लंबी रेल सुरंग का नाम “पीर पंजाल रेल सुरंग (Pir Panjal Railway Tunnel)” है।
पीर पंजाल रेल सुरंग (Pir Panjal Railway Tunnel)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस सुरंग का दूसरा नाम “बनिहाल-काजीगुंड रेलवे टनल (Banihal-Qazigund Railway Tunnel)” है। इस सुरंग की लंबाई 11.215 किमी है, जो जम्मू-कश्मीर राज्य के बनिहाल के पीर पंजाल से निकलती है। इसके अलावा यह सुरंग 8.40 मीटर चौड़ी और 7.39 मीटर ऊंची है।
यह सुरंग भारत की सबसे लंबी और एशिया की चौथी सबसे लंबी रेल सुरंग है। इस सुरंग में ब्रॉड गेज लाइन बिछाई गई है और इस रेल सुरंग को पार करने में ट्रेन को 9 मिनट 30 सेकंड का समय लगता है। इस रेल सुरंग को 27 जून 2013 को जनता के लिए खोल दिया गया था।
इस सुरंग में रेल ट्रैक के अलावा 3 मीटर चौड़ी सड़क का भी निर्माण किया गया है ताकि रेल ट्रैक की सुरक्षा की जांच करने और आवश्यकता पड़ने पर सुरंग के अंदर आपातकालीन सहायता प्रदान करने के लिए वाहन चलाए जा सकें।
इसके अलावा, देश में कई अन्य उल्लेखनीय रेल सुरंगें भी हैं जो इस प्रकार हैं:
क्र. सं. | रेल सुरंग का नाम | लम्बाई | स्टेशन(से) | स्टेशन(तक) | खुलने की दिनाँक |
---|---|---|---|---|---|
01 | त्रिवेंद्रम पोर्ट टनल (Kerala) | 9.020 किमी | विज़्हिंजम | बालरा | 2022 |
02 | सांगलदान टनल (Jammu and Kashmir) | 8 किमी | सांगलदान | कोहिल | 2020 |
03 | मालीगुड़ा टनल (Odisha) | 4.422 किमी | जेयपोरे | मालीगुड़ा | 1963 |
आशा है आपको आज के लेख “भारत की सबसे लंबी सुरंग के बारे में जानकारी (Bharat Ki Sabse Lambi Surang)” से सड़क और रेल सुरंग के बारे में रोचक बातें जानने को मिली होंगी। आपसे अनुरोध है कि इस जानकारी को अपने दोस्तों और परिवार के साथ सोशल मीडिया पर जरूर साझा करें। आपको यह जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
FAQ – Bharat Ki Sabse Lambi Surang
Q – भारत में सबसे लंबी सुरंग कौन सी है?
A – भारत की सबसे लंबी सड़क सुरंग “डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सुरंग (Dr. Shyama Prasad Mukherjee Tunnel)” है और भारत की सबसे लंबी रेल सुरंग का नाम “पीर पंजाल रेल सुरंग (Pir Panjal Railway Tunnel)” है।
Q – भारत की सबसे लंबी रेल सुरंग कौनसी है?
A – भारत की सबसे लंबी रेल सुरंग का नाम “पीर पंजाल रेल सुरंग (Pir Panjal Railway Tunnel)” है।
Q – भारत में सबसे लंबी सड़क सुरंग कौन सी है?
A – भारत की सबसे लंबी सड़क सुरंग “डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सुरंग (Dr. Shyama Prasad Mukherjee Tunnel)” है।
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