केले दुनिया में सबसे ज्यादा खाये जाने वाले फलों में से एक हैं. इसमें मौजूद पोषक तत्वों की वजह से केले स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होते है. लेकिन सिर्फ केले ही नही, केले के पत्ते भी पोषक तत्वों से भरपूर होते है. केले के पत्ते पर गर्म खाना परोसने से पत्ते में मौजूद पोषक तत्व खाने में मिल जाते है जो कि स्वास्थ्य के लिए स्वास्थ्यप्रद है. दुनिया के कुछ हिस्सों में, केले के पत्तों पर भोजन परोसने की परंपरा है, आपने अक्सर देखा होगा कि दक्षिण भारत में आज भी केले के पत्ते पर खाना खाया जाता है. क्या आप जानते है कि केले के पत्ते पर खाना खाने से हमारे स्वस्थ्य पर क्या असर पड़ता है. आइए जानते है केले के पत्ते पर खाना खाने के फायदे…
खाने में बढ़ जाते है पोशक तत्व
यह पोटेशियम, कैल्शियम, मैंगनीज, मैग्नीशियम, लोहा, फोलेट, नियासिन, राइबोफ्लेविन और बी 6 जैसे आवश्यक विटामिन और खनिजों से परिपूर्ण होता है. ये सभी पोषक तत्व शरीर को स्वस्थ रहने में मदतगार होते हैं. इसलिए केले के पत्ते पर गर्म खाना परोस कर खाना चाहिए.
केले के पत्तों में ग्रीन टी में पाए जाने वाले गुण भी होते है
केले के पत्तों में बड़ी मात्रा में पॉलीफेनॉल्स (polyphenols) होते हैं जो कि एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट (antioxidants) है जैसे कि एपिगैलोकैटेचिन गैलेट (epigallocatechin gallate), या ईजीसीजी (EGCG), जो ग्रीन टी में भी पाया जाता है.
इसकी खुशबू खाने में स्वाद बढ़ाती है
केले के पत्तों में ऊपरी सतह पर एक मोमी आवरण (waxy coating) होता है जिसमें एक सूक्ष्म लेकिन विशिष्ट स्वाद होता है. जब गर्म भोजन को केले के पत्तियों पर परोसा जाता है, तो मोम पिघल जाता है और इसका स्वाद भोजन में एकरूप हो जाता है, जिससे खाने का स्वाद बेहतर हो जाता है.
पर्यावरण के लिए भी है अनुकूल
जब डिस्पोजेबल (disposable) प्लेटों की आवश्यकता होती है तब ज्यादातर लोग प्लास्टिक या स्टायरोफोम (styrofoam) प्लेटों का उपयोग करते हैं, जो हमारी सेहत और पर्यावरण के लिए बेहद नुकसानदायक होता है. हालांकि इसके लिए केले के पत्ते एक बहुत अछ्या और पर्यावरण पूरक विकल्प हैं. केले के पत्ते विघटित होने में बहुत कम समय लेते हैं, इसके विपरीत प्लास्टिक को बायोडिग्रेड (biodegrade) करने में सैकड़ों साल लगते हैं.
स्वच्छ माना जाता है केले का पत्ता
केले के पत्तों को बहुत अधिक सफाई की आवश्यकता नहीं होती है – उन्हें बस थोड़ा पानी से धोया जाना चाहिए ताकि पत्तों पर से धूल और मैल निकल जाये इसके बाद खाने के लिए उपयोग करे. कई जगह ऐसी होती है जहा स्वच्छता की कमी होती है ऐसे में केले के पत्ते एक अच्छा पर्याय है.
रासायनिक मुक्त (Chemical-free) होते है
चूंकि धातु की प्लेटों को पानी और साबुन से धोया जाता है, जिसकी वजह से साबुन में मौजूद रसायनों के अंश प्लेटों पर बने रह सकते हैं, जो आपके भोजन को दूषित करते हैं. केले के पत्तों को धोने के लिए बस थोड़े पानी की आवश्यकता होती है और साबुन से धोने की ज़रूरत नहीं होती है, इसलिए आपका भोजन रासायनिक-मुक्त होता है.
खाना परोसना और खाने में आसानी होती है
केले का पत्ता आकर में काफी बड़ा होता है, इसलिए कई अलग-अलग व्यंजन एकसाथ परोसे जा सकते है. केले की पत्तियां जलरोधी (waterproof) भी होती हैं, इसलिए इसपर आप ग्रेवी वाला खाना भी आसानी से खा सकते हैं.
चिकित्सा में उपयोगी
केले के पत्ते का लेप जली हुई त्वचा को ठीक करने में मदतगार होता है. अल्सर (ulcers) और डायरिया (diarrhea) में केले के पत्ते की राख को पानी के साथ निगलना फायदेमंद होता है. इस चिकित्सा को आज़माने से पहले अपने चिकित्सक से जाँच करें.