Facts and information about bacteria in Hindi – बैक्टीरिया, जिन्हें हिंदी में ‘जीवाणु’ कहा जाता है, की खोज 17वीं शताब्दी में हुई थी. हमारे शरीर को बीमारियों से बचाने के लिए हमारा इम्यून सिस्टम (Immune System) लगातार आंतरिक और बाहरी बैक्टीरिया से लड़ता रहता है.
बैक्टीरिया संसार के चराचर में मौजूद है; बैक्टीरिया सूक्ष्म एकल-कोशिका वाले जीव हैं जो विभिन्न वातावरणों में पनपते हैं. बैक्टीरिया इंसान के लिए तारक और मारक दोनों साबित हो सकते है.
आज हम आपको Interesting Facts & Information About Bacteria में कुछ ऐसी ही रोचक बातें बताने जा रहे हैं. लेकिन उससे पहले जान लें कि बैक्टीरिया और वायरस में क्या बुनियादी अंतर होता है?
बैक्टीरिया और वायरस में क्या अंतर है? What’s the difference between Bacteria and Viruses?
Bacteria vs. Virus – बैक्टीरिया और वायरस में जैविक स्तर पर, मुख्य अंतर यह है कि बैक्टीरिया मुक्त-जीवित कोशिकाएं (free-living cells) होती हैं जो शरीर के अंदर या बाहर पनप सकती हैं, जबकि वायरस अणुओं का एक निर्जीव संग्रह (non-living collection) होता है जिसे जीवित रहने के लिए दूसरे जिव की आवश्यकता होती है.
वायरस आकार में बहुत छोटे होते हैं और बड़े से बड़े वायरस भी बैक्टीरिया से छोटे होते हैं. वायरस आनुवंशिक पदार्थ होते हैं जो केवल एक प्रोटीन कोट और RNA या DNA से बने होते हैं. बैक्टीरिया के विपरीत, वायरस दूसरे जीव के शरीर के बिना जीवित नहीं रह सकते. वे केवल स्वयं को कोशिकाओं से जोड़कर पुनरुत्पादन कर सकते हैं.
वायरस की तरह बैक्टीरिया को भी माइक्रोब्स (microbes) कहा जाता है और चूंकि ये बहुत छोटे होते हैं और इन्हें केवल माइक्रोस्कोप से ही देखा जा सकता है.
The most Interesting and Unbelievable Facts About Bacteria – 1 to 10
#1. बैक्टीरिया क्या है? What is bacteria?
बैक्टीरिया एककोशिकीय जीव (Unicellular organisms) हैं, हालांकि जीवाणु इतने छोटे होते हैं कि उन्हें नग्न आंखों से नहीं देखा जा सकता लेकिन हम उन्हें माइक्रोस्कोप के सहायता से देख सकते हैं. लेकिन ‘Thiomargarita namibiensis’ की तरह कुछ इने-गिने जीवाणु ऐसे भी हैं जिन्हें नंगी आंखों से देखा जा सकता है.
#2. बैक्टीरिया को पृथ्वी पर पहला जीवित जीव माना जाता है, यह कम से कम पिछले 3.5 अरब वर्षों से पृथ्वी पर अस्तित्व में है, जिससे वे ग्रह पर सबसे पुराने ज्ञात जीवन-रूप बन गए हैं.
#3. बैक्टीरिया की सामान्य लंबाई और आकार क्या होता है? What is the normal size and shape of bacteria?
रोगाणुओं (microbes) को मापने के लिए माइक्रोमीटर (micrometer) एक उपयुक्त मानक माना जाता है जो एक मीटर से छह गुना छोटा होता है. माइक्रोबायोलॉजी की कई किताबों के मुताबिक ज्यादातर बैक्टीरिया का औसत आकार (लंबाई) 0.2 से 2.0 माइक्रोमीटर (व्यास) के बीच होता है. हालांकि, कुछ बैक्टीरिया ऐसे भी होते हैं जो 1 से 10 माइक्रोमीटर के बीच पाए जाते हैं.
बैक्टीरिया किसी भी आकार के हो सकते हैं जैसे गोल, गोलाकार या छड़ आदि.
बैक्टीरिया को उनके मूल आकार के अनुसार पांच मुख्य समूहों में वर्गीकृत किया जाता है:
- गोलाकार या घुमावदार (Cocci)
- छड़ सदृश्य (Bacilli)
- सर्पिल या चक्राकार (Spirilla)
- अल्पविराम सदृश्य (Vibrios)
- कॉर्कस्क्रू (Spirochaetes)
#4. मानव शरीर में कितने बैक्टीरिया होते हैं? How much bacteria is in the human body?
मानव शरीर में खरबों सूक्ष्मजीव (microorganisms) होते हैं. हालांकि, अपने छोटे आकार के कारण, सूक्ष्मजीव मानव शरीर के द्रव्यमान का लगभग 1 से 3 प्रतिशत ही होते हैं.
सूक्ष्मजीव विज्ञानी (Microbiologist) निष्कर्ष निकालते हैं की हमारे शरीर में मौजूद सभी बैक्टीरिया का कुल वजन लगभग 0.2 किलोग्राम होता है.
#5. आपके मुंह में 6 अरब से अधिक बैक्टीरिया हो सकते हैं, जिसमें 700 विभिन्न प्रजातियों के बैक्टीरिया शामिल हैं, जो पृथ्वी की कुल मानव आबादी के 7.3 अरब की तुलना में एक प्रभावशाली संख्या है.
#6. दंत चिकित्सकों (Dentists) के अनुसार साफ-सुथरे मुंह में भी दांतों की हर सतह पर 1,000 से 100,000 बैक्टीरिया होते हैं. और जिस व्यक्ति का मुंह बहुत साफ नहीं होता है, उसके प्रत्येक दांत पर 10 करोड़ से 100 करोड़ बैक्टीरिया हो सकते हैं.
#7. आम तौर पर एक स्वस्थ इंसान की त्वचा पर करीब 1,000 तरह के बैक्टीरिया पाए जाते हैं.
#8. पसीने में खुद की कोई महक नहीं होती है, लेकिन जब इसमें बैक्टीरिया मिल जाते हैं तो बदबू आने लगती है.
#9. अमेरिकी शोधकर्ताओं ने बैक्टीरिया की 2,368 प्रजातियां पाईं, जिनमें से 1,458 प्रजातियां ऐसी है जो विज्ञान के लिए नई हो सकती हैं और यह हमारी नाभि में पाई गई हैं.
#10. क्या आप जानते है की एक मोबाइल फोन पर टॉयलेट सीट की तुलना में 18 गुना अधिक बैक्टीरिया होते हैं, और एक Keyboard पर टॉयलेट सीट की तुलना में 200 गुना अधिक बैक्टीरिया होते हैं, और एक ऑफिस डेस्क पर 400 गुना अधिक बैक्टीरिया होते हैं.
A few Interesting facts about bacteria – 11 to 20
#11. जब आप लगातार एक घंटे तक हेडफोन लगाकर रखते है, तो आप अपने कानों को प्राकृतिक हवा से ढक लेते हैं, जिससे आपके कानों में बैक्टीरिया की संख्या 700 गुना तक बढ़ जाती है.
#12. बेशक, बारिश की बूंदों में कोई प्राकृतिक गंध नहीं होती है. यह विशेष गंध, जिसे पेट्रीकोर (Petrichor) भी कहा जाता है, वास्तव में मिट्टी में एक्टिनोमाइसेट (Actinomycete) नामक बैक्टीरिया से आती है.
#13. पृथ्वी पर अब तक का सबसे शक्तिशाली जीवित जीव ‘गोनोरिया’ (Gonorrhea) नाम का बैक्टीरिया है, ये छोटा सा जीव अपने शरीर के वजन से 1 लाख गुना ज्यादा वजन खींच सकता है.
#14. अश्वनाल (Horseshoe crab) समुद्री केकड़े की एक किस्म है, इस केकड़े का खून 11 लाख रुपए प्रति लीटर बिकता है. क्योंकि यह बैक्टीरिया का पता लगाने की सबसे आसान चीज है. अगर किसी भी चीज में बैक्टीरिया की मिलावट का पता लगाना है तो इस केकड़े के खून की थोड़ी सी मात्रा इस मिलावट को तुरंत पकड़ लेती है.
#15. जब दो लोग एक-दूसरे को Kiss करते हैं, तो उनके बीच एक करोड़ से एक अरब बैक्टीरिया ट्रांसफर हो जाते हैं.
#16. नासा के वैज्ञानिकों ने International Space Station पर एक नए बैक्टीरिया की खोज की है, जिसका नाम भारत के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के नाम पर रखा गया है; उस बैक्टीरिया का नाम है – कलामी (Kalami).
#17. बुखार आपको बैक्टीरिया के संक्रमण से बचाता है – Fever protects you from bacterial infection
आपको बुखार इसलिए आता है क्योंकि आपका शरीर संक्रमण पैदा करने वाले वायरस या बैक्टीरिया को मारने की कोशिश कर रहा होता है. जब आपका शरीर अपने सामान्य तापमान पर होता है, तो उनमें से अधिकांश बैक्टीरिया और वायरस अच्छी तरह से पनप रहे होते हैं. लेकिन अगर आपको बुखार हो जाता है, तो आपके शरीर में बैक्टीरिया का पनपना मुश्किल हो जाता है. बुखार आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) को भी सक्रिय करता है.
#18. 2007 में, जीवविज्ञानियों ने अंटार्कटिक बर्फ से निकाले गए 8 मिलियन वर्ष पुराने जीवाणु को पुनर्जीवित किया था.
#19. कुछ बैक्टीरिया हमारे लिए फायदेमंद भी होते हैं, जैसे दूध से दही बनाने की प्रक्रिया भी लैक्टोबैसिली (Lactobacilli) नामक बैक्टीरिया के कारण होती है.
#20. बैक्टीरिया के फायदे इस बात से समझें कि अगर बैक्टीरिया नहीं होते हैं तो सड़ी हुई चीजों से खाद नहीं बनाई जा सकती.
#21. पानी में क्लोरीन का असर सिर्फ छह महीने तक रहता है, जिसके बाद पानी में फिर से बैक्टीरिया पनपने लगते हैं.
#22. गंगा (River Ganga) निस्संदेह भारत की सबसे पवित्र नदियों में से एक है और सदियों से इसके पानी में कुछ ‘जादुई’ गुण पाए जाते हैं जो सालों तक संग्रहित करने के बाद भी इसके पानी को खराब नहीं होने देते हैं. हालांकि, गंगा का पानी कभी खराब नहीं होने का कारण बैक्टीरिया ही है. गंगा के पानी में ऐसे बैक्टीरिया होते हैं जो पानी को सड़ने वाले कीटाणु उत्पन्न नहीं होने देते, यही वजह है की गंगा का पानी शुद्ध रहता है.
#23. एक आम चलनी नोट (currency note) पर 3 हजार तरह के लाखों बैक्टीरिया होते हैं. ( अब तो थूंक लगाकर नोट गिनना बंद कर दो! 🙂 )
#24. जहां काम करने वाले पुरुषों की संख्या ज्यादा होती है वहां बैक्टीरिया की संख्या भी ज्यादा होती है.
#25. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनिया भर में हर साल कम से कम 60 करोड़ लोग, या 10 में से 1, दूषित भोजन (food poisoning) से बीमार पड़ते हैं और उनमें से लगभग 420,000 लोगों की मौत हो जाती हैं, जिनमें से बच्चों की संख्या लक्षणीय होती हैं.
#26. अधिकांश एंटीबायोटिक्स दवाइयां (Antibiotics) बैक्टीरिया से ही बने होते हैं.- जैसे लोहे को लोहा ही काटता है.
#27. जीवाणु संबंधी तथ्य और अध्ययन बताते हैं कि चॉकलेट जीवाणुरोधी होते है और यह आपके दांतों की रक्षा करते है और दांतों की सड़न पैदा करने वाले वायरस से लड़ते है.