Amazing Facts & Information About Rainbows – क्या आपने कभी आसमान में रंग-बिरंगीआकृति देखी है? और यदि हां, तो क्या आप जानते हैं कि आकाश में वह आकृति कैसे बनी? इस रंग-बिरंगी आकृति को वास्तव में इंद्रधनुष (Rainbow) कहा जाता है. इंद्रधनुष आमतौर पर बारिश के बाद ही दिखाई देता है, यह देखने में बहुत ही आकर्षक और सुंदर लगता है. इंद्रधनुष ज्यादातर बच्चों और महिलाओं को बहुत पसंद होता है.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह प्राकृतिक दृश्य कैसे उत्पन्न होता है? आकाश में एक साथ इतने रंग कैसे दिखाई देते हैं? तो आज के लेख में हम जानेंगे कि इंद्रधनुष कैसे बनता है और इसके तथ्य क्या हैं.
सबसे पहले यह जान लेते हैं कि इंद्रधनुष कैसे बनता है?
इंद्रधनुष कैसे बनता है? How a Rainbow is formed?
सूर्य का प्रकाश हमें सफेद दिखाई देता है, लेकिन वास्तव में यह सात रंगों से बना होता है, जो हमें प्रिज्म (Prism) से देखने पर ही दिखाई देता है. वर्षा ऋतु में जब सूर्य का प्रकाश अपवर्तित होकर पानी के लाखों बूंदों द्वारा एक साथ परावर्तित होता है, तो पानी की बूंदें प्रिज्म का कार्य करती हैं, जिसके कारण सूर्य के प्रकाश के सात रंग हमें खुले आकाश में गोलाकार आकृति के रूप में दिखाई देते हैं. इसे ही इंद्रधनुष (Rainbow) कहते हैं.
इंद्रधनुष के बारे में आश्चर्यजनक तथ्य – Amazing Facts About Rainbow
#1. इंद्रधनुष तब निर्माण होता है जब आकाश के एक भाग में बारिश होती है और दूसरे भाग में धूप होती है.
#2. इंद्रधनुष ज्यादातर झरनों के पास और भूमध्य रेखा के पास के क्षेत्रों में दिखाई देते हैं.
#3. दरअसल इंद्रधनुष पूरी तरह से गोलाकार होता है लेकिन जब हम उसे जमीन से देखते हैं तो हमें वह आधा ही दिखाई देता है, इसलिए आप एक ऊंची उड़ान वाले हवाई जहाज से पूरा गोल इंद्रधनुष देख सकते हैं.
#4. इंद्रधनुष क्रमशः इन सात रंगों से बना होता है: लाल, नारंगी, पीला, हरा, नीला, जंबुकी और बैंगनी. इन रंगों को याद रखने का एक आसान तरीका भी है – ‘ROY G BIV’.
#5. यद्यपि एक इंद्रधनुष सात प्राथमिक रंगों से बना होता है, लेकिन इंद्रधनुष में रंगों की कोई निश्चित संख्या नहीं होती है क्योंकि प्रत्येक रंग बिना किसी कठोर सीमा के अगले रंग में मिश्रित हो जाता है.
#6. सूर्य के प्रकाश के अंतिम चार घंटों में इंद्रधनुष सबसे अधिक दिखाई देते हैं.
#7. इंद्रधनुष 42-डिग्री के कोण से निर्माण होता है जो सूर्य के विपरीत दिशा से शुरू होता है.
#8. आप इंद्रधनुष को तभी देख सकते हैं जब सूर्य आपकी पीठ पर हो.
#9. कभी-कभी दो, तीन या चार इंद्रधनुष एक साथ दिखाई देते हैं, ऐसा तब होता है जब सूरज की रोशनी बारिश की बूंदों से एक से अधिक बार टकराती है.
#10. दोहरा इंद्रधनुष तब बनता हैं जब सूर्य का प्रकाश बारिश की बूंदों के भीतर दो बार परावर्तित होता है.
#11. यदि दो इंद्रधनुष एक साथ बनते हैं, तो दूसरे इंद्रधनुष के रंग प्राथमिक इंद्रधनुष के ठीक विपरीत क्रम में होंगे. इसलिए आपको दूसरे इंद्रधनुष में सबसे ऊपर लाल रंग की जगह बैंगनी रंग दिखाई देगा.
#12. आप इंद्रधनुष को छू नहीं सकते क्योंकि इसका कोई भौतिक रूप नहीं है.
#13. चन्द्रमा के प्रकाश से बनने वाले इंद्रधनुष को ‘Moonbow’ तथा कोहरे से बनने वाले इंद्रधनुष को ‘Fogbow’ कहते हैं, इस प्रकार के इंद्रधनुष अत्यंत ही दुर्लभ होते है.
#14. इंद्रधनुष को न केवल बारिश में बल्कि धुंध, बौछड़, कोहरे और तुषार में भी देखा जा सकता है.
#15. कोई भी दो मनुष्य एक ही इंद्रधनुष को नहीं देख सकते. क्योंकि, अगर आपके बगल में खड़ा व्यक्ति आपसे अलग जगह पर खड़ा है, तो उसे जो इंद्रधनुष दिखाई देगा, वह अलग तरह से दिखाई देगा. हालांकि आप दोनों को लगेगा कि आप एक ही इंद्रधनुष देख रहे हैं लेकिन असल में आप दोनों अलग-अलग इंद्रधनुष देख रहे होते हैं. बारिश की हर बूंद अपना इंद्रधनुष बना लेती है, तो वह व्यक्ति जहां भी खड़ा होता है, उसे वहां का इंद्रधनुष दिखाई देता है.
#16. इंद्रधनुष वास्तव में अस्तित्व में नहीं है, यह कोई वस्तु नहीं है. यह एक ऑप्टिकल घटना है, इसलिए कोई भी दो लोग एक ही इंद्रधनुष को नहीं देखते हैं.
#17. जब सूर्य ऊंचाई पर होता है, तब हमें इंद्रधनुष नीचे दिखाई देता है और जब सूर्य नीचे होता है, तब हमें इंद्रधनुष ऊंचाई पर दिखाई देता है.
#18. सौर मंडल में दो ही ऐसे स्थान हैं जहां इंद्रधनुष बनना संभव है – ‘पृथ्वी’ और शनि का चंद्रमा ‘टाइटन’. टाइटन पर इंद्रधनुष तब बनते हैं जब सूरज की रोशनी तरल मीथेन की बूंदों को परावर्तित करती है. टाइटन पर इंद्रधनुष का कोण 42 डिग्री के बजाय लगभग 49 डिग्री होता है.
#19. जब सूर्य का प्रकाश कम होता है, तो इंद्रधनुष आकाश में अधिक समय तक दिखाई देता है.
#20. इंद्रधनुष हमेशा सुबह और शाम को ही दिखाई देता है, ऐसा बहुत कम होता है कि दोपहर में इंद्रधनुष बनता है, इसका कारण यह है कि इंद्रधनुष बनने के लिए, बारिश की बूंदों पर सूरज की किरण को 42 डिग्री पर पढ़ना पड़ता है, लेकिन दोपहर में सूर्य की किरण 42 डिग्री से अधिक होती है.
इंद्रधनुष के बारे में अज्ञात तथ्य – Unknown Facts About Rainbow
#21. इंद्रधनुष शांति और सद्भाव का सार्वभौमिक प्रतीक है.
#22. प्राचीन काल में विभिन्न सभ्यताओं में इंद्रधनुष को लेकर अलग-अलग मान्यताएं थीं. ग्रीक पौराणिक कथाओं के अनुसार, इंद्रधनुष स्वर्ग और पृथ्वी के बीच एक सेतु है; सर्बिया के प्राचीन लोगों का मानना था कि इंद्रधनुष ‘तूफान के देवता’ का धनुष है.
#23. हिंदू मान्यता के अनुसार इंद्रधनुष को भगवान इंद्र का धनुष कहा जाता है, क्योंकि इंद्र वर्षा (बारिश) के देवता हैं.
#24. दो इंद्रधनुषों के बीच के घने भाग को Alexander Band कहते हैं. इसे सबसे पहले सिकंदर (Alexander) ने 200 ई. में परिभाषित किया था.
#25. यूनानी (ग्रीक) कवि Homer का मानना था कि इंद्रधनुष एक ही रंग, बैंगनी रंग से बना होता है.
#26. ‘Rainbow’ शब्द लैटिन शब्द ‘arcus pluvius’ से लिया गया है, जिसका अर्थ है ‘बरसाती गुंबद’.
#27. René Descartes पहले व्यक्ति थे जिन्होंने अपनी खोज (1637) के माध्यम से पता लगाया कि इंद्रधनुष तब बनते हैं जब सूर्य का प्रकाश बारिश की बूंदों से परावर्तित होता है.
#28. 17वीं शताब्दी तक, पश्चिमी विचारक इंद्रधनुष के पांच रंगों-लाल, पीला, हरा, नीला और बैंगनी पर सहमत थे.
#29. 1666 में Isaac Newton द्वारा इंद्रधनुष के रंगों में बैंगनी और नारंगी रंग जोड़ा गया था, अन्यथा इससे पहले इंद्रधनुष में केवल 5 रंग ही माने जाते थे. हालांकि, चीन में अभी भी इंद्रधनुष में केवल पांच रंगों को माना जाता है. भारतीय विद्वानों ने सदियों से इंद्रधनुष के बारे में ‘सप्तरंग’ का उल्लेख किया है.
#30. पृथ्वी पर सबसे ज्यादा इंद्रधनुष अमेरिका के हवाई (Hawaii) राज्य में दिखाई देते हैं. जिसके कारण इसे ‘The Rainbow State’ भी कहा जाता है.
#31. अगर आप ध्रुवीकृत (Polarized) चश्मे को सीधा करके इंद्रधनुष को देखेंगे तो आपको इंद्रधनुष नहीं दिखाई देगा. (Polarized चश्में वो चश्में होते हैं जिनमें कोई चकाचौंध नहीं होती है और जिसमें हमारी आंख में एक ही जगह से रोशनी आती है).
#32. दक्षिण अफ्रीका को देश में विभिन्न सांस्कृतिक, नस्लीय या जातीय समूहों की एकता का वर्णन करने के लिए ‘Rainbow Nation’ के रूप में जाना जाता है.
#33. अब तक का सबसे लंबा दिखाई देने वाला इंद्रधनुष 14 मार्च 1994 को England के Sheffield शहर में देखा गया था. यह सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक देखा गया था.
#34. ‘लाल इंद्रधनुष’ इंद्रधनुष का एक बहुत ही दुर्लभ रूप है. लाल इंद्रधनुष को monochrome rainbow भी कहा जाता है – यह सूर्योदय या सूर्यास्त के दौरान बारिश के बाद बनता है.
#35. इंद्रधनुष के पूरे अर्धवृत्त को एक फ्रेम में चित्रित (फोटो क्लिक) करना मुश्किल है.
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