आड़ का पर्यायवाची शब्द – Aad ka paryayvachi shabd in Hindi

आड़ का पर्यायवाची शब्द - Aad ka paryayvachi shabd in Hindi

आड़ के पर्यायवाची शब्द = रक्षा, सुरक्षा, बाधा, आश्रय, छिपाना, टेक, थुनी, बाढ़, शरण, आच्छादन, अवरोध, रोक, पर्दा, रोध।

Aad ka paryayvachi shabd = raksha, suraksha, badha, ashray, chhupana, thoonee, baadh, sharan, aachchhadan, avarodh, rok, parda,  rodh. 

आड़ के पर्यायवाची शब्द (Synonyms of Aad in Hindi) और उनके अर्थ में थोड़ा बहुत अंतर हो सकता है। इसलिए यह आवश्यक नहीं है कि एक वाक्य में सभी पर्यायवाची शब्दों का प्रयोग किया जाए। स्थिति के आधार पर वाक्य में भिन्न-भिन्न स्थानों पर भिन्न-भिन्न पर्यायवाची शब्द का प्रयोग किया जा सकता है।

आगे हम इसे एक उदाहरण के माध्यम से और गहराई से समझने का प्रयास करेंगे।

  • सुरक्षा – हमारे देश के वीर जवान भारत की सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर खड़े रहते हैं।
  • आड़ – छोटी बहू घूंघट की आड़ में अपने ससुर के सामने बोल रही थी।
  • रक्षा – रक्षाबंधन पर भाई अपनी बहनों की रक्षा के लिए रक्षाबंधन बांधते हैं।
  • रोक – आज भी लड़कियों के शाम के वक्त बाहर जाने पर रोक लगी है।
  • आश्रय – सरकार ने उन लोगों को आश्रय देने की घोषणा की है जिनके घर बाढ़ में बह गए हैं।
  • शरण – हमें हमेशा दूसरों को शरण देने वाले बनना चाहिए न कि दूसरों की शरण लेने वाले।

परीक्षाओं में पर्यायवाची शब्द मुख्य विषय के रूप में पूछे जाते हैं। एक शब्द के अनेक पर्यायवाची शब्द हो सकते हैं। यह आवश्यक नहीं है कि यहां पूर्व में दिए गए शब्द परिवर्तन के पर्यायवाची शब्द परीक्षा में पूछे जाएंगे। परीक्षा में सभी समानार्थक शब्दों में से किसी भी पर्यायवाची शब्द के पर्यायवाची प्रश्न पूछे जा सकते हैं।

प्रत्येक पाठ्यक्रम में समानार्थक शब्द का अपना खंड होता है। जूनियर और सीनियर कक्षाओं में पर्यायवाची शब्द पढ़ाए और याद किए जाते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं में इसे एक मुख्य विषय के रूप में पूछा जाता है और महत्व दिया जाता है।

समानार्थी शब्द परीक्षा की दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में पर्यायवाची का अपना खंड होता है। पेपर हिन्दी में हो या अंग्रेजी में, संस्कृत में भी पर्यायवाची ही पूछे जाते हैं।

पर्यायवाची शब्द (Synonyms) कोई बहुत कठिन विषय नहीं है अगर इसे ध्यान से समझ लिया जाए तो इसे याद करने की आवश्यकता नहीं है। इसे समझ-समझ कर ही लिखा जा सकता है।

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